महाकुंभ 2025 इस समय शानदार तरीके से आयोजित हो रहा है, लेकिन कुछ लोग इस पवित्र आयोजन को बदनाम करने की नापाक कोशिश कर रहे हैं, झूठी और भ्रामक खबरें फैला कर। हालांकि, इन प्रयासों का कोई असर नहीं पड़ा है। इसी बीच, भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक महाकुंभ में शामिल हुए और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। संगम में डुबकी लगाने के बाद, वे अक्षय वट और बड़े हनुमान मंदिर में भी श्रद्धा भाव से दर्शन करने गए।
महाकुम्भ में भूटान नरेश
महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन इस समय हो रहा है, और इसी के दौरान भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। यह यात्रा भारत और भूटान के बीच दोस्ती और सांस्कृतिक रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। पिछले साल दिसंबर में भूटान के राजा और रानी ने दिल्ली का दौरा किया था, और मार्च 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भूटान ने अपने सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया था।
भूटान नरेश की इस यात्रा ने न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक रूप लिया, बल्कि भारत और भूटान के बीच रिश्तों को और मजबूत किया है।
#WATCH | King of Bhutan Jigme Khesar Namgyel Wangchuck, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath, performs aarti at Triveni Sangam, Prayagraj #MahaKumbh2025 pic.twitter.com/M9nmnUSgb3
— ANI (@ANI) February 4, 2025
त्रिवेणी संगम में पूजा-अर्चना के बाद, वे अक्षय वट और बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन करने गए।
#WATCH | King of Bhutan Jigme Khesar Namgyel Wangchuck, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath, offers prayers at Lete Hanuman Mandir in Prayagraj#MahaKumbh2025 pic.twitter.com/wji6MMoSYM
— ANI (@ANI) February 4, 2025
राजा वांगचुक का स्वागत लखनऊ एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके अलावा, वहां के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें भूटान नरेश ने उत्साह बढ़ाया।
#WATCH | King of Bhutan Jigme Khesar Namgyel Wangchuck accompanied by Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath, leaves for Prayagraj from Lucknow Airport.
King of Bhutan Jigme Khesar Namgyel Wangchuck will attend #MahaKumbh2025 in Prayagraj today pic.twitter.com/HfJxeHQTcd
— ANI (@ANI) February 4, 2025
यह यात्रा भारत और भूटान के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित हुई है, जो दोनों देशों के सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को बढ़ावा देती है।