बिहार के सीतामढ़ी जिले में एक मंदिर में तोड़फोड़ कर मूर्तियों को छतिग्रस्त कर बाहर फेंकने का मामला सामने आया। इतना ही आरोपितों ने मंदिर के पास बनी पुजारी की झोपड़ी में आग लगा दी। इससे झोपड़ी और उसमें रखा सामान जलकर खाक गया। आग से मंदिर को भी आंशिक रूप से क्षति पहुंची है। आरोपितों ने मंदिर में विराजित कुछ मूर्तियां मंदिर के बाहर तो वहीं एक मूर्ति खेत में फेंक दी थी। इन सभी मूर्तियों को बरामद कर लिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना सीतामढ़ी जिले के परमानंदपुर गांव के शिव-पार्वती मंदिर की है। इस मंदिर में भगवान शिव व पार्वती के साथ ही भगवान गणेश और कार्तिकेय तथा हनुमान जी की मूर्तियां विराजमान थीं। बुधवार-गुरुवार (26 फरवरी, 2025) की दरमियानी रात आरोपितों ने मंदिर में घुसकर कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त कर दीं। वहीं, भगवान गणेश और कार्तिकेय की मूर्ति मंदिर के बाहर निकालकर फेंक दी। इतना ही नहीं, भगवान हनुमान की मूर्ति पास में स्थित खेत में फेंकी गई थी।
यह सब करने के बाद आरोपित ने मंदिर के पास मौजूद पुजारी की झोपड़ी में आग भी लगा दी। गनीमत यह रही कि आग लगने के वक्त पुजारी झोपड़ी में मौजूद नहीं थे। आग लगने के चलते झोपड़ी पूरी तरह से जल गई और उसमें रखा सामान भी जलकर राख हो गया। आग के चलते मंदिर को भी हल्का नुकसान हुआ है।
इस घटना का पता तब चला, जब 27 फरवरी की सुबह मंदिर के पुजारी रामजस राय मंदिर पहुंचे। रामजस राय हर दिन की भांति पूजा करने के लिए मंदिर आए थे, वहां पहुंचने पर उन्होंने देखा कि मंदिर के बाहर मूर्तियां पड़ी हुई थीं और पास में बनी झोपड़ी जलकर राख हो चुकी थी। इसके बाद उन्होंने इस घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों को दी। इसके बाद यह जानकारी पुलिस और DM-SP भी पहुंचे।
सूचना मिलते ही DM रिची पांडेय और एसपी अमित रंजन दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। साथ ही आक्रोशित ग्रामीणों को समझाइश देकर शांत कराया। साथ हु मौके पर पहुचे सीतामढ़ी नगर के पुलिस उपाधीक्षक रामा कृष्णा ने कहा कि बुधवार रात डुमरा थाना क्षेत्र के परमानंदपुर गांव में शिव पार्वती मंदिर के पास शरारती तत्वों ने एक झोपड़ी में आग लगा दी थी। इस झोपड़ी में कोई रहता नहीं है। मंदिर के बाहर भगवान गणेश और भगवान कार्तिक की छोटी मूर्तियों को स्थापित स्थान से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि बदमाशों ने आपसी सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से ऐसी घटना को अंजाम दिया है।
वहीं, स्थानीय युवक राम सेवक राय का कहना है किय हां साधु संत के रहने के लिए झोपड़ी बनाई गई थी। कुछ लोगों ने उसमें आग लगा दी। अब साधु-संत कहां रहेंगे। पूजा कहां होगी। सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। पहले यहां पुजारी की हत्या भी हो चुकी है। पुलिस को ध्यान देना चाहिए।