विधानसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच अकोला में योगेंद्र यादव के कार्यक्रम में झड़प होने की घटना सामने आई है। इस दौरान लोग योगेंद्र यादव के साथ भी धक्का-मुक्की करते नजर आए। हालांकि पुलिस बीच-बचाव करती रही थी। लेकिन गुस्साए लोग रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अकोला के जिला परिषद कर्म भवन में योगेंद्र यादव का एक कार्यक्रम आयोजित दिया गया था। इस कार्यक्रम में योगेन्द्र यादव का भाषण चल रहा था। इस दौरान प्रकाश अंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के नेताओं ने योगेंद्र यादव से कांग्रेस को वोट देने को लेकर कुछ सवाल पूछे। बता दें कि योगेंद्र यादव ने एक टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि बचपन में उनका नाम सलीम था।
Yogendra Yadav in Akola, Maharashtra.
पहली सभामेंही आंबेडकरकी वंचित आघाडीने किया हंगामा, कुर्सीया तोड़ी 😂😂😂 pic.twitter.com/hD0jnr94cm
— Eknath Shinde Army (@cmShindeArmy) October 21, 2024
वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के कार्यकर्ताओं का कहना था कि लोकसभा चुनाव में उनसे कांग्रेस को वोट देने की अपील की गई थी। इस कारण उन लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया था। लेकिन अब कांग्रेस ने आरक्षण विरोधी रुख अपना लिया है। कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व आरक्षण ख़त्म करने की बात कर रहा है तो उसे वोट कैसे दिया जा सकता है?
यही नहीं, VBA के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि महाराष्ट्र के विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस के 8 विधायकों ने बीजेपी को वोट दिया। लेकिन कांग्रेस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस दौरान वंचित बहुजन अघाड़ी के कार्यकर्ता जवाब दो-जवाब दो जैसे नारे लगाते हुए भी नजर आए।
इसके बाद योगेंद्र यादव के भाषण के दौरान VBA कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए और योगेंद्र यादव के हाथ से माइक छीन लिया। इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी होने लगी और फिर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि बात यहीं नहीं रुके और दोनों पक्षों के बीच झड़प की स्थिति बन गई और देखते ही देखते लात-घूंसे चलने शुरू हो गए।
Yogendra Yadav uncle ki Kambal Kutai, Kadi Ninda🥺 pic.twitter.com/2xG799apJG
— Lala (@FabulasGuy) October 21, 2024
वहां मौजूद लोगों और पुलिसकर्मियों ने योगेंद्र यादव को मंच से उतारकर सुरक्षित बाहर ले जाने की कोशिश की। लेकिन गुस्साए लोग कुर्सियां तक उठाकर हमले की कोशिश करते नजर आए। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में योगेंद्र यादव पुलिस और लोगों से घिरे हुए नजर आ रहे हैं। वहीं योगेंद्र यादव अपने बचाव में चिल्लाते हुए देखे जा सकते हैं।
इस पूरे मामले में योगेंद्र यादव का भी बयान सामने आया है। उन्होंने एक्स पर लिखे एक पोस्ट में कहा है, “आज अकोला (महाराष्ट्र) में मुझ पर और भारत जोड़ो अभियान के साथियों पर जो हमला हुआ वह हर लोकतंत्र प्रेमी के लिए गंभीर चिंता का विषय है। भारत जोड़ो अभियान के विदर्भ दौरे के तहत हम “संविधान की रक्षा और हमारा वोट” विषय पर सम्मेलन कर रहे थे, तो मुझे बोलने से रोकने के लिए 40-50 लोगों की भीड़ मंच पर चढ़ गई और मेरी ओर बढ़ी। हम बैठे रहे और स्थानीय साथियों ने घेरा बनाकर हमारी रक्षा की। पुलिस के आने के बाद भी हुड़दंगाइयों का आक्रमण और तोड़ फोड़ जारी रहे। सभा वहीं समाप्त हो गई।”
आज अकोला (महाराष्ट्र) में मुझ पर और भारत जोड़ो अभियान के साथियों पर जो हमला हुआ वह हर लोकतंत्रप्रेमी के लिए गंभीर चिंता का विषय है। भारत जोड़ो अभियान के विदर्भ दौरे के तहत हम “संविधान की रक्षा और हमारा वोट” विषय पर सम्मेलन कर रहे थे, तो मुझे बोलने से रोकने के लिए 40-50 लोगों की… pic.twitter.com/59wsdPWVob
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) October 21, 2024
“पिछले 25 वर्षों में महाराष्ट्र के अनेक स्थानों पर व्याख्यान दिए हैं, लेकिन ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। यह न सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि संविधान और लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों के लिए भी दुखद है। यह घटना हमारे लोकतंत्र की रक्षा के प्रति समर्पण को और भी मजबूत करती है। जो भी मेरे बोलने से डरा हुआ है वो सुन ले, मैं वापिस अकोला आऊँगा।”