24 नवंबर को संभल(Sambhal) से आई हिंसा की खबर ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया था, लेकिन 14 दिसंबर को एक ऐसी खबर सामने आई जिसने स्थानीय हिंदुओं में खुशी की लहर दौड़ाई। प्रशासन को संभल के नखासा क्षेत्र के खग्गू सराय मोहल्ले में 46 साल से बंद पड़ा भगवान शिव का मंदिर मिल गया। मंदिर के पुनः खोले जाने के बाद, पूजा-अर्चना के महज तीसरे दिन, 16 दिसंबर को मंदिर के पास स्थित एक कुएं से तीन मूर्तियां बरामद हुईं हैं। इनमें पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की मूर्तियां शामिल हैं, हालांकि तीनों मूर्तियां खंडित अवस्था में पाई गईं हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और जांच कार्य
मंदिर के पुनः खोले जाने के बाद सफाई और रंग-रोगन का काम जारी है। एसपी कृष्ण विष्णोई ने बताया कि मंदिर के आसपास CCTV कैमरे लगाए गए हैं और एक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है, जिससे 24 घंटे सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। श्रद्धालुओं की निगरानी की जा रही है, ताकि कोई अराजक तत्व मंदिर परिसर में प्रवेश न कर सके। एएसपी श्रीशचंद्र ने बताया कि कुएं की खुदाई जारी है, और अब तक तीन मूर्तियां बरामद हो चुकी हैं।
पहले विवादित ब्यान, फिर माफ़ी
विवादित ढांचों के कोर्ट के निर्देशानुसार हो रहे सर्वे से बौखलाए केरल के तिरुवनंतपुरम में सुन्नी मुस्लिम संगठन समस्त केरल जमीयतुल उलमा के सदस्य मौलाना उमर फैजी मुक्कम ने भगवान शिव और माता पार्वती पर घिनौनी टिप्पणी की है। फैजी की विवादित टिप्पणी को लेकर हिंदू समाज में गहरा आक्रोश फैल गया था, जिसके बाद उसने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।
मस्जिदों के हो रहे सर्वे पर टिप्पणी करते हुए फैजी ने एरीकोड में आयोजित समस्त केरल सुन्नी छात्र संघ के कार्यक्रम में कहा था, “शिवलिंग और पार्वती की योनि का दावा करके एक-एक करके मस्जिदों को मिटाया जा रहा है।” इस विवाद के बाद फैजी ने अपने बयान पर खेद व्यक्त किया और माफी मांगी।