राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है, और हैरानी की बात यह है कि धमकी इस बार भी सूबे के विशिष्ट केंद्रीय कारावास (श्यालावास) से दी गई है। आरोपी ने शुक्रवार रात(21-02-2025) सीधे चेतावनी देते हुए कहा, ’12 बजे से पहले सीएम को मार दूंगा!’ धमकी मिलते ही दौसा पुलिस तुरंत अलर्ट हो गई और जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। जिस मोबाइल फोन से कॉल की गई थी छानबीन के दौरान उसे ज़ब्त कर लिया गया है।
रेप केस में बंद कैदी ने दी धमकी
शुक्रवार रात करीब 12:45 से 12:50 के बीच जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम की फोन घंटी गूंज उठी। फोन करने वाले ने अपना नाम रिंकू बताया और खुद को सेंट्रल जेल (श्यालावास) का बंदी बताया। इसके बाद उसने धमकी भरे लहजे में कहा, “कल रात 12 बजे से पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मार दूंगा!” आरोपी ने दो बार कॉल कर धमकी दी, जिससे जयपुर और दौसा पुलिस तुरंत अलर्ट हो गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए दौसा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय गुरुशरण, नांगल डीएसपी चारुल गुप्ता, लालसोट डीएसपी दिलीप मीणा सहित पापड़दा, नांगल, राहुवास और लवाण थानों के एसएचओ तुरंत जेल पहुंचे। इसके बाद जेल परिसर में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। तलाशी के दौरान पुलिस को एक मोबाइल फोन मिला, जिससे जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल की गई थी और मुख्यमंत्री को मारने की धमकी दी गई थी।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह फोन दुष्कर्म के आरोप में बंद कैदी रिंकू ने इस्तेमाल किया था। कॉल के लिए उसने 7424875203 नंबर का उपयोग किया था। फिलहाल दौसा पुलिस ने सर्च ऑपरेशन जारी रखा है, ताकि जेल के भीतर मौजूद अन्य मोबाइल फोन या प्रतिबंधित सामग्रियों को भी जब्त किया जा सके।
पहले भी मिल चुकी है धमकी: जेल की सुरक्षा पर सवाल
यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जेल के अंदर से धमकी मिली है। 27 जुलाई 2024 की रात को भी दार्जिलिंग निवासी और पॉक्सो एक्ट के आरोपी नीमो ने जेल के भीतर से जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी थी। उस घटना के बाद पुलिस ने जेल में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया था, जिसमें 10 से ज्यादा मोबाइल फोन बरामद हुए थे।
इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में जेल प्रशासन ने तीन अधिकारियों को सस्पेंड भी किया था। इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ और एक बार फिर जेल के भीतर से कॉल कर मुख्यमंत्री को धमकी दी गई है। इस घटना ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली और सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।