‘वोटर्स को डराया जा रहा है’: मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने फैलाया झूठ, पुलिस ने बताई सच्चाई

अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव एक बार फिर झूठ फैलाते सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर में हो रहे विधानसभा उपचुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने पुलिसकर्मियों पर वोटर्स के पहचान पत्र (वोटर आईडी कार्ड) की जांच करने का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि इसके जरिए मतदाताओं को डराया जा रहा है। अखिलेश के इस आरोप को यूपी पुलिस ने सिरे से नकारते हुए सच्चाई बताई है।

दरअसल, अयोध्या जिले के मिल्कीपुर में विधानसभा उपचुनाव (Milkipur By Election) के लिए बुधवार (5 फरवरी, 2025) को मतदान हो रहा है। मतदान की एक तस्वीर शेयर करते हुए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक्स पर एक पोस्ट लिखा था। इस पोस्ट में अखिलेश यादव ने लिखा था, “चुनाव आयोग तुरंत इस समाचार से जुड़ी तस्वीरों का संज्ञान ले कि अयोध्या की पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है। इसमें पुलिस के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। ये अप्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं में भय उत्पन्न करके मतदान को प्रभावित करने का लोकतांत्रिक अपराध है। ऐसे लोगों को तुंरत हटाया जाए और दंडात्मक कार्रवाई की जाए।”

अखिलेश यादव के इस पोस्ट पर रिप्लाय करते हुए अयोध्या पुलिस ने लिखा, “उपरोक्त फोटो बूथ एजेन्ट के पहचान पत्र देखते हुए का है। फोटो में दिख रहा व्यक्ति एक प्रत्याशी का बूथ एजेन्ट है, जिसे पहचान पत्र देखकर प्रमाणित किया गया है। कृपया भ्रामक टवीट न करें।”

इतना ही नहीं, अयोध्या के पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने एक वीडियो जारी कर कहा है, “पुलिस द्वारा किसी भी बूथ पर किसी भी मतदाता का आईडी कार्ड चेक नहीं किया जा रहा। एक फोटो मेरे संज्ञान में आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि आई कार्ड चेक किया जा रहा है। यह बिल्कुल ग़लत तथ्य है। फोटो में जो व्यक्ति दिखाई दे रहा है, वह किसी प्रत्याशी का बूथ एजेंट है। मतदाताओं का आई कार्ड की जांच को लेकर फैलाई इस तरह की सभी बातें भ्रामक हैं।”

बता दें कि मिल्कीपुर में दोपहर 3 बजे तक 57.13 प्रतिशत मतदान हो चुका है। मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी ने अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को और भाजपा ने चंद्रभानु पासवान को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट में कांग्रेस सपा प्रत्याशी को समर्थन कर रही है, वहीं BSP ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।

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