आईएमडी के 150वें स्थापना दिवस पर पीएम मोदी का बड़ा कदम, ‘मिशन मौसम’ लॉन्च कर पेश किया भारत के विकास का विजन-2047

PM Modi launched 'Mission Mausam' on IMD's 150th foundation day

PM Modi launched 'Mission Mausam' on IMD's 150th foundation day

कैलिफोर्निया के जंगलों में भड़की पैलिसेड्स आग से हालात बेकाबू हो गए हैं। अब तक 24 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि हजारों इमारतें, जिनमें घर और व्यावसायिक भवन शामिल हैं, खाक हो चुकी हैं। तेज़ हवाओं के कारण आग तेजी से फैलकर विकराल रूप ले चुकी है, जिसे अब अमेरिकी इतिहास की सबसे महंगी आपदाओं में गिना जा रहा है। ऐसे में जलवायु परिवर्तन से बढ़ते खतरों को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150वें स्थापना दिवस पर ‘मिशन मौसम’ की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने भारत के भविष्य के लिए ‘विजन-2047’ दस्तावेज भी जारी किया, जो देश को मौसम और जलवायु संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करेगा।

क्या है मिशन मौसम और ‘विजन 2047’?

मंगलवार को भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150वें स्थापना दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक खास पहल ‘मिशन मौसम’ की शुरुआत की। इसका मकसद देश को मौसम की चुनौतियों से निपटने के लिए पहले से ज्यादा सक्षम और जलवायु के प्रति जागरूक बनाना है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित हुआ, जहां प्रधानमंत्री ने इस मिशन के महत्व पर विस्तार से चर्चा की और देश को एक नए विजन की ओर प्रेरित किया।

‘मिशन मौसम’ के तहत भारत में अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर उन्नत मौसम निगरानी तंत्र विकसित किया जाएगा। इसमें नई पीढ़ी के रडार, सटीक उपग्रह तकनीक और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटर जैसे उपकरण शामिल होंगे। इसका उद्देश्य न केवल सटीक पूर्वानुमान देना है, बल्कि वायु गुणवत्ता से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराना भी होगा। इससे मौसम संबंधी खतरों को कम करने और बेहतर प्रबंधन की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर ‘आईएमडी विजन-2047’ दस्तावेज भी जारी किया। इसमें आने वाले दशकों में मौसम पूर्वानुमान, जलवायु अनुकूलन और पर्यावरण संरक्षण के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। यह दस्तावेज भारत के लिए एक स्पष्ट रोडमैप तैयार करता है, ताकि जलवायु परिवर्तन जैसी गंभीर चुनौतियों से निपटा जा सके और देश को एक जलवायु-स्मार्ट राष्ट्र के रूप में विकसित किया जा सके।

अमेरिकी इतिहास की सबसे विनाशकारी आग

अमेरिका के हॉलीवुड सिटी में कैलिफोर्निया के जंगलों से फैल रही आग ने लॉस एंजिल्स में विकराल रूप ले लिया है, और आग थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रशांत महासागर से आ रही तेज हवाएं आग को और भी भीषण बना रही हैं। हालांकि आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, शुरुआती अनुमानों के अनुसार, यह अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी और सबसे नुकसानदायक आग हो सकती है। रविवार सुबह तक कैलिफोर्निया में लगभग 70,000 लोग बिना बिजली के रह रहे थे, जिनमें से अधिकांश लॉस एंजिल्स काउंटी में थे।

सरकारी अधिकारियों ने अभी तक आग से हुए नुकसान का आधिकारिक अनुमान नहीं लगाया है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग से 135 बिलियन डॉलर से लेकर 150 बिलियन डॉलर तक के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। इस भीषण आपदा को देखते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना विदेशी दौरा रद्द कर दिया, जबकि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैलिफोर्निया के गवर्नर पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

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