'जन गण मन' को जॉर्ज पंचम का स्वागत गान बता कर भारत के राष्ट्रगान की गरिमा को धूमिल करने का प्रयास किसके इशारे पर हुआ? क्या ये भारतीय प्रतीकों और उनके प्रति भारतीयों की आस्था को कमजोर करने का ब्रिटिश प्रयास था?
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    शपथ से विश्वासघात: जनप्रतिनिधियों द्वारा राष्ट्रीय एकता को कमजोर करने की खतरनाक प्रवृत्ति

    शपथ से विश्वासघात: जनप्रतिनिधियों द्वारा राष्ट्रीय एकता को कमजोर करने की खतरनाक प्रवृत्ति

    कांग्रेस सरेंडर का इतिहास

    नेहरू से राहुल तक सरेंडर की विरासत, और आज कांग्रेस अलाप रही ‘Narendra Surrender’! जानें कैसा रहा है कांग्रेस का इतिहास

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    Westminster Court, Quran, London, Blasphemy Law, Britain, United Kingdom, UK

    कुरान जलाने पर कोर्ट ने दी सजा, क्या यूनाइटेड किंगडम में लौट आया ईशनिंदा कानून?

    पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

    पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    शपथ से विश्वासघात: जनप्रतिनिधियों द्वारा राष्ट्रीय एकता को कमजोर करने की खतरनाक प्रवृत्ति

    शपथ से विश्वासघात: जनप्रतिनिधियों द्वारा राष्ट्रीय एकता को कमजोर करने की खतरनाक प्रवृत्ति

    कांग्रेस सरेंडर का इतिहास

    नेहरू से राहुल तक सरेंडर की विरासत, और आज कांग्रेस अलाप रही ‘Narendra Surrender’! जानें कैसा रहा है कांग्रेस का इतिहास

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    Westminster Court, Quran, London, Blasphemy Law, Britain, United Kingdom, UK

    कुरान जलाने पर कोर्ट ने दी सजा, क्या यूनाइटेड किंगडम में लौट आया ईशनिंदा कानून?

    पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

    पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘जन गण मन’ को अंग्रेज़ों का स्तुति गान बताने का सच क्या है? जानें ‘क्रांतिकारी टैगोर’ की कहानी

'जन गण मन' को जॉर्ज पंचम का स्वागत गान बता कर भारत के राष्ट्रगान की गरिमा को धूमिल करने का प्रयास किसके इशारे पर हुआ? क्या ये भारतीय प्रतीकों और उनके प्रति भारतीयों की आस्था को कमजोर करने का ब्रिटिश प्रयास था?

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
28 December 2024
in इतिहास
टैगोर को आम तौर पर एक कवि, लेखक, संगीतकार, दार्शनिक, शिक्षाविद और चित्रकार के रूप में ही जाना जाता है

टैगोर को आम तौर पर एक कवि, लेखक, संगीतकार, दार्शनिक, शिक्षाविद और चित्रकार के रूप में ही जाना जाता है

Share on FacebookShare on X

भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ सुनते ही हर भारतीय का मन गर्व से भर जाता है। ‘जन गण मन’ को पहली बार 27 दिसंबर को 1911 में पहली बार कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था। साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार पाने वाले कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे लिखा है। इसे कांग्रेस के अधिवेशन में टैगोर की भांजी सरला ने स्कूली बच्चों के साथ मिलकर गाया था। टैगोर दुनिया के इकलौते ऐसे कवि हैं जिन्होंने भारत के साथ-साथ एक अन्य देश बांग्लादेश का राष्ट्रगान ‘आमार सोनार बांग्ला’ भी लिखा है। ‘जन गण मन’ को संविधान सभा द्वारा 24 जनवरी 1950 को भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया था। ‘जन गण मन’ असल में टैगोर के लिखे बंगाली भजन ‘भरतो-भाग्यो-बिधाता’ का पहला छंद है और खुद टैगोर ने 1919 में आंध्र प्रदेश के बेसेंट थियोसोफिकल कॉलेज में इसे पहली बार गाया था।

राष्ट्रगान को लेकर अक्सर यह चर्चा की जाती है कि इसे ब्रिटिश सम्राट जार्ज पंचम की स्तुति में लिखा गया है। दावा किया जाता है कि यह इसे जार्ज पंचम के भारत आने पर उनकी स्तुति में गाया गया था और राष्ट्रगान के ‘अधिनायक’ शब्द का मतलब भी ब्रिटिश राजा से जोड़ा जाता है। कई लोग तो यहां तक दावा करते हैं कि जार्ज पंचम के लिए स्तुति गान लिखने के चलते ही उन्हें 1913 में साहित्य का नोबल पुरस्कार दिया गया था। इन दावों के ज़रिए टैगोर को अंग्रेज़ों का समर्थक साबित किया जाता है। लेकिन क्या ये दावे वाकई सही है, हम पड़ताल करेंगे कि टैगोर के अंग्रेज़ों का समर्थक होने के इन दावों में कितना दम है।

संबंधितपोस्ट

भारत के साथ बातचीत चाहता है पाकिस्तान, डोनाल्ड ट्रंप से लगाई गुहार

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम के चयन को लेकर शशि थरूर ने क्या कहा?

चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

और लोड करें

कैसे शुरू हुई थी यह अफवाह?

‘जन गण मन’ को कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन के दूसरे दिन की शुरुआत में 27 दिसंबर 1911 को गाया गया था यह बंगाली भाषा में था। अधिवेशन में ‘जन गण मन’ के बाद जॉर्ज पंचम की प्रशंसा में रामभुज चौधरी द्वारा रचित गाना ‘बादशाह हमारा…’ गाया गया। उन दिनों ब्रिटिश सम्राट जॉर्ज पंचम अपनी पत्नी के साथ भारत दौरे पर आए हुए थे और उन्होंने बंगाल के विभाजन को निरस्त कर दिया था। इसी के चलते कांग्रेस के इस अधिवेशन में जार्ज पंचम की प्रशंसा की गई थी। अगले दिन अखबारों में इन दोनों को लेकर खबर छापी गईं, कई अखबारों ने खबरों को इस तरह छापा कि जिससे लोगों को लगा कि यह गीत जार्ज पंचम की प्रशंसा में गाया गया है।

विवाद पर टैगोर का पक्ष?

‘जन गण मन’ को लेकर सबसे अधिक विरोध या अफवाह ‘भारत भाग्य विधाता’ को लेकर थी। हालांकि, 1912 में ही टैगोर ने स्पष्ट कर दिया था कि गाने में मौजूद ‘भारत भाग्य विधाता’ के मतलब केवल ‘देश की जनता या सर्वशक्तिमान ईश्वर’ ही हो सकता है। टैगोर ने ‘जन गण मन’ को लेकर उठे सवालों के बाद पुलिनबिहारी सेन को इसे लेकर 1937 में एक पत्र लिखा था।

टैगोर ने इस पत्र में बताया कि एक उच्च अधिकारी ने उनसे अनुरोध किया था कि वह सम्राट के लिए एक अभिनंदन गीत लिखें और यह सुनकर वह दंग रह गए थे। उन्होंने लिखा, “जन गण मन में मैंने भगवान भारत भाग्य विधाता की स्तुति की है जो युगों-युगों से यात्रियों के निरंतर सारथी हैं, जो सभी कठिन परिस्थितियों में मार्गदर्शन करते हैं, जो कई युगों में जन्म लेते हैं।” टैगोर ने आगे लिखा, “वह कभी भी किंग जॉर्ज पंचम या VI या कोई अन्य जॉर्ज नहीं हो सकता। यह सच्चाई मेरे ‘वफादार दोस्त’ को पता चल गई, क्योंकि विदेशी शासकों के प्रति उसकी वफादारी चाहे कितनी भी मजबूत क्यों न हो, वह बुद्धिहीन नहीं था। मैंने यह गाना खास तौर पर कांग्रेस के लिए भी नहीं बनाया था।”

इस विवाद को लेकर टैगोर ने 1939 में भी एक पत्र लिखा था। 1949 में प्रकाशित पुस्तक ‘भारत के राष्ट्रगान’ में प्रबोधचंद्र सेन ने इस पत्र का उल्लेख किया है। इस पत्र में टैगोर लिखते हैं, “मैं उन लोगों को जवाब देना अपनी बेइज़्ज़ती समझूंगा जो मुझे इस मूर्खता के लायक समझते हैं कि मैं जॉर्ज IV या जॉर्ज V की स्तुति में कुछ गाऊंगा।”

‘भारत का राष्ट्रगान’ किताब का एक अंश

महात्मा गांधी ने 8 मई 1946 को एक प्रार्थना प्रवचन के दौरान जन गण मन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक ऐसा गीत है जिसने हमारे जीवन में जगह बना ली है। उन्होंने कहा, “यह न केवल एक गीत है, बल्कि एक भक्ति भजन की तरह भी है।” सुभाष चंद्र बोस जैसे कई अन्य क्रांतिकारियों ने भी इस गाने की प्रशंसा की थी। ‘जन गण मन’ को संस्कृतनिष्ठ बांग्ला में लिखा गया था और नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने इसका आसान हिंदुस्तानी भाषा में अनुवाद करवाया था। आज़ाद हिन्द रेडियो के मुमताज़ हुसैन और INA के कर्नल आबिद हसन को दी थी। यह गान हिंदी में ‘सब सुख चैन की बरखा बरसे’ में बदल गए था। इतिहासकार प्रोफेसर कपिल कुमार का कहना है कि नेताजी क्यों कभी ऐसे गीत को राष्ट्रगान के लिए चुनेंगे जो किसी अंग्रेज़ की स्तुति में गाया गया हो।

