भारत में अक्सर आयुर्वेद जैसी पद्धतियों को लेकर सवाल खड़े किए जाते हैं लेकिन ये पद्धतियां कितनी कारगर है इसके लाखों उदाहरण हमारे सामने हैं। ये पद्धतियां ना केवल सस्ती हैं बल्कि शरीर पर इनका नकारात्मक असर भी नहीं दिखाई पड़ता है। भारत से निकली ऐसी पद्धतियां कितनी कारगर हैं इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला है पूर्व क्रिकेटर और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के कैंसर फ्री होने में। नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को बताया कि उनकी पत्नी क्लिनिकली कैंसर फ्री हो गई हैं। उन्होंने कहा कि नवजोत कौर का पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) स्कैन किया गया था जिससे उनके कैंसर मुक्त होने का पता चला है। अमृतसर स्थित अपने आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि नवजोत कौर ने स्टेज 4 कैंसर को लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव कर सिर्फ 40 दिनों में ही मात दे दी है।
सिर्फ 3% था बचने का चांस
सिद्धू ने बताया कि डॉक्टरों ने उनकी पत्नी के कैंसर फ्री होने को लेकर हाथ खड़े कर दिए थे और एक डॉक्टर ने उनके बचने का चांस सिर्फ 3% तक बताया था। नवजोत कौर को स्टेज-4 इनवेसिव कैंसर का पता चला था और उन्हें दुर्लभतम मेटास्टेसिस के लिए ब्रेस्ट सर्जरी तक करानी पड़ी थी। नवजोत कौर ने ज्यादातर इलाज सरकारी अस्पतालों में करवाया गया जिसमें पटियाला में सरकारी राजेंद्र मेडिकल कॉलेज भी शामिल है। साथ ही, नवजोत सिंह सिद्धू ने दावा किया कि सिर्फ डाइट के सहारे ही उन्होंने भी अपना फैटी लीवर भी ठीक कर लिया है और उनका वजन भी 25 किलो कम हो गया है।
My wife is clinically cancer free today ….. pic.twitter.com/x06lExML82
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 21, 2024
कैसी थी नवजोत कौर की डाइट
नवजोत कौर का बेशक मेडिकल इलाज चल रहा था लेकिन उनके कैंसर को हराने में आयुर्वेद, लाइफस्टाइल और बेलेंस डाइट ने अहम भूमिका निभाई है। सिद्धू ने कहा कि अगर खाने के बीच में अंतराल रखा जाए और शुगर व कार्बोहाइड्रेट (रोटी) ना दी जाए तो कैंसर की कोशिकाएं खुद-ब-खुद मरने लगती हैं। नवजोत कौर शाम को 6 या 6:30 बजे तक खाना खाती थीं और अगले दिन सुबह 10 बजे नींबू पानी के साथ अपना दिन शुरू करती थीं। उसके आधे घंटे बाद वे 10-12 नीम के पत्ते खाती थीं। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि कैंसर को हराया जा सकता है।
नवजोत कौर ने इस दौरान कच्ची हल्दी, लहसुन, सेब का सिरका, नीम, तुलसी अदरक, दाल चीनी, काली मिर्च, लौंग और छोटी इलाचयी का सेवन किया था। साथ ही उन्होंने सफेद पेठे का जूस, ब्लूबेरी, अनार, आंवला, अखरोट, चुकंदर और गाजर का सेवन भी किया। नवजोत सिद्धू ने बताया कि अप्रैल 2022 में जब वह जेल में थे उस समय नवजोत कौर को कैंसर की पुष्टि हुई थी और इसके ऑपरेशन के बाद ही उन्हें इसकी जानकारी हुई। कौर की कीमोथैरेपी चल रही थी और फिर बेटे की शादी की व्यस्तता के कारण वे कीमोथैरेपी नहीं करा पाईं और कैंसर कोशिकाएं फिर से बढ़ने लगीं जिसके चलते कैंसर स्टेज-4 तक पहुंचा गया था।