TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    जंगलराज बनाम सुशासन की वापसी! बिहार में बीजेपी का शब्द वार, ‘महालठबंधन’ की छवि को ध्वस्त करने की सुनियोजित रणनीति

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    जंगलराज बनाम सुशासन की वापसी! बिहार में बीजेपी का शब्द वार, ‘महालठबंधन’ की छवि को ध्वस्त करने की सुनियोजित रणनीति

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारत के परमाणु कार्यक्रम के जनक होमी भाभा की मौत के पीछे अमेरिका? CIA अधिकारी ने ही खोले थे राज़ – भारत हमारे लिए बन गया था ख़तरा

भारत के परमाणु सपने को कुचलने की साजिश !

himanshumishra द्वारा himanshumishra
25 January 2025
in क्राइम
भारत के परमाणु कार्यक्रम के जनक होमी भाभा की मौत के पीछे अमेरिका?

भारत के परमाणु कार्यक्रम के जनक होमी भाभा की मौत के पीछे अमेरिका?

Share on FacebookShare on X

परमाणु विज्ञान के क्षेत्र में भारत के विकास की बात आती है होमी जहाँगीर भाभा का नाम मानस पटल पर सबसे पहले आता है। परमाणु वैज्ञानिक भाभा का भारत के परमाणु कार्यक्रम के विकास में असीम योगदान है। उन्हें भारत के परमाणु कार्यक्रम का जनक कहा जाता है। भाभा की 56 साल की उम्र में एक हवाई दुर्घटना में मौत हो गई थी। कहा जाता है कि अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA ने यह विमान दुर्घटना करवाई थी, ताकि भारत परमाणु क्षमता हासिल ना कर पाए। अगर अमेरिका ने महान परमाणु वैज्ञानिक भाभा की हत्या नहीं करवाई होती तो भारत न्यूक्लियर एनर्जी के क्षेत्र में बहुत पहले ही अग्रणी स्थान हासिल कर चुका होता। वियना जाते हुए 24 जनवरी 1966 को एक विमान दुर्घटना में उनकी 56 साल की उम्र में मौत हो गई। डॉक्टर भाभा के विषय में कहा जाता है कि वे सादगी बेहद पसंद करते थे। वे अपने चपरासी को अपना ब्रीफकेस नहीं उठाने देते थे।

होमी जहाँगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 को मुंबई के एक पारसी परिवार में हुआ था। उनका परिवार बेहद अमीर था। उनकी शुरुआती शिक्षा मुंबई के कैथेड्रल स्कूल और जॉन केनन स्कूल से हुई। पढ़ने में भी वे मेधावी थे और विज्ञान से उनके बचपन से ही लगाव था। इसके बाद वो रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस से विज्ञान में स्नातक किया। फिर वे साल 1927 में उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड चले गए। अपने पिता के कहने पर उन्होंने 18 साल की उम्र में अमेरिका के कैंब्रिज यूनवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की। इस दौरान उनकी रुचि भौतिक शास्त्र यानी फीजिक्स में बढ़ी। इसके बाद वे फीजिक्स की अपनी पढ़ाई जारी रखी। सन 1934 में उन्होंने क़ॉस्मिक रे को लेकर अपना पहला रिसर्च पेपर सामने रखा। वे परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में पढ़ाई और उस क्षेत्र में शोध करने लगे।

संबंधितपोस्ट

श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

कांग्रेस की डर की राजनीति: जिसने भारत के सैनिकों से उनका गौरव छीन लिया

भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

और लोड करें

सन 1939 में होमी भाभा छुट्टी मनाने भारत आए, लेकिन द्वितीय विश्वयुद्ध छिड़ जाने के कारण वे लौटकर वापस अमेरिका नहीं जा सके। इसके बाद सन 1940 में नोबेल पुरस्कार विजेता डॉक्टर सीवी रमन ने उन्हें बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) से जुड़ने को कहा। डॉक्टर रमन के कहने पर भाभा IISc में फीजिक्स पढ़ाने लगे। वहाँ उनके कार्य को बहुत सराहा गया। डॉक्टर होमी जहाँगीर भाभा को डॉक्टर रमन भारत का लियोनार्दो द विंची कहकर बुलाते थे। सन 1945 में जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च की स्थापना में उनका अहम योगदान है। वे इसका निदेशक भी बने। इसके बाद वे 1948 में ट्रॉम्बे एटोमिक एनर्जी एस्टैबलिशमेंट के निदेशक बनाए गए।

