TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    आलोक कुमार ने बताया कि गुरुवार रात दीपु चंद्र दास पर कथित ईशनिंदा का आरोप लगाकर भीड़ ने उसे जिंदा जला दिया

    मुंबई, 22 दिसंबर 2025: बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर वीएचपी का आक्रोश, अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग

    7 हजार परिवारों को इसका लाभ मिलेगा

    भूमिहीन परिवारों को जल्द मिलेंगे 100-100 गज के प्लॉट: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी

    ईटानगर नगर निगम के 14 वॉर्ड भाजपा के नाम

    अरुणाचल निकाय चुनाव में BJP का दबदबा: 170 सीटों पर जीत, PPA को 28; ईटानगर नगर निगम के 14 वॉर्ड भाजपा के नाम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    आलोक कुमार ने बताया कि गुरुवार रात दीपु चंद्र दास पर कथित ईशनिंदा का आरोप लगाकर भीड़ ने उसे जिंदा जला दिया

    मुंबई, 22 दिसंबर 2025: बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर वीएचपी का आक्रोश, अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग

    7 हजार परिवारों को इसका लाभ मिलेगा

    भूमिहीन परिवारों को जल्द मिलेंगे 100-100 गज के प्लॉट: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी

    ईटानगर नगर निगम के 14 वॉर्ड भाजपा के नाम

    अरुणाचल निकाय चुनाव में BJP का दबदबा: 170 सीटों पर जीत, PPA को 28; ईटानगर नगर निगम के 14 वॉर्ड भाजपा के नाम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

हमले के दिन संसद में क्या-क्या हुआ?; कैसे रोका गया था लोकतंत्र की आत्मा पर सबसे बड़ा हमला?

इस हमले में किसी भी नेता को कोई नुकसान नहीं हुआ था

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
14 December 2024
in इतिहास
इस हमले में दिल्ली पुलिस के 5 जवान, CRPF की एक महिला सिक्योरिटी गार्ड, राज्यसभा के 2 कर्मचारी और एक माली की मौत हो गई।

इस हमले में दिल्ली पुलिस के 5 जवान, CRPF की एक महिला सिक्योरिटी गार्ड, राज्यसभा के 2 कर्मचारी और एक माली की मौत हो गई।

Share on FacebookShare on X

13 दिसंबर का दिन भारत के सीने पर लगे सबसे गहरे घावों में से एक का दिन है। 13 दिसंबर को 2001 में संसद पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद का आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें कई सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी। हालाँकि, किसी नेता को नुकसान नहीं हुआ था। इस हमले की दुनिया भर में तीखी आलोचना हुई थी।

उस दिन 13 दिसंबर 2001 दिन था। संसद का शीत कलीन सत्र चल रहा है। घटना के दिन भी संसद में ‘महिला आरक्षण बिल’ पर चर्चा होना था लेकिन हंगामे की वजह से संसद को 11:02 बजे स्थगित कर दिया गया। इसके बाद भाजपा की नेतृत्व वाले NDA की सरकार में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और विपक्ष की नेता सोनिया गाँधी संसद भवन से निकल गए। अन्य सांसद भी धीरे-धीरे निकल रहे थे। इसके कारण संसद के गेट नंबर 12 पर VIP गाड़ियों का ताँता लगा हुआ था। उस वक्त सदन में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा नेता प्रमोद महाजन सहित 100 सांसद और पत्रकार मौजूद थे। तत्कालीन उपराष्ट्रपति कृष्णकांत का काफिला भी निकलने वाला था। करीब साढ़े ग्यारह बजे उपराष्ट्रपति के सुरक्षाकर्मी उनके आने का इंतजार कर रहे थे। उस समय सुरक्षाकर्मी बिना हथियार के हुआ करते थे।

