कांग्रेस पर समय-समय पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का गंभीर आरोप लगता रहा है, चाहे वह CAA से जुड़े संवेदनशील मुद्दों को गलत तरीके से प्रस्तुत करना हो या 2024 के आम चुनावों में गृह मंत्री अमित शाह के आरक्षण पर दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करना हो। अब कांग्रेस के आईटी सेल और पार्टी के दिग्गज नेता एक बार फिर अमित शाह के 17 दिसंबर को राज्य सभा में दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं, जिससे पार्टी की तुष्टिकरण की नीतियों का वास्तविक चेहरा सामने आ रहा है।
इसी मुद्दे को लेकर 18 दिसंबर 2024 को लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया, जिसके कारण दोनों सदनों की कार्यवाही को पहले दोपहर 2 बजे तक फिर 19 दिसंबर 2024 तक के लिए स्थगित कर दिया है।
भारत रत्न अम्बेडकर पर अमित शाह का बयान क्यों बना चर्चा का विषय
कांग्रेस और विपक्षी दलों ने गृह मंत्री अमित शाह की भारत रत्न भीमराव अंबेडकर के संदर्भ में की गई टिप्पणी पर बुधवार को लोकसभा में हंगामा किया। हालांकि, अमित शाह का उद्देश्य अंबेडकर का अपमान करना नहीं था, लेकिन कांग्रेस आईटी सेल ने उनके बयान का केवल एक हिस्सा जारी कर उसे तोड़-मोड़ कर पेश किया। शाह ने संविधान पर चर्चा करते हुए बाबासाहेब का जिक्र किया था और कहा था, ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’ विपक्षी नेताओं ने इस बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत करते हुए लोकसभा में ‘जय भीम’ के नारे लगाए, जिससे सदन की कार्यवाही मात्र दो मिनट में गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
पीएम समेत भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस पर साधा निशाना
इस क्लिप के वायरल होते ही पीएम मोदी समेत अन्य भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “संसद में गृह मंत्री अमित शाह जी ने कांग्रेस के डॉ. अंबेडकर का अपमान करने और SC/ST समुदायों की अनदेखी करने के काले इतिहास को उजागर किया। वे स्पष्ट रूप से उन तथ्यों से चौंके और चिढ़े हुए हैं, यही वजह है कि अब वे ड्रामा कर रहे हैं! अफसोस, लोगों को सच पता है!”
ट्वीट थ्रेड को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने लिखा, “अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ पारिस्थितिकी तंत्र यह सोचते हैं कि उनकी बुरी नीतियाँ और झूठ उनके कई सालों के अपराधों, विशेष रूप से डॉ. अंबेडकर के प्रति उनके अपमान, को छुपा सकती हैं, तो वे घोर गलतफहमी का शिकार हैं! भारत के लोग बार-बार देख चुके हैं कि एक पार्टी, जो एक परिवार द्वारा चलायी जाती है, ने डॉ. अंबेडकर की धरोहर को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों का अपमान करने के लिए हर संभव गंदे तरीके अपनाए हैं।”
In Parliament, HM @AmitShah Ji exposed the Congress’ dark history of insulting Dr. Ambedkar and ignoring the SC/ST Communities. They are clearly stung and stunned by the facts he presented, which is why they are now indulging in theatrics! Sadly, for them, people know the truth! pic.twitter.com/l2csoc0Bvd
— Narendra Modi (@narendramodi) December 18, 2024
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए डॉ. अंबेडकर के प्रति कांग्रेस द्वारा पापों की सूची बताते हुए लिखते हैं
कांग्रेस के डॉ. अंबेडकर के प्रति पापों की सूची में शामिल है:
- उन्हें चुनावों में न केवल एक बार, बल्कि दो बार हराना।
- पंडित नेहरू द्वारा उनके खिलाफ चुनाव प्रचार करना और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाना।
- उन्हें भारत रत्न से वंचित करना।”
पीएम मोदी के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने भी संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर संसद की कार्यवाही बाधित करने के लिए बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला किया। रिजीजू ने कहा कि विपक्ष गृह मंत्री की टिप्पणियों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है।
उन्होंने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, “शाह के राज्यसभा में दिए गए भाषण की एक छोटी क्लिप प्रसारित हो रही है, जिसमें उन्होंने जो कहा, उसे गलत तरीके से पेश किया गया है। यह पूरी तरह से गलत है, और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।”