देश आजाद हुआ तो डॉक्टर होमी जहाँगीर भाभा को सन 1950 में परमाणु ऊर्जा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया और 1966 में अपनी मृत्यु तक वे इस पद पर बने रहे थे। तब वे भारत सरकार के सचिव भी हुआ करते थे। उनकी अध्यक्षता में भारत का परमाणु कार्यक्रम तेजी से तरक्की करने लगा। इससे अमेरिका चिंतित हो गया। हाल में आजाद हुए भारत और वामपंथी रूस की तरफ उसके झुकाव को देखते हुए अमेरिका ने भारत में अपने खुफिया अधिकारियों को तैनात कर दिया। कहा जाता है कि अमेरिका ने उस समय भारत के प्रमुख संस्थानों में अपने एजेंट रखे थे। यहाँ तक कि प्रधानमंत्री कार्यालय में भी CIA और रूस की खुफिया एजेंसी KGB के लोग थे। कहा जाता है कि सन 1950 और 1960 के दशक में सीआईए ने भारत में प्रकाशन गृह शुरू करने के लिए फंडिंग की थी। इसके जरिए भी उन्हें जानकारी मिल रही थी।

इस बीच अक्टूबर 1965 में डॉक्टर भाभा ने ऑल इंडिया रेडियो पर परमाणु हथियार के बारे में एक घोषणा करके दुनिया के कथित महाशक्तियों को चौंका दिया था। भाभा ने कहा था कि अगर उन्हें छूट मिले तो वे सिर्फ 18 महीने में परमाणु बम बनाकर दिखा सकते हैं। दरअसल, भाभा देश की सुरक्षा, ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति, कृषि और चिकित्सा के क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल की बात करते थे। वे देश के विकास के लिए परमाणु कार्यक्रम को जारी रखना जरूरी मानते थे। डॉक्टर भाभा की सार्वजनिक घोषणा और परमाणु हथियारों पर उनके खुले विचार ने अमेरिका को आतंकित कर दिया। अमेरिका किसी तरह भारत को रोकने की साजिश में लग गया।

इस बीच डॉक्टर होमी भाभा को वियना में एक सम्मेलन में जाना था। 24 जनवरी 1966 को कंचनजंघा नाम की एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर 101 से वे मुंबई से ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना के लिए उड़ान भरे। बीच में इसके दो स्टॉपेज थे- दिल्ली और बेरूत। हालाँकि, यह विमान कभी वियना नहीं पहुँच पाया। वहाँ पहुँचने से पहले ही बोइंग 707 का यह विमान यूरोप के आल्प्स पर्वत श्रृंखला की माउंट ब्‍लैंक पहाड़ियों से टकराकर क्रैश हो गया। इस हादसे में होमी जहाँगीर भाभा समेत विमान में सवार 117 लोगों की जान चली गई। वे वियना एक बेहद महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए जा रहे थे। इस घटना को लेकर आधिकारिक तौर कहा गया कि जेनेवा एयरपोर्ट और फ्लाइट के पायलट के बीच लोकेशन को लेकर गलतफहमी हुई। इसके कारण विमान हादसे का शिकार हो गया। हालाँकि, हादसे के बाद विमान का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद कहा जाने लगा कि इस विमान में बम रखा गया था और उसमें विस्फोट करके इसे उड़ा दिया गया। वहीं, कुछ अन्य थ्योरी में कहा गया कि इसे लड़ाकू विमान के जरिए मिसाइल से मार गिराया गया था।

प्लेन क्रैश में हुई मौत या थी अमेरिकी साजिश

हादसे के 42 साल बाद साल 2008 में विदेशी पत्रकार ग्रेगरी डगलस ने अपनी किताब ‘कन्वर्सेशन विद द क्रो’ में CIA अधिकारी रॉबर्ट क्राउली के अपनी बातचीत का अंश लिखा है। सीआईए में क्राउली को ‘क्रो’ (यानी शातिर) के नाम से जाना जाता था। क्राउली ने CIA में अपना पूरा करियर वहाँ के योजना निदेशालय में बिताया था। योजना निदेशालय ‘डिपार्टमेंट ऑफ़ डर्टी ट्रिक्स’ (गंदी चालों का विभाग) भी कहा जाता था। क्राउली की अक्तूबर 2000 में मौत हो गई थी। अपनी मृत्यु से पहले क्राउली की पत्रकार डगलस से कई बार बातचीत हुई थी। क्राउली ने डगलस को दस्तावेज़ों से भरे दो बक्से भेजे थे और उन्हें कहा था कि इस बॉक्स को उनकी मौत के बाद ही खोला जाए। डगलस ने ऐसा ही किया। माना जाता है कि उन्हीं दस्तावेजों और बातचीत के आधार पर डगलस ने यह किताब लिखी थी।

पत्रकार डगलस ने क्राउली से बातचीत के आधार लिखा है कि होमी जहाँगीर भाभा की मौत के पीछे CIA का हाथ होने का दावा किया था। क्राउली ने भाभा के प्लेन को बम से उड़ाए जाने की बात मानी थी। डगलस के अनुसार, 5 जुलाई 1996 को क्राउली ने उनसे कहा था, “60 के दशक में भारत ने जब परमाणु बम बनाने पर काम शुरू किया तो हमारी मुश्किलें शुरू हो गईं। वो (भारत) दिखाने की कोशिश कर रहा था कि वो कितना चालाक है और जल्दी ही वह दुनिया की एक बड़ी ताकत बनने जा रहा है। वह सोवियत संघ (वर्तमान में रूस) के कुछ ज़्यादा ही करीब जा रहा था।” डगलस के अनुसार, क्राउली ने उन्हें आगे बताया था, “वो (भाभा) भारत के परमाणु कार्यक्रम के जनक हैं और वो परमाणु बम बनाने में सक्षम थे। इस बारे में उन्हें कई बार सचेत किया गया था, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। भाभा ने कहा था कि दुनिया की कोई ताकत भारत को दूसरी परमाणु शक्तियों के बराबर आने से नहीं रोक सकती। वो हमारे लिए ख़तरा बन गए थे।”

सन 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की जीत से अमेरिका में बेचैनी बढ़ गई थी। भारत की बढ़ती परमाणु ताकत को देखकर अमेरिका की चिंता बढ़ गई थी। रॉबर्ट क्राउली ने पत्रकार डगलस से कहा था कि भारत ये सब रूस की मदद से कर रहा था। क्राउली के अनुसार, भाभा जिस वजह से वियना जा रहे थे, उसके बाद अमेरिका की परेशानी और बढ़ती। इसी वजह से विमान के कार्गो में बम विस्फोट करके विमान को उड़ा दिया गया। क्राउली ने माना था कि अमेरिका नहीं चाहता था कि हाल ही में आजाद हुआ एक देश परमाणु शक्ति-संपन्न बने। अमेरिका भारत के परमाणु कार्यक्रम में डॉक्टर भाभा के योगदान को अच्छी तरह जानता था। इसके बाद उन्हें निशाना बनाया गया।

