प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (4 फरवरी) को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया है। बजट सत्र के चौथे दिन पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान जहां एक और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं तो दूसरी और विपक्ष पर जमकर प्रहार भी किए। इस दौरान उनके निशाने पर राहुल गांधी और गांधी परिवार से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक रहे। पिछले कुछ समय से लगातार जाति की बात कर रहे राहुल गांधी पर उन्होंने कड़ा प्रहार किया और राहुल के ‘Indian State’ से लड़ाई वाले बयान का भी ज़िक्र किया है। इस दौरान पीएम ने बिना नाम लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संसद में होने को लेकर भी सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस पर पीएम का बड़ा हमला, परिवार को घेरा
पीएम मोदी ने कहा, “जाति की बातें करना कुछ लोगों के लिए फैशन बन गया है। पिछले 30-35 साल से OBC कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने की मांग की जा रही थी। जिन्हें आज जातिवाद में मलाई दिखती है, उन्हें ये मांग नज़र नहीं आई। हमने ‘पिछड़ा वर्ग आयोग’ को संवैधानिक दर्जा दिया।” उन्होंने कहा, “”हर सेक्टर में SC/ST/OBC को ज़्यादा से ज़्यादा अवसर मिले उस दिशा में हमने बहुत मजबूती के साथ काम किया है। मेरा एक बड़ा सवाल है- क्या एक ही समय में संसद में SC वर्ग के एक ही परिवार के 3 सांसद कभी हुए हैं क्या? दूसरा सवाल- एक ही कालखंड में संसद में ST वर्ग के एक ही परिवार के 3 MP हुए हैं क्या? कुछ लोगों की वाणी और व्यवहार में कितना फ़र्क़ होता है, उसका जवाब इन सवालों के जवाब में है।”
Indian State से लड़ाई पर पीएम का पलटवार
कुछ दिनों पहले राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस के मुख्यालय के उद्घाटन के दौरान दिए गए ‘Indian State से लड़ाई’ वाले बयान को लेकर भी पीएम मोदी ने राहुल को घेरा है। पीएम मोदी ने कहा, “आजकल कुछ लोग अर्बन-नक्सल की भाषा बोल रहे हैं। ‘इंडियन स्टेट से मोर्चा लेना’ – इंडियन स्टेट से लड़ाई की घोषणा करने वाले न संविधान को समझ सकते हैं और न देश की एकता को।” उन्होंने कहा, “हमने अनुच्छेद-370 की दीवार गिरा दी। संविधान को जेब में लेकर जीने वालों को पता नहीं है अपने मुस्लिम महिलाओं को कैसी स्थिति में जीने को मजबूर कर दिया था, हमने ‘ट्रिपल तलाक़’ का खात्मा कर मुस्लिम बेटियों को संविधान के अनुरूप समानता का अधिकार दिया।”
पीएम ने विदेश नीति पर नेताओं को दी पढ़ने की सलाह
राहुल गांधी ने बजट सत्र के दौरान अपने भाषण में चीन के भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा करने और पीएम मोदी के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में ना शामिल होने का ज़िक्र किया था। पीएम मोदी ने इस पर भी प्रतिक्रिया दी है। पीएम मोदी ने कहा “राष्ट्रपति जी के भाषण की चर्चा के समय यहां विदेश नीति की भी चर्चा हुई। कुछ लोगों को लगता है कि जब तक विदेश नीति को लेकर नहीं बोलते तब तक वो परिपक्व नहीं लगते हैं। उनको लगता है विदेश नीति तो बोलना चाहिए, भले ही देश का नुकसान हो जाए।”
उन्होंने कहा, “मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें सच में विदेश नीति में रूचि है और विदेश नीति को समझना है और आगे जाकर कुछ करना भी है, तो मैं ऐसे लोगों को कहूंगा कि एक किताब ज़रूर पढ़ें। किताब का नाम है- JFK’S FORGOTTEN CRISIS। इस किताब में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू और अमेरिका के तब के राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के बीच हुई चर्चाओं और निर्णयों का भी वर्णन है। जब देश ढेर सारी चुनौतियों का सामना कर रहा था, तब विदेश नीति के नाम पर क्या खेल हो रहा था इस किताब के माध्यम से सामने आ रहा है।”
केजरीवाल पर भी पीएम मोदी का प्रहार
दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है और इसके पहले पीएम मोदी ने केजरीवाल पर भी तीखा हमला बोला है। पीएम मोदी ने घोटालों का ज़िक्र करते हुए कहा, “पहले अखबारों की हेडलाइन हुआ करती थी- इतने लाख के घोटाले। 10 साल हो गए, घोटाले न होने से देश के लाखों करोड़ रुपये बचे हैं, जो जनता जनार्दन की सेवा में लगे हैं।” उन्होंने कहा, “हमने जो अलग-अलग कदम उठाए, उनसे लाखों-करोड़ रुपये की बचत हुई, लेकिन उन पैसों का उपयोग हमने ‘शीशमहल’ बनाने के लिए नहीं किया, उन पैसों का उपयोग हमने देश बनाने के लिए किया है।” साथ ही, पीएम मोदी ने ज़हर की राजनीति पर भी हमला बोलते हुए कहा, “हम संविधान की भावना को लेकर चलते हैं, हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं. हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं।”