उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में एक हिन्दू परिवार को प्रताड़ित किए जाने का मामला सामने आया है। यहाँ विजय शंकर पांडेय के परिवार से रंगदारी माँगी गई है। पैसे न मिलने पर पीड़ित परिवार की महिलाओं को भी टॉर्चर किया गया। रविवार (2 मार्च 2025) को दी गई शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी। मंगलवार (4 मार्च) को अब्दुल रहमान और जब्बार को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपित सगे भाई हैं जिन पर पहले से ही कई आपराधिक केस दर्ज हैं।
यह मामला सुल्तानपुर जिले के थानाक्षेत्र गोसाईंगंज का है। रविवार को यहाँ गाँव भरथीपुर के रहने वाले विजय शंकर पांडेय ने थाने में तहरीर दी है। तहरीर में उन्होंने बताया कि उनके गाँव के सुगरती के बेटे अब्दुल रहमान और जब्बार आपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं। ये दोनों आए दिन गाँव में गुंडई के बल पर हंगामा करते रहते हैं जिस से गाँव के अन्य निवासी डरे-सहमें रहते हैं।
शिकायत में आगे बताया गया है कि शनिवार (1 मार्च 2025) को अब्दुल रहमान और जब्बार एक गाडी से पीड़ित के घर पहुँचे। घर आते ही इन दोनों ने विजय शंकर पांडेय के परिजनों को गंदी-गंदी गालियाँ देनी शुरू कर दी। जब पीड़ित परिवार की महिलाएँ घर से बाहर निकली तो दोनों आरोपितों ने उनके साथ भी अभद्रता की। महिलाओं से जिन्दा रहने के लिए 1 लाख रुपए की रंगदारी माँगी गई।
पीड़ित के मुताबिक इस घटना के बाद उनके परिजन काफी डर गए हैं। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की गई। विजय शंकर पांडेय की तहरीर पर पुलिस ने अब्दुल रहमान और जब्बार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(5), 352, 351(2) और 351 (3) के तहत केस दर्ज कर लिया। FIR दर्ज होने के बाद दोनों आरोपितों फरार हो गए थे जिनकी तलाश में पुलिस टीमों ने दबिश देना शुरू कर दिया था।
दबिश दे रही पुलिस को 4 मार्च को सफलता हाथ लगी। पुलिस ने जब्बार और अब्दुल रहमान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि अब्दुल जब्बार थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर पहले भी गुंडा एक्ट की धाराओं में कार्रवाई हो चुकी है। जब्बार का भाई भी पुलिस के मुताबिक खतरनाक किस्म का अपराधी है जो आए दिन लोगों को तंग करता रहता है। रहमान पूर्व में भी हत्या के एक मामले में सजा काट कर जेल से लौटा है।
दबिश दे रही पुलिस को 4 मार्च को सफलता हाथ लगी। पुलिस ने जब्बार और अब्दुल रहमान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि अब्दुल जब्बार थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर पहले भी गुंडा एक्ट की धाराओं में कार्रवाई हो चुकी है। जब्बार का भाई भी पुलिस के मुताबिक खतरनाक किस्म का अपराधी है जो आए दिन लोगों को तंग करता रहता है। रहमान पूर्व में भी हत्या के एक मामले में सजा काट कर जेल से लौटा है।
अब्दुल रहमान पर कुल 5 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या, साजिश रचने, गैंगस्टर, हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले हैं। वहीं अब्दुल जब्बार पर कुल 21 मुकदमे दर्ज हैं। ये मुकदमे सुल्तानपुर के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इन मुकदमों में हत्या का प्रयास, हमला करना, गुंडा एक्ट, साजिश रचना, आर्म्स एक्ट, मादक द्रव्य अधिनियम और SC/ST एक्ट जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। TFI के पास FIR कॉपी मौजूद है।