अमेरिका की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI के तौर-तरीकों की आलोचना करने वाले कंपनी के पूर्व भारतीय-अमेरिकी रिसर्चर सुचिर बालाजी (Suchir Balaji) की अमेरिका में कुछ समय पहले संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। अब सैन फ्रांसिस्को के मुख्य चिकित्सा परीक्षक के कार्यालय ने बताया है कि सुचिर की मौत कथित तौर पर आत्महत्या थी। 26 वर्षीय सुचिर ने बीते अक्टूबर में द न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में OpenAI और ChatGPT पर कॉपीराइट जैसे कानूनों को तोड़ने का आरोप लगाया था। सुचिर ने 4 वर्षों तक OpenAI में काम करने के बाद अगस्त में कंपनी छोड़ दी थी। सुचिर ChatGPT जैसे जेनेरेटिव AI मॉडल्स को प्रशिक्षित करने के लिए कॉपीराइट सामग्री के उपयोग के बारे में चिंताओं की बात करने वाले प्रमुख शख्स थे।
कौन थे सुचिर बालाजी?
सुचिर ने अमेरिका के बर्कले स्थित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की थी। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही सुचिर ने OpenAI और Scale AI में इंटर्नशिप शुरू कर दी थी। सुचिर ने इसके बाद OpenAI में काम करना शुरू किया और शुरुआती दौर में उन्होंने WebGPT पर काम किया था और वे GPT-4 की प्रीट्रेनिंग टीम का हिस्सा भी रहे थे। चार साल तक काम करने के बाद बालाजी ने OpenAI छोड़ दी थी। उन्होंने द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया था कि उन्हें एहसास हुआ कि टेक्नोलॉजी समाज को फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाएगी। सुचिर का मुख्य चिंता यह थी कि OpenAI ने कथित तौर पर कॉपीराइट डेटा के इस्तेमाल से जुड़े नियमों का उल्लंघन किया है।
इस घटना के बाद सुचिर की अक्टूबर की एक ‘X’ पोस्ट सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो गई है। इस पोस्ट में सुचिर ने लिखा था, “शुरुआत में मुझे कॉपीराइट और उचित उपयोग (Fair Use) आदि के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी लेकिन GenAI कंपनियों के खिलाफ दायर सभी मुकदमों को देखने के बाद मैं इसे लकेर उत्सुक हो गया था।” उन्होंने लिखा था, “जब मैंने इसे बेहतर ढंग से समझने की कोशिश की तो मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि बहुत सारे जेनेरेटिव AI प्रोडक्ट्स के लिए उचित उपयोग एक बहुत ही अविश्वसनीय प्रतिवाद की तरह लगता है। इस बुनियादी कारण से कि वे ऐसे विकल्प बना सकते हैं जो उस डेटा के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं जिस पर उन्हें प्रशिक्षित किया गया है।”
I recently participated in a NYT story about fair use and generative AI, and why I’m skeptical “fair use” would be a plausible defense for a lot of generative AI products. I also wrote a blog post (https://t.co/xhiVyCk2Vk) about the nitty-gritty details of fair use and why I…
— Suchir Balaji (@suchirbalaji) October 23, 2024
मस्क ने दी प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। X के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मस्क ने सुचिर की मौत से जुड़ी खबर की एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘Hmm’ लिखा है। मस्क का यह पोस्ट भी अब खूब वायरल हो रहा है।
— Elon Musk (@elonmusk) December 14, 2024
सुचिर 26 नवंबर को अपने बुकानन स्ट्रीट अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे और अब प्रशासन ने इसे आत्महत्या का मामला बताया है। लेकिन इसके बाद भी सुचिर की मौत को लेकर OpenAI जैसे संस्थाओं पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। पिछले दो वर्षों में कई लोगों और व्यवसायों ने OpenAI सहित विभिन्न AI कंपनियों पर मुकदमा दायर किया है। इन लोगों ने आरोप लगाया है कि इन कंपनियों ने अपनी टेक्नोलॉजी को प्रशिक्षित करने के लिए अवैध रूप से कॉपीराइट सामग्री का उपयोग किया है।
दिसंबर में न्यूयॉर्क टाइम्स ने OpenAI और उसके भागीदार Microsoft के खिलाफ मुकदमा दायर करते हुए दावा किया था कि उन्होंने चैटबॉट बनाने के लिए टाइम्स द्वारा प्रकाशित लाखों लेखों का उपयोग किया था। AI को लेकर तमाम तरह के सवाल हैं और इससे जुड़ी कंपनियों को लेकर विभिन्न मुकदमें भी चल रहे हैं। AI को दुनिया का भविष्य बताया जाता है और इसे लेकर चिंताएं भी बड़ी हैं। openai whistleblower suchir balaji suchir balaji OpenAI