वर्षों से आतंकवाद को पनाह देता आ रहा पाकिस्तान अब खुद उसी आग में जलता आ रहा है। आतंकवाद के संरक्षक अब अपने फैलाए जाल में फंसते जा रहे हैं और ‘अज्ञात हमलावर’ आतंकियों और उनके पैरोकारों पर कहर बनकर टूट रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल आतंकवादी हाफिज सईद के साले मौलाना काशिफ अली की ‘अज्ञात हमलावरों’ द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई है। काशिफ अली कुख्यात आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर था और संगठन की राजनीतिक इकाई पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML) का प्रमुख नेता था। काशिफ अली पर खैबर पख्तूनख्वा के स्वाबी स्थित उसके घर में ही बाइक सवार बंदूकधारियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
हाफिज सईद का दायां हाथ माने जाने वाले काशिफ अली की हत्या के बाद उसके समर्थकों ने पाकिस्तान की सरकार से जल्द से जल्द काशिफ के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की है। काशिफ की पत्नी ने इस मामले में FIR दर्ज कराई है। आतंकवादी ट्रेनिंग कैंपों में जिहादी लेक्चर देने वाला काशिफ अली पाकिस्तानी युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी संगठनों में भर्ती करने का काम करता था। साथ ही, वह कई मस्जिदों और मदरसों का इंचार्ज था और वहां वह आतंकवाद का पाठ पढ़ाकर युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेलता था। आतंकवादी काशिफ अली की हत्या के बाद पाकिस्तान में आतंक समर्थक गुटों में ज़बरदस्त हड़कंप मचा हुआ है। इस घटना के बाद कई आतंकी संगठनों और उनके सहयोगी गुटों ने पाकिस्तान सरकार की कड़ी आलोचना की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में बीते एक महीने में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी संदिग्ध परिस्थितियों में मारे जा चुके हैं। इनमें से दो की मौत सड़क हादसे में हुई थी। काशिफ अब एक महीने के भीतर मारा जाने वाला चौथा आंतकी बन गया है और आतंकियों के आकाओं के बीच डर का माहौल बना हुआ है। आतंकियों की पनाहगाह बने पाकिस्तान की सरकार ने फिलहाल इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।