नागपुर हिंसा के बाद महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर स्थित खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। जिस शासक ने अपने शासनकाल में हजारों मंदिरों को ध्वस्त किया, हिंदुओं पर जज़िया कर लगाया और सनातन संस्कृति को मिटाने का हरसंभव प्रयास किया, आज उसी की कब्र को बचाने की कोशिश की जा रही है।
औरंगजेब की कब्र को हटाने की उठती मांग और इस पर जारी विवाद के चलते, पुलिस ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत कर दी है। अब कब्र की दीवारों पर लोहे की मोटी चादरें लगा दी गई हैं ताकि कोई अनधिकृत रूप से वहां प्रवेश न कर सके। पहले निजाम शासन के दौरान इस कब्र की सुरक्षा के लिए संगमरमर की जाली लगाई गई थी, बाद में इसे हरे रंग की प्लास्टिक जाली से ढका गया, और अब इसे पूरी तरह से लोहे की बाउंड्री से घेर दिया गया है, जिससे इस स्थान की सुरक्षा अभेद्य हो गई है।
कब्र की सुरक्षा के लिए लगाई गई ये पाबंदियां
नागपुर दंगों के बाद छत्रपति संभाजीनगर के खुल्दाबाद स्थित औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। हाल ही में कब्र के आसपास सुरक्षा बढ़ाते हुए पीछे की दीवार पर लोहे के बड़े-बड़े पट्टे (लोहे की चादर) लगा दिए गए हैं, ताकि अनधिकृत प्रवेश को पूरी तरह से रोका जा सके।
बीते शनिवार को मिल रही धमकियों के बाद प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाते हुए सुरक्षा उपायों की समीक्षा की। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने स्थल का दौरा कर स्थिति का आकलन किया और एसआरपी की एक बैच को तैनात किया गया, जो पहले से ही मौजूद स्थानीय पुलिस बल के साथ मिलकर काम कर रही है। सुरक्षा के मद्देनजर दो वरिष्ठ इंस्पेक्टरों को 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात किया गया है, साथ ही कब्र तक जाने वाली सड़क पर दो स्थानों पर नाकाबंदी कर दी गई है। हर आने-जाने वाले व्यक्ति की सख्ती से जांच की जा रही है।
हाल ही में नागपुर में भड़की हिंसा के बाद यह कब्र एक बार फिर चर्चा में आ गया है। इस कब्र को लेकर समाज के विभिन्न वर्गों में अलग-अलग विचार हैं, जिससे यह मुद्दा संवेदनशील बन गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए छत्रपति संभाजीनगर के खुल्ताबाद क्षेत्र में 18 अप्रैल तक ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिला प्रशासन ने इस पूरे इलाके को अस्थायी रूप से “रेड जोन” घोषित कर दिया है, और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (1) और ड्रोन नियम, 2021 की धारा 24 के तहत सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं।
पुलिस का कहना है कि औरंगजेब की कब्र को लेकर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकती है। इसी कारण प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करते हुए पुलिस बल की तैनाती को बढ़ा दिया है। पिछले कुछ समय से इस ऐतिहासिक स्थल को लेकर चर्चाएं तेज हुई हैं, और इसे देखते हुए प्रशासन सतर्क रुख अपनाए हुए है।