आजकल बांग्लादेश से भारत में अवैध शरणार्थियों की लगातार बढ़ती संख्या गंभीर चिंता का विषय बन गई है। यूपी एटीएस ने अलीगढ़ से सिराज नाम के एक बांग्लादेशी व्यक्ति और उसकी पत्नी हलीमा को गिरफ्तार किया है। सिराज, बांग्लादेश के फरीदपुर जिले का निवासी है, जिसने दलालों की मदद से बेनाफुल बॉर्डर पार कर भारत में घुसपैठ की। यही नहीं, उसने फर्जी भारतीय दस्तावेज और पासपोर्ट भी तैयार करवा लिए, जिनकी आड़ में वह सऊदी अरब, दुबई और बांग्लादेश तक की यात्रा कर चुका है। उसकी पत्नी ने भी भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल करते हुए बांग्लादेश की कई बार यात्रा की है। यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि ऐसे कितने और अवैध शरणार्थी हमारी सीमाओं से अंदर आ रहे हैं?
फर्जी दस्तावेज हुए बरामद
यूपी एटीएस ने अलीगढ़ से सिराज और उसकी पत्नी हलीमा के पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। इनमें दो मोबाइल फोन, दो भारतीय आधार कार्ड, दो वोटर कार्ड, दो पैन कार्ड, दो एटीएम कार्ड, दो भारतीय पासपोर्ट, एक बांग्लादेश पासपोर्ट की कॉपी, दो बांग्लादेशी जन्म प्रमाण पत्र की कॉपी, एक सऊदी अरब का पहचान पत्र, एक ई-श्रम कार्ड, एक कोरोना वैक्सीन कार्ड, एक विदेश मंत्रालय का पीसीसी फॉर्म और अन्य दस्तावेज शामिल हैं।
इसके अलावा इनके पास से 1250 रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। इन फर्जी दस्तावेजों के जरिए सिराज और हलीमा ने न केवल भारतीय बैंक खाते खुलवाए, बल्कि भारतीय पासपोर्ट भी बनवा लिए। इन पासपोर्टों का इस्तेमाल कर उन्होंने चार महीने पहले बांग्लादेश की यात्रा भी की थी। इस मामले ने सीमा पार करवाने वाले दलालों और फर्जी दस्तावेजों के नेटवर्क पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बांग्लादेश से सीमा पार करने वाले कितने और
यूपी एटीएस द्वारा अलीगढ़ से गिरफ्तार सिराज और हलीमा के पास से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और भारतीय पासपोर्ट की बरामदगी ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इनके पास भारतीय दस्तावेज और पासपोर्ट आखिर कहां से आए? साथ ही, सीमा पार करवाने वाले दलालों ने और कितने लोगों को इसी तरह भारत में अवैध रूप से प्रवेश दिलवाया है?
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने 22 दिसंबर को अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ चलाए गए 12 घंटे के वेरिफिकेशन ड्राइव में 175 लोगों की पहचान की थी। यह अभियान शनिवार शाम 6 बजे से शुरू होकर बाहरी दिल्ली के इलाकों में चलाया गया था।
ये घटनाएं यह स्पष्ट करती हैं कि बांग्लादेश से आये शरणार्थियों की अवैध एंट्री भारत के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है। ये न केवल देश की सुरक्षा को खतरा पहुंचाते हैं, बल्कि फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सरकारी प्रणाली को भी चुनौती देते हैं।