साल 2017 में उस विमान हादसे के कुछ सबूत मिले थे। फ्रांस में आल्प्स की पहाड़ियों के बीच स्थित माउंट ब्‍लैंक पर एक खोजकर्ता को मानव अवशेष मिले थे। उस समय कहा गया था कि ये मानव अवशेष उन लोगों के हो सकते हैं, जो 1966 के एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में मारे गए थे। मानव अवशेष की खोज करने वाले डेनियल रोश ने कहा था, “मैंने इससे पहले इन पहाड़ियों पर कभी भी मानव अवशेष नहीं पाए थे। इस बार मुझे एक हाथ और एक पैर का ऊपरी हिस्‍सा मिला है।” रोश को जो अवशेष मिले थे, वो किसी महिला के थे। इसके अलावा, वहाँ विमान का जेट इंजन भी मिला था। इससे पाँच साल पहले यानी अगस्त 2012 में इस विमान के राजनयिक मेल का एक बैग मिला था। कुछ भारतीय अखबारों के साथ ‘राजनयिक मेल’ और ‘विदेश मंत्रालय’ की मुहर लगी जूट की थैली मिली थी। साइट पर एक कैमरा भी मिला था। इसके बाद साल 2013 में एक फ्रांसीसी पर्वतारोही को साइट पर एयर इंडिया का लोगो और 2,25,000 पाउंड (2.40 करोड़ रुपया) से अधिक मूल्य के माणिक, नीलम और पन्ने वाला एक धातु का डिब्बा मिला था।

 

स्रोत: होमी जहांगीर भाभा, फ्रांस, भारत-पाकिस्तान युद्ध, पत्रकार डगलस, क्राउली, सीआईए, परमाणु विज्ञान, परमाणु, Homi Jahangir Bhabha, France, India-Pakistan War, Journalist Douglas, Crowley, CIA, Nuclear Science, Nuclear
Tags: CIACrowleyFranceHomi Jahangir BhabhaIndia-Pakistan WarJournalist DouglasNuclearNuclear Scienceक्राउलीपत्रकार डगलसपरमाणुपरमाणु विज्ञानफ्रांसभारत पाकिस्तान युद्धसीआईएहोमी जहांगीर भाभा
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

क्या है किन्नर अखाड़े का इतिहास जिसकी महामंडलेश्वर बनी हैं ममता कुलकर्णी?

अगली पोस्ट

जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह को गुस्सा कब आता है…

संबंधित पोस्ट

पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा
AMERIKA

पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

25 October 2025

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में अमेरिकी अधिकारी Terrence Arvelle Jackson की अचानक मौत ने भारतीय खुफिया तंत्र को झकझोर कर रख दिया है। शुरू में...

मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई
क्राइम

मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

23 October 2025

जब मां काली की मूर्ति का सिर काट दिया जाए और सत्ता मौन रह जाए, तो यह केवल एक अपराध नहीं, बल्कि सभ्यता और श्रद्धा...

देशद्रोह के आरोपी की चुनावी आकांक्षा — लोकतंत्र की आज़ादी या उसकी विडंबना?
क्राइम

देशद्रोह के आरोपी की चुनावी आकांक्षा, लोकतंत्र की आज़ादी या उसकी विडंबना?

15 October 2025

देश में लोकतंत्र को अक्सर “जन की शक्ति” कहा जाता है। लेकिन, क्या यह शक्ति इतनी उदार होनी चाहिए कि वह उन्हीं लोगों को मंच...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Night Before Kashmir’s Fate Was Decided — The battle of Kashmir and Role of RSS | (title

The Night Before Kashmir’s Fate Was Decided — The battle of Kashmir and Role of RSS | (title

00:07:40

How Pakistan’s ISI Is Using Western Vloggers to Wage a Narrative War Against India

00:07:04

Why Mahua Moitra Agreed with a Foreign Hate-Monger Who Insulted Hindus!

00:07:31

The Nepal Template: How BBC Is Subtly Calling for ‘Gen Z’ Riots in India?

00:08:13

Bihar Files: When Scam Money Didn’t Reach Minister’s House but Landed at ‘Boss’ Residence

00:06:22
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited