जम्मू-कश्मीर में एक अदालत ने कई बच्चों के यौन शोषण के आरोपित एक ‘पीर बाबा’ को दोषी करार दिया है। बीमारी ठीक करने के नाम पर उसने एक दशक से अधिक समय तक बच्चों का यौन शोषण किया था। उस पर एक बच्चे ने 500 से अधिक बार यौन शोषण करने तक का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं, वह बच्चों को आपस में यौन संबंध बनाने के लिए भी कहता था।
‘पीर बाबा’ का असली नाम एजाज अहमद शेख है। साल 2016 में कई बच्चों ने उस पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। जम्मू कश्मीर के सोपोर की एक अदालत ने लंबी सनुवाई के बाद 17 फरवरी को उसे दोषी करार दिया।
आरोपित करीब एक दशक से बच्चों का यौन शोषण करता रहा था। एक बच्चे ने जब अपने पिता को आपबीती सुनाई तब कही जाकर एजाज अहमद उर्फ ‘पीर बाबा’ की करतूतों का खुलासा हुआ। पीड़ित बच्चे ने पिता से कहा था कि इस्लामी जानकारी देने के नाम पर ‘पीर बाबा’उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाता है। मना करने पर वह मजहब समेत कई तरीकों से उसे डराता है।
पीड़ित बच्चे के इस खुलासे के बाद बच्चे के पिता ने ‘पीर बाबा’ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे की जानकारी सामने आने के बाद करीब 1 दर्जन अन्य बच्चों ने भी उस पर ऐसे ही आरोप लगाए। कुछ बच्चों ने उस पर जिन्न से मिलवाने का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया था।
एक पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि पीर बाबा ने एक साल के अंदर 500 से अधिक बार उसका यौन शोषण किया था। एक अन्य बच्चे ने उस पर मासूम बच्चों को आपस में यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। यहां तक कि 10 साल के मासूम बच्चों को भी वह अपनी हवस का शिकार बनाता था।
पुलिस द्वारा एजाज अहमद उर्फ पीर बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने कार्रवाई करने को लेकर भी वह पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों को धमकी देता था। वह कहता था कि जिसने भी उस पर आरोप लगाए हैं वे सब बर्बाद हो जाएंगे। हालांकि पीड़ित परिवारों ने डरने के बजाए कोर्ट का सहारा लेना उचित समझा और कोर्ट ने भी उनकी पीड़ा सुनी।
हालांकि एजाज अहमद ने कोर्ट में दावा किया था कि उसे पैसों के विवाद के चलते फंसाया जा रहा है। इसके अलावा, मुकदमा दर्ज होने में देरी करने का मुद्दा भी उसने कोर्ट में उठाया था। हालांकि कोर्ट ने उसकी ये सब दलीलें खारिज करते हुए उसे दोषी करार दिया।