TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

INA की जासूस सरस्वती राजमणि: अंग्रेज़ों को छकाने वाली योद्धा जिन्हें भारत में पेंशन के लिए भटकना पड़ा

जब महात्मा गांधी से मिली थीं सरस्वती राजमणि, जानें क्यों हैरान रह गए थे गांधी?

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
26 March 2025
in इतिहास
INA की दिलेर जासूस सरस्वती राजमणि

INA की दिलेर जासूस सरस्वती राजमणि

Share on FacebookShare on X

कई दशकों तक चली भारत की आज़ादी की लड़ाई में अनगिनत वीरों-वीरांगनाओं के बलिदान दिया। इस लंबे संघर्ष की गाथा में कई नायकों को देश ने सिर-आंखों पर बैठाया जबकि सैकड़ों-हज़ारों गुमनामी में छिपे रह गए। इन्हीं में से एक वीरांगना हैं- सरस्वती राजमणि। जिस उम्र में बच्चे खेलकूद में मस्त रहते हैं उस उम्र में राजमणि का समर्पण आजाद हिंद फौज की शक्ति का प्रतीक बन गया था। 16 वर्ष की उम्र में राजमणि आज़ाद हिंद फौज की जासूस बन गई थीं। आज जानेंगे देश की आजादी के लिए अपने जीवन को दांव पर लगा देने वाली सरस्वती राजमणि की पूरी कहानी…

राजमणि का शुरुआती जीवन और गांधी से मुलाकात

सरस्वती राजमणि का जन्म 11 जनवरी 1927 को तमिलनाडु के एक समृद्ध तमिल भारतीय परिवार में हुआ था जो रंगून में रह रहा था। इनके पिता रामनाथन के पास सोने की खदानों का स्वामित्व हुआ करता था और वे स्वतंत्रता आंदोलन के लिए बड़ी धनराशि दान करते थे। उनकी परिवार गांधीवादी था और गांधी के विचारों को मानता था। राजमणि जब 10 साल की थीं तो एक बार महात्मा गांधी उनके घर आए।

संबंधितपोस्ट

गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

गांधी का अंतिम संघर्ष: विभाजन के बाद पाकिस्तान को 55 करोड़ देने की कहानी

जैसलमेर में पकड़ा गया DRDO मैनेजर, पाकिस्तान को भेजता था सेना की जानकारियां

और लोड करें

उन्होंने देखा कि छोटी राजामणि एक खिलौना बंदूक लेकर निशाना साध रही हैं। गांधी ने पूछा, “बेटा, तुम शूटिंग का अभ्यास क्यों कर रही हो?” इस पर दृढ़ राजामणि ने जवाब दिया, “अंग्रेजों को गोली मारने के लिए!” गांधीजी यह सुनकर हैरान रह गए और उन्हें समझाया कि अहिंसा ही स्वतंत्रता का सही मार्ग है। राजामणि ने उनके सामने तो बंदूक रख दी, लेकिन उनके मन में यह विश्वास था कि केवल अहