कभी बीमारू राज्य की श्रेणी में गिना जाने वाला उत्तर प्रदेश आज डबल इंजन सरकार के प्रयासों से तेजी से प्रगति कर रहा है। इसी दिशा में, बुधवार को जापान के यामानाशी प्रांत के उपराज्यपाल को ओसादा ने सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। इस दौरान, प्रदेश में निवेश की संभावनाओं सहित चार प्रमुख विषयों पर चर्चा हुई।
बेहतर कानून व्यवस्था और सुशासन के आधार पर तेजी से आगे बढ़ते उत्तर प्रदेश में जापान से एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल, जिसमें लगभग 250 सीईओ शामिल होंगे, निवेश के अवसरों का आकलन करने के लिए आने वाला है। यह पहल प्रदेश में रोजगार के नए आयाम स्थापित करने में मददगार साबित होगी।
उत्तर प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन सेक्टर को मिलेगी नई उड़ान
बुधवार को जापान के यामानाशी प्रांत के उपराज्यपाल को ओसादा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उत्तर प्रदेश में निवेश के संभावित अवसरों पर गहन चर्चा हुई। को ओसादा ने यह जानकारी दी कि जापान से लगभग 250 सीईओ जल्द ही प्रदेश का दौरा करेंगे, ताकि वे यहां निवेश की संभावनाओं का आकलन कर सकें।
इस बातचीत में ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र पर खास जोर दिया गया। मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच हुए विचार-विमर्श में यह तय हुआ कि ग्रीन हाइड्रोजन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश और यामानाशी प्रांत के बीच सहयोग समझौता किया जाएगा। इसके तहत प्रदेश में एक अत्याधुनिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना होगी, जिसमें जापानी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके साथ ही, ग्रीन हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी और इसके वैश्विक उपयोग पर चर्चा के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने की भी योजना बनी। इस संगोष्ठी में दुनियाभर के विशेषज्ञ और प्रौद्योगिकी से जुड़े प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह कदम न केवल उत्तर प्रदेश में तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देगा, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने में भी मदद करेगा।
युवाओं के लिए छात्रवृत्ति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जापान के उपराज्यपाल को ओसादा के बीच हुई बातचीत में उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए जापान और यामानाशी प्रांत में रोजगार के नए अवसरों पर चर्चा हुई। बातचीत में यह तय किया गया कि युवाओं को जापानी भाषा और विभिन्न तकनीकी कौशल में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे वहां बेहतर रोजगार के अवसर पा सकें।
इसके साथ ही, जापान में पढ़ाई के इच्छुक छात्रों के लिए भी बड़ी खुशखबरी आई। यामानाशी प्रीफेक्चर की ओर से ऐसे छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी, जो उनकी पढ़ाई के खर्च को कम करेगी और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने सपने साकार करने का मौका देगी। यह पहल प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाने में मदद करेगी।