नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हुए हैं। इस हादसे के बाद लोग सोशल मीडिया पर लगातार ये सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर ये कैसे हुआ? जानकारी के मुताबिक, प्लेटफार्म पर भीड़ इतनी ज्यादा थी कि खड़ा होना भी मुश्किल था, और मौके पर सुरक्षा इंतजाम भी नाकाफी थे। फिर अचानक प्लेटफार्म बदलने की घोषणा ने पूरी स्थिति को और बिगाड़ दिया।
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन को यह नहीं पता था कि प्लेटफार्म की क्षमता कितनी है? क्यों बिना टिकट या तत्काल टिकट की बिक्री पर रोक नहीं लगाई गई? हालांकि इस मुद्दे की जांच जारी है, लेकिन इस बीच भविष्य में ऐसे हादसों को टालने के लिए रेलवे ने कई अहम कदम उठाए हैं, ताकि भीड़ बढ़ने पर कोई दुर्घटना न हो। क्योंकि अभी भी महाकुंभ जाने वालों की भीड़ कम नहीं हो रही है, और यह भीड़ 26 फरवरी तक बनी रह सकती है।
रेलवे द्वारा उठाए गए बड़े कदम
शनिवार की रात हुई दुखद घटना के बाद से यह सवाल उठने लगा है कि आखिर नई दिल्ली जैसे बड़े रेलवे स्टेशन पर ऐसी अफरा-तफरी क्यों मची? जांच शुरू हो चुकी है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि प्रशासन कहां चूक गया और कौन जिम्मेदार था। इस हादसे के बाद, रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। रविवार को स्टेशन पर रेलवे के अधिकारियों की मौजूदगी लगातार बनी रही। इस दौरान, रेलवे ने कुछ जरूरी फैसले लिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। अगर आप भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सफर करने वाले हैं, तो इन बदलावों के बारे में जानना जरूरी है।
1. प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर रोक
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अब प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री रोक दी गई है। रेलवे प्रशासन ने जानकारी दी है कि 26 फरवरी तक प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री काउंटर से बंद रहेगी। यह कदम महाकुंभ यात्रा पर जाने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, क्योंकि अभी भी यात्रियों की संख्या बहुत ज्यादा है। केवल बुजुर्गों को छोड़ने के लिए उनके परिजनों को स्टेशन के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी।
2. टिकट चेक करने के बाद ही प्लेटफॉर्म पर प्रवेश
अब स्टेशन के बाहर बैरिकेडिंग को बढ़ा दिया गया है और वहां आरपीएफ जवानों की तैनाती की गई है। रेलवे स्टाफ की संख्या भी बढ़ाई गई है ताकि टिकट चेक करने के बाद ही यात्रियों को अंदर जाने दिया जाए। प्लेटफॉर्म पर अधिक भीड़ न हो, इसके लिए एंट्री प्वाइंट्स पर टीटी और आरपीएफ की तैनाती की गई है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कंफर्म टिकट वाले यात्री ही ट्रेन की टाइमिंग के हिसाब से प्लेटफॉर्म पर जाएं। इस तरह, रेलवे प्रशासन उम्मीद कर रहा है कि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
3. ट्रेन आने से पहले कतार की व्यवस्था
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अब ट्रेन आने से पहले यात्रियों को कतार में लगने की व्यवस्था की जा रही है, खासकर जनरल और स्लीपर कोच के यात्रियों की भीड़ को शांत रखने के लिए। इसके लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है ताकि प्लेटफार्म पर किसी भी तरह की अफरा-तफरी न हो। खासकर बिहार और झारखंड जाने वाली ट्रेनों के यात्रियों को अब कतार से ही अंदर जाने दिया जा रहा है, ताकि सब कुछ व्यवस्थित रहे।
4. बाहर वेटिंग एरिया
छठ पूजा के दौरान रेलवे स्टेशनों पर भीड़ का दबाव बढ़ जाता है, जिसे नियंत्रित करने के लिए बाहर वेटिंग एरिया बनवाए जाते हैं। इस बार भी रेलवे ने यात्रियों के लिए वेटिंग एरिया तैयार किया है, ताकि जो यात्री अपनी ट्रेन के इंतजार में बाहर रहना चाहते हैं या जिनका टिकट जनरल है, वे प्लेटफार्म पर जाने से पहले आराम से बाहर इंतजार कर सकें। ट्रेन आने से पहले ही उन्हें सूचित किया जाएगा, ताकि प्लेटफार्म पर सिर्फ वही यात्री हों जिनकी ट्रेन आने वाली हो।
5. प्लेटफार्म 15-16 पर एस्केलेटर बंद
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने अनुभवी पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया है। सुरक्षा के लिए स्टेशन के बाहर पुलिस की तैनाती को भी बढ़ा दिया गया है, और प्लेटफार्म पर चढ़ने-उतरने वाली सीढ़ियों पर सुरक्षा बलों की निगरानी रखी जा रही है। प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर लगाए गए एस्केलेटर फिलहाल सीढ़ियों में बदल दिए गए हैं, क्योंकि इनमें से एक एस्केलेटर में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिसके बाद उसे बंद कर दिया गया और चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी गई।