संबंधितपोस्ट

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

और लोड करें

उसी दौरान एक सफेद एंबेसडर कार गेट नंबर 12 से संसद भवन परिसर में घुसी। ये वो वक्त था, जब सारे मंत्री-सांसद एंबेसडर कार का उपयोग करते थे। हालाँकि, सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह और तेज गति से भागती रही। सुरक्षा गार्ड भी उस एंबेसडर कार के पीछे दौड़ पड़े। इनमें CRPF की महिला कर्मी कमलेश कुमारी भी थीं। कमलेश ने वॉकी-टॉकी से सबको सूचित करके सदन का गेट बंद करने के लिए कहा। सुरक्षाकर्मियों के पीछा करने से एंबेसडर में बैठे लोग घबरा गए और उनकी गाड़ी उपराष्ट्रपति की कार से टकरा गई। सुरक्षाकर्मियों को समझते देर नहीं लगी कि क्या होने वाला है। इस कार का चालक अपनी गाड़ी को संसद के गेट नंबर 9 की तरफ ले जाने लग, लेकिन कार सड़क किनारे लगे पत्‍थर से टकराकर रुक गई।

इस कार में 5 आतंकी बैठे थे। गाड़ी टकराते ही वे उसमें से उतरे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकी पूरी तैयारी के साथ आए थे। उनके पास एके-47 और हैंड ग्रेनेड थे। सुरक्षाकर्मी निहत्थे थे, वो हंगामा करते हुए इधर-उधर दौड़ पड़े। इस दौरान दिल्ली पुलिस के एएसआई जीतराम ने आतंकियों पर गोलियाँ चलाईं। वहीं, सुरक्षाकर्मी जेपी यादव ने आतंकियों को रोकने के लिए उन पर फायरिंग की, लेकिन आतंकियों की गोली लगने से वे शहीद हो गए। इस दौरान आतंकियों ने कमलेश कुमारी को देख लिया और उन्हें गोली मार दी। वे वहीं पर बलिदान हो गईं। आतंकियों की एक गोली परिसर के माली देशराज को लगी और वे भी बलिदान हो गए।

गोलियों की आवाज और चीख-पुकार सुनकर आवाज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान अलर्ट हो गए। दरअसल, संसद भवन परिसर में CRPF की एक बटालियन हमेशा मौजूद रहती थी। जब CRPF के जवान दौड़-भागकर आए। उन्होंने सदन में जाकर सभी लोगों को अंदर ही किसी सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा। सुरक्षा अधिकारी जेपी यादव ने वॉकी टॉकी पर सदन के सारे गेट बंद करने का आदेश दिया।

इस बीच इनमें से एक आतंकी ने गेट नंबर 1 से सदन में घुसने की कोशिश की और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उसे मार गिराया। आतंकी ने अपने शरीर पर बम भी बाँध रखा था। सुरक्षाकर्मियों की गोली लगते ही उस बम में ब्लास्ट हो गया और उसके शरीर के चीथड़े उड़ गए। अन्य 4 आतंकी गेट नंबर 4 से सदन में घुसने की कोशिश करने लगे। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने इनमें से 3 आतंकियों को वहीं मार गिराया। अब सिर्फ एक आतंकी बच गया था। वह गेट नंबर 5 की और दौड़ लगाई, लेकिन वहाँ भी सुरक्षाकर्मी कवर लिए हुए थे और उन्होंने उसे भी मार गिराया। यह वह जगह है, जहाँ से प्रधानमंत्री प्रवेश करते हैं। इस हमले में दिल्ली पुलिस के 5 जवान, CRPF की एक महिला सिक्योरिटी गार्ड, राज्यसभा के 2 कर्मचारी और एक माली की मौत हो गई।

आतंकियों द्वारा 11:30 बजे शुरू हमला शाम को 4 बजे तक चला, जब तक कि सारे आतंकी मारे नहीं गए। उनकी गाड़ी में 30 किलोग्राम विस्फोटक मिले। जेहादियों का यह आत्मघाती दस्ता संसद भवन के मुख्य सदन में घुसकर कत्लेआम मचाने और सांसद-मंत्रियों को बंधक बनाने का इरादा रखता था। आतंकियों ने बैग में बड़ी मात्रा में सूखे मेवों रखे थे। इससे संकेत मिलता है कि अगर वे मुख्य संसद भवन में घुसने में सफल हो जाते तो वे लंबे समय तक बंधक बनाए रखने की स्थिति में होते, लेकिन सुरक्षाकर्मियों की बहादुरी से यह नहीं हो सकता। सारे आतंकियों के बैग में कम से कम 10 हैंड ग्रेनेड थे। खुफिया अधिकारियों पता चला कि आतंकियों ने यह कार घटना से दो दिन पहले दिल्ली के करोल बाग इलाके के लकी मोटर्स से खरीदा था। जनवरी 1997 मॉडल की यह कार 1.10 लाख रुपये में बेची गई थी। खुफिया एजेंसियों ने पुष्टि की कि यह हमला एक फिदायीन हमला था, जो वाघा सीमा के पार से जुड़ा था।

इस घटना के बाद देश में तहलका मच गया। जाँच शुरू हुई। हमले के 24 घंटे से भी कम समय में दिल्ली के होटल एंबेसडर से दो पाकिस्तानी नागरिकों को पकड़ा गया। उन पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य होने का संदेह था। ये दोनों व्यक्ति अपने सेलफोन पर आतंकवादियों के संपर्क में थे। और 15 दिसंबर 2001 को हमले का साजिश रचने के आरोप में अफजल गुरु, एसएआर गिलानी, अफशान गुरु और शौकत हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया। इन आतंकियों पर लंबी सुनवाई हुई। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने एसआर गिलानी और अफशान गुरु को इस मामले में बरी कर दिया। वहीं, अफजल गुरु की मौत की सजा मिली थी, जो सुप्रीम कोर्ट में भी बरकरार रही। शौकत हुसैन की मौत की सजा को भी कम करके 10 साल कर दिया गया।

आखिरकार 9 फरवरी 2013 को अफजल गुरु को दिल्ली की तिहाड़ जेल में सुबह 8 बजे फाँसी दे दी गई। अफजल गुरु कश्मीर का एक फल कारोबारी था। संसद पर हमला करने वाले पांचों आतंकी पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे। गाजी बाबा नाम के एक कमांडर ने इस साजिश की नींव रखी थी। बाद में इस गाजी बाबा को BSF ने साल 2003 में एक एनकाउंटर के दौरान श्रीनगर में मार गिराया था।

2 माह पहले ही हो चुका था संसद पर हमले का खुलासा

दरअसल, संसद पर हमले से दो महीने मुंबई पुलिस अंडरवर्ल्‍ड पर नकेल कस रही थी। अक्टूबर 2001 में मुंबई पुलिस के कमिश्नर एमएन सिंह को एक मुखबिर ने जानकारी दी कि चीता कैंप कहलाने वाले उत्तर-पूर्वी मुंबई की झुग्गी में रहने वाला अफरोज नाम का एक लड़का विमान उड़ाने का कोर्स करने के लिए विदेश गया था। इस जानकारी ने मुंबई पुलिस के खान खड़े कर दिए। पहली बात तो यह कि झुग्गी का रहने वाला लड़का इतना महंगा कोर्स और वह भी विदेश में करने के लिए पैसे कहाँ से लाया और दूसरा कारण एक महीना पहले ही अमेरिका में 9/11 का आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने विमानों को हाईजैक करके अमेरीकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन और न्यूयॉर्क के ट्विन टावर से टकरा दिया था।

पुलिस कमिश्नर एमएन सिंह ने पता कराया तो पता चला कि अफरोज के अब्बू चीता कैंप में दर्जी का काम करते थे। इससे उनका माथा और ठनक गया। उन्होंने इसकी जाँच शुरू कर दी। पुलिस को पता चला कि अफरोज इस वक्त भारत में ही है और नवी मुंबई के होटल अबोट में ठहरा है। पुलिस ने होटल पर छापा मारकर अफरोज को पकड़ लिया। जब अफरोज से पूछताछ की गयी तो उसने चौंकाने वाले खुलासे किए थे। पुलिस कमिश्नर के अनुसार, अफरोज ने पुलिस के सामने कबूल किया था कि वो अमेरिका में हमला करने वाले आतंकी संगठन अल कायदा की का हिस्सा था। उसने यह भी बताया था कि अल कायदा ऐसा ही हमला ब्रिटेन की संसद और ऑस्ट्रेलिया के रिएलटो टॉवर पर भी करने वाला है। अफरोज ने यह भी बताया था कि अलकायदा भारत की संसद पर भी हमला करने की साजिश रच रहा है। हालाँकि, इस बारे में उसने ज्यादा जानकारी नहीं होने की बात कही, क्योंकि वह उस दस्ते का हिस्सा नहीं था।

इसके बाद कमिश्नर सिंह ने इसकी जानकारी दिल्ली के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अजयराज शर्मा को दी। अफरोज की गिरफ्तारी के ठीक 2 महीने बाद 13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकियों ने हमला कर दिया। हालाँकि, मुंबई पुलिस से इनपुट मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने क्या किया, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। अफरोज ने मुंबई पुलिस को बताया था कि पायलट की ट्रेनिंग का कोर्स करने के लिए उसे ब्रिटेन के कारोबारी मुबारक मुसलमान ने दिया था। वह कई देशों में ट्रेनिंग ली। इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया नाम के शहर में मौलाना मंसूर इलियास नाम के शख्स ने उसे आतंकी बनने के लिये प्रेरित किया और वह अल कायदा से जुड़ गया।

मुंबई पुलिस ने उसे POTA कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया था। उसके दावों की पृष्टि के लिए मुंबई पुलिस की टीमें अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया गई थीं, लेकिन इन देशों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। इसके बाद मुंबई पुलिस अदालत में अफरोज के खिलाफ कुछ साबित नहीं कर पाई। फिर अफरोज को छोड़ दिया गया। इस मामले में बरी होने के बाद उसने अणुशक्तिनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गया। अफरोज का कहना था कि उस पर लगे तमाम आरोप झूठे हैं। फिलहाल वह नवी मुंबई में चमड़ा उत्पादों का कारखाना चलाता है।

स्रोत: संसद हमला, दिल्ली पुलिस, अफजल गुरु, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, लाल कृष्ण आडवाणी, Parliament attack, Afzal Guru, Jaish-e-Mohammed, Lashkar-e-Taiba, Delhi Police, Lal Krishna Advani
Tags: Afzal GuruDelhi policeJaish-e-MohammedLal Krishna AdvaniLashkar-e-TaibaParliament attackअफज़ल गुरुजैश-ए-मोहम्मददिल्ली पुलिसलश्कर-ए-तैयबालाल कृष्ण आडवाणीसंसद हमला
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

FDI का आंकड़ा 1 ट्रिलियन डॉलर के पार, रूस और अमेरिका नहीं ये देश सबसे आगे

अगली पोस्ट

हस्तिनापुर से वफादारी, अर्जुन से प्रेम… द्रोणाचार्य ने क्यों माँगा एकलव्य का अँगूठा? राहुल गाँधी फैला रहे झूठ, कहानी में ‘जाति’ कहीं नहीं

संबंधित पोस्ट

श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया
इतिहास

श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

22 December 2025

महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसम्बर 1887 को तमिलनाडु के इरोड ज़िले के कुम्भकोणम् में हुआ था। यह वही प्रसिद्ध तीर्थस्थल है, जहाँ...

इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष
इतिहास

बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

22 December 2025

हमारे देश की एक बड़ी समस्या यह रही है कि अंग्रेजों के समय में पढ़ाया गया गलत और औपनिवेशिक इतिहास आज़ादी के बाद भी बदला...

21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध
इतिहास

21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

21 December 2025

अंग्रेज शासन के दौरान कई अधिकारी छोटी-छोटी बातों पर कठोर दंड देकर समाज में भय का वातावरण बनाते थे। इसका उद्देश्य जनता को आतंकित करना...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited