सलवान मोमिका को श्रद्धांजलि देने के लिए जलाई कुरान, पहले तुर्की अब पाकिस्तानी दूतावास के बाहर आग लगा किया प्रदर्शन

सलवान मोमिका कुरान

कुरान जलाने के लिए चर्चा में रहे सलवान मोमिका की हाल में स्वीडन में हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के विरोध में डेनमार्क के नेता रासमस पालुदन ने पहले तुर्की और अब पाकिस्तान के दूतावास के सामने कुरान जलाकर प्रदर्शन किया है। रासमस पालुदन ने कहा है कि उन्होंने कुरान जलाकर सलवान मोमिका को श्रद्धांजलि दी है।

डेनमार्क के नेता रासमस पालुदन (Rasmus Paludan Burns Quran) राजधानी कोपनहेगन में स्थित तुर्की दूतावास के सामने कुरान की कई प्रतियां लेकर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने कुरान जलाते हुए सलवान मोमिका को लेकर भाषण दिए। इस पूरी घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे है। इसके अलावा, मंगलवार (4 फरवरी, 2025) को उन्होंने पाकिस्तान के दूसतावस के सामने भी कुरान जलाई।

कुरान जलाने के बाद रासमस पालुदन ने कहा, “मैं कोपेनहेगन में तुर्की के दूतावास में कुछ कुरान लेकर आया हूं। आप देख सकते हैं कि यहां पहले से ही कुरान जल रही है।यह सलवान मोमिका के बलिदान और इस्लाम की उनकी आलोचना की याद में है। मुझे इस किताब को जलाने में बहुत मजा आया।”

रासमस पालुदन ने यह भी कहा कि वह इस्लाम की आलोचना के साथ ही सलवान मोमिका के बलिदान को नमन कर रहे हैं और इसके लिए ही वह यहां कुरान जला रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, “मुस्लिम और इस्लाम हमारे देशों में कभी भी शांति से नहीं रह पाएंगे। इसलिए या तो वे वापस वहीं चले जाएं जहां से वे आए थे या फिर हमें मजबूरन अपना धर्म छोड़ना होगा। यही एकमात्र विकल्प है। वे हमें अपनी बातों से नहीं बल्कि हिंसा से बदलेंगे।”

कौन हैं रासमस पालुदन

रासमस पालुदन डेनमार्क के दक्षिणपंथी नेता वकील और एक्टिविस्ट हैं। 38 साल के पालुदन ने साल 2017 में राजनीतिक पार्टी ‘स्ट्रैम कुर्स’ की स्थापना कर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा था। रासमस इस्लाम की आलोचना और कुरान जलाने को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। रासमस पालुदन मुस्लिमों को देश से बाहर करने की वकालत करते रहे हैं।

रासमस पालुदन इससे पहले भी कई बार कुरान जला चुके हैं। इसके चलते कुछ मामलों में उन्हें सजा भी हो चुकी है। इतना ही नहीं, कुरान जलाने और इस्लाम की आलोचना करने को लेकर इस्लामी कट्टरपंथी लगातार उन्हें धमकी देते रहते हैं। कुरान जलाने की हालिया घटना के बाद रासमस पालुदन को अब और भी खतरा बढ़ गया है।

इस्लाम और कुरान के खिलाफ पालुदन की बयानबाजी से काफी आक्रोश पैदा हुआ है जिसे लेकर उन पर कई मामले दर्ज हैं और कई देशों में उनकी एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पालुदन इस्लाम विरोधी अपने प्रदर्शनों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला देते हुए कुरान की प्रतियां जलाते रहे हैं।

पालुदन के प्रदर्शन केवल डेनमार्क तक ही सीमित नहीं है बल्कि उन्होंने स्वीडन में भी इस तरह की गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश की है। साल 2022 में उन्होंने घोषणा की थी कि वो स्वीडन में रमजान के दौरान कुरान जलाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। साल 2020 में उन्हें तीन महीने की जेल की सजा भी सुनाई गई थी।

कट्टरपंथियों ने घर में घुसकर सलवान मोमिका को मारी थी गोली:

कई बार कुरान जलाकर चर्चा में आए इराकी नागरिक सलवान मोमिका (Salwan Momika Murder) की  गुरुवार (30 जनवरी, 2025) को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई थी। सलवान मोमिका पर कुरान जलाने को लेकर जातीय घृणा फैलाने का आरोप था।

सलवान मोमिका इराक का रहने वाला था और बतौर शरणार्थी स्वीडन में रह रहा था। मोमिका लगातार कुरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग करता था। साथ ही विरोध करते हुए उसने कई बार कुरान जलाई थी। खासतौर से साल 2023 में कुरान जलाने के उसके कई वीडियो सामने आए थे। साल 2023 में ही ईद-उल-अजहा (बकरीद) से ठीक पहले उसने स्वीडन में कुरान जलाने के लिए पुलिस से अनुमति भी ली थी। अनुमति मिलने के बाद उसने पब्लिक प्लेस में कुरान जला दी थी।

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