महाकुंभ को बता रहे थे अंधविश्वास, घूम-घूम कर घृणा फैलाने वालों का नागा साधुओं ने कर दिया इलाज: देखिए वीडियो

तेजी से वायरल हो रहा वीडियो

महाकुंभ नागा साधु

महाकुंभ पर घृणा फैलाने वालों का नागा साधुओं ने कर दिया इलाज (फोटो साभार: HT)

महाकुंभ को बदनाम करने की कोशिश लगातार जारी है। ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है। कहा जा रहा है कि यह वीडियो प्रयागराज का है। इसमें कुछ लोग हाथ में पोस्टर लेकर महाकुंभ को अंधविश्वास बताते रहे थे। साथ ही माइक लेकर महाकुंभ का दुष्प्रचार भी कर रहे थे। यह बात नागा साधुओं को पता चली तो उन्होंने सामान को तोड़ कर उसमें आग लगा दी।

वायरल वीडियो में पोस्टर में ‘अंधविश्वास का मेला है कुंभ एक बहाना…मुक्ति चाहिए तो समझ को जगाना’ लिखा हुआ देखा जा सकता है। इसके साथ ही, वीडियो में माइक और स्पीकर भी देखा जा सकता है। कहा जा रहा है कि माइक के जरिए भी ये लोग कुंभ को लेकर प्रोपगेंडा फैला रहे थे। इसकी आवाज नागा साधुओं को सुनाई दी। साथ ही कुछ लोगों के हाथ में कुंभ को अंधविश्वास बताने वाले पोस्टर दिखाई दिए।

यह सब देखते ही नागा साधु भड़क गए और उन्होंने तोड़-फोड़ मचानी शुरू कर दी। साथ ही हाथों से पोस्टर भी छीन लिए। इस पूरे घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वायरल वीडियो में नागा साधुओं व अन्य लोगों को जमीन पर रखे सामान में पैर मारते तथा चिल्लाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में आगे बढ़ने पर जमीन में सामान इकट्ठा कर उसमें आग लगाते हुए भी देखा जा सकता है।

इसको लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। चंदन शर्मा नामक यूजर ने लिखा,  “जियो शेरों जियो। नागा साधुओं ने माहौल बना दिया।  कुछ विधर्मी हमारे सनातन धर्म और महाकुंभ मेला को बदनाम करने के लिए विक्षिप्त मानसिकता के साथ एक कैंप लगाकर बैठे थे जहां कुंभ मेला को अंधविश्वास बता रहे थे। हमारे सनातनी हिंदू और नागा बाबा को यह बात पता चली, वह वहां जाकर उनकी पूरे कैंप को तोड़फोड़ दिया तथा बढ़िया तरीके से समझा दिया कि हिंदू जाग गया है।”

आर्यावर्त नामक यूजर ने लिखा, “महाकुंभ में कुछ लोग अपनी तुच्छ मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए पोस्टर लेकर खड़े थे कि हमारा महाकुंभ एक पाखंड है और मैक से बोलकर किताबें भी बांट रहे थे। वहां से कुछ हमारे नागा संन्यासी गुजर रहे थे। उन्हें धर्म का अपमान और सनातन संस्कृति का अपमान सहन नहीं हुआ।”

दवे गौर नामक यूजर ने लिखा, “धर्मो रक्षति रक्षित:। वंदे मातरम्। कल मकर संक्रांति के अमृत स्नान पर ये वाकया देखने को मिला तुच्छ मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए महाकुंभ मेला क्षेत्र में पोस्टर लेकर खड़े थे, “महाकुंभ एक पाखंड है” माईक से अलाउंस भी कर रहे थे और अपने तर्क से संबंधित किताबें बांट रहे थे। वहां से कुछ हमारे महान नागा संन्यासी गुजर रहे थे, उन्हें धर्म का अपमान और सनातन संस्कृति का अपमान सहन नहीं हुआ और उन्होंने इलाज कर दिया जिसके लिए वह जाने जाते हैं। जय हिंदू धर्म, जय सनातन संस्कृति, जय हो ऐसे साधु संतों की। जय हो साधू महाराज जी की।”

 

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