क्रांतिकारी रवींद्रनाथ टैगोर

टैगोर को कई लोगों द्वारा अंग्रेज़ों का समर्थक होने का दावा किया जाता है जिसे कपिल कुमार पूरी तरह नकारते हैं। कपिल कुमार का कहना है कि टैगोर क्रांतिकारियों के एक बहुत बड़े समर्थक थे। उन्होंने कहा, “गदर पार्टी के एक मुकदमे के दौरान जब अमेरिका की पुलिस ने एक जांच की तो पता चला कि क्रांतिकारी गुप्त भाषा में बातचीत करते थे और जब इसकी एक रिपोर्ट जमा की गई तो उसमें लिखा गया था कि कवि टैगोर जो हैं, वे बहुत खतरनाक हैं।” कपिल कुमार बताते हैं, “टैगोर ने अमेरिका से कई हजार डॉलर इकट्ठे किए और यह पैसा ले जाकर के उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री को दे दिया ताकि जो सुदूर एशिया-पूर्व के देशों में भारतीय क्रांतिकारी हैं, उनके बीच वह पैसा बांटा जा सके, एक बहुत ही आंखें खोलने वाला था।”

रास बिहारी बोस जब भारत से जापान के लिए निकले तो वे खुद को टैगोर का पर्सनल सेक्रेटरी बताकर निकले थे जिसका मतलब साफ था कि रास बिहारी बोस को टैगोर का पूरा समर्थन था। प्रोफेसर कपिल कुमार बताते हैं, “आज़ाद हिंद फौज के गुप्तचर विभाग के जितने भी लोग भारत आए उनमें से कई शांति निकेतन जाते थे। शांति निकेतन टैगोर का ऐसा विश्वविद्यालय था जहां राष्ट्रवाद की चर्चा की जाती थी। टैगोर ऊपर से विश्व शांति की बात करते थे लेकिन उन्होंने अंदर खाने क्रांतिकारियों को समर्थन दिया था।”

भारत के बाहर रहने वाले लोगों को आज़ादी के मकसद से एकजुट करने के लिए बनाई गई इंडियन इंडिपेंडेंस लीग की वियतनाम, चीन, हॉन्ग-कॉन्ग, मलाया, सिंगापुर में कई जगह शाखाएं खुलीं। इनका भी टैगोर से संबंध बताया जाता है। प्रोफेसर कपिल के मुताबिक, “जिन-जिन देशों की टैगोर ने यात्रा की उन सभी जगहों पर इंडियन इंडिपेंडेंस लीग बनी थी।” जब टैगोर जापान गए थे तो उन्होंने रास बिहारी बोस से मुलाकात भी की थी। जब सुभाष चंद्र बोस को कांग्रेस से सस्पेंड किया गया था तो टैगोर ने इसके विरोध में महात्मा गांधी को पत्र लिखते हुए इसकी आलोचना की थी। टैगोर को आम तौर पर एक कवि, लेखक, संगीतकार, दार्शनिक, शिक्षाविद और चित्रकार के रूप में जाना जाता है। लेकिन टैगोर के क्रांतिकारियों की मदद के लिए किए गए काम बेशक सीधे सामने नज़र ना आएं पर उनके योगदान को कतई नकारा नहीं जा सकता है।

स्रोत: जन गण मन, रवींद्रनाथ टैगोर, राष्ट्रगान, जार्ज पंचम, पुलिनबिहारी सेन, प्रबोधचंद्र सेन, रास बिहारी बोस, सुभाष चंद्र बोस, जापान, अमेरिका, महात्मा गांधी, Jana Gana Mana, Rabindranath Tagore, National Anthem, George V, Pulin Bihari Sen, Prabodh Chandra Sen, Rash Bihari Bose, Subhash Chandra Bose, Japan, America, Mahatma Gandhi
Tags: AmericaGeorge VJana Gana ManaJapanMahatma GandhiNational AnthemPrabodh Chandra SenPulin Bihari SenRabindranath TagoreRash Bihari BoseSubhash Chandra Boseअमेरिकाजन गण मनजापानजार्ज पंचमपुलिनबिहारी सेनप्रबोधचंद्र सेनमहात्मा गाँधीरवींद्रनाथ टैगोरराष्ट्रगानरास बिहारी बोससुभाष चंद्र बोस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

65% संपत्ति दान कर परोपकार में लगाया जीवन, देश के विकास के साथ बदली लाखों की जिंदगी… ऐसे थे भारत के ‘रतन’ टाटा

अगली पोस्ट

किसान नेता डल्लेवाल की जिन्दगी से क्यों खेल रही है पंजाब की AAP सरकार? डल्लेवाल के साथ किसी अनहोनी का इंतज़ार क्यों ?

संबंधित पोस्ट

संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू
इतिहास

नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

30 May 2025

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के बड़े नेताओं ने शुक्रवार (30 मई) को गोवा के स्थापना दिवस के मौके पर बधाई दी...

1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)
इतिहास

अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

28 May 2025

जब विनायक दामोदर सावरकर यानी वीर सावरकर को ब्रिटिश सरकार ने अंडमान की सेलुलर जेल में कैद किया, तब उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी...

कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954
इतिहास

‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

27 May 2025

देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आज (27 मई) 61वीं पुण्यतिथि है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस और बीजेपी के तमाम बड़े...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited