महाराष्ट्र में सपा के विधायक अबू आज़मी द्वारा मुगल शासक औरंगज़ेब की तारीफ किए जाने को लेकर चल रहे विवाद के बीच हिंदू सेना ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर औरंगज़ेब से जुड़ी कई मांगें की हैं। अबू आज़मी ने औरंगज़ेब को हिंदू विरोधी कहने को गलत बताया था जिसके बाद उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी और शिवसेना, बीजेपी समेत कई पार्टियों के नेताओं ने इसका जमकर विरोध किया है। वहीं, अब अजमेर शरीफ दरगाह को शिव मंदिर होने का दावा करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाने वाले हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर औरंगज़ेब को बर्बर शासक घोषित करने की मांग की है और कहा है कि उसकी तारीफ करने को अपराध घोषित किए जाए।
विष्णु गुप्ता ने अमित शाह को लिखे अपने पत्र में सरकार से औरंगज़ेब के नाम पर रखे गए सभी सड़कों और जगहों का नाम भी बदलने की मांग की है। विष्णु गुप्ता ने कहा कि अमेरिका की सरकार ने ओसामा बिन लादेन और फ्रांसीसी तथा रूसी क्रांति के अवशेषों के साथ जो किया उसी तरह औरंगज़ेब के साथ किया जाना चाहिए। विष्णु गुप्ता ने पत्र में लिखा कि महाराष्ट्र के संभाजीनगर में औरंगज़ेब की कब्र खोदी जानी चाहिए और उसके अवशेषों को जलाकर अरब सागर में फेंक दिया जाना चाहिए और उस ज़मीन का इस्तेमाल गरीबों और जरूरतमंदों के लिए स्कूल या अस्पताल बनाने के लिए किया जाना चाहिए।
विष्णु गुप्ता ने अपने पत्र में औरंगज़ेब के बर्बर कृत्यों का भी ज़िक्र किया है। विष्णु ने लिखा कि औरंगज़ेब ने गद्दी के लिए अपने भाइयों की हत्या कर दी थी और हिंदू मंदिरों और मठों के विनाश के लिए फरमान जारी किए थे। विष्णु ने इस पत्र में गुरु तेग बहादुर सिंह, गोकुला जाट और छत्रपति संभाजी महाराज की बर्बर हत्या किए जाने का ज़िक्र भी किया है। साथ ही, गैर मुस्लिमों से लिए जाने वाले ‘जजिया कर’ का भी उल्लेख किया गया है। हिंदू सेना ने कहा कि मुगल बादशाह औरंगज़ेब एक असहिष्णु कट्टरपंथी था और उसकी कट्टरता के कारण करोड़ों लोगों को कष्ट सहना पड़ा था। विष्णु गुप्ता ने मांग की है कि शांति और बहुसंस्कृतिवाद के देश भारत में ऐसे ऐतिहासिक व्यक्ति को आदर्श नहीं बनाया जाना चाहिए और ना ही बच्चों के नाम उसके नाम पर रखे जाने चाहिए।