‘अमृत काल में अमृत कलश’: देश भर में दिखी गणतंत्र दिवस की धूम, पहली बार निकली तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी

गणतंत्र दिवस परेड

गणतंत्र दिवस पर झांकी का दृश्य (फोटो साभार:HT)

देश में 76 वें गणतंत्र दिवस की धूम देखने को मिल रही है। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगा फहराकर संपूर्ण देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती की भी बधाई दी। इस दौरान उन्होंने देश में हुए विकास कार्यों और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन तथा हर तबके तक उसकी पहुंच को लेकर भी बात की। यह पहला मौका था जब तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से झांकी निकाली।

इस गणतंत्र दिवस की थीम ‘गोल्डन इंडिया-हेरिटेज एंड डेवलपमेंट’ है। इसमें इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। साथ ही 10000 अन्य लोग बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के साथ 352 सदस्यीय इंडोनेशियाई मार्चिंग और बैंड दल ने परेड में भाग लिया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट पर स्थित युद्ध स्मारक पर बलिदान सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

गणतंत्र दिवस में शामिल विशिष्ट अतिथियों में पैरालंपिक खिलाड़ी, बेहतर प्रदर्शन करने वाले सरपंच, हथकरघा कारीगर, वन एवं वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता शामिल हुए। साथ ही परेड में 16 राज्यों और केंद्र सरकार के 15 मंत्रालयों की कुल 31 झांकियाँ निकाली गईं।

परेड के दौरान ही ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका रॉकेट सिस्टम और आकाश एयर डिफेंस सिस्टम समेत अत्याधुनिक रक्षा प्लेटफॉर्म प्रदर्शित किए गए। सेना की बैटल सर्विलांस सिस्टम ‘संजय’ और डीआरडीओ की ‘प्रलय’ सामरिक मिसाइल भी पहली बार प्रदर्शित की गई है। इसके अलावा टी-90 भीष्म टैंक, सरथ सैन्य वाहन, नाग मिसाइल सिस्टम और वाहन पर लगे पैदल सेना मोर्टार सिस्टम (ऐरावत) शामिल हुए।

इसके अलावा, फ्लाईपास्ट में भारतीय वायुसेना के 40 विमान शामिल हुए। इनमें सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, सी-17 ग्लोबमास्टर और एसयू-30 लड़ाकू विमान शामिल हैं। इनमें 22 फाइटर जेट थे। भारतीय तटरक्षक बल के तीन डोर्नियर विमानों ने भी इसमें भाग लिया। वहीं, सिग्नल कोर के कर्मियों ने मोटरसाइकिल पर करतब का प्रदर्शन किया। इसके अलावा 5000 कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

इस साल जिन 16 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियाँ प्रदर्शित की गईं, उसमें गोवा, उत्तराखंड, हरियाणा, झारखंड, गुजरात, आंध्र प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़, दिल्ली, दादरा और नगर हवेली, और दमन और दीव शामिल हैं। इस बार उत्तर प्रदेश की झाँकी का थीम महाकुंभ रहा। इसमें समुद्र मंथन और इससे निकलने वाले अमृत कलश को दिखाया गया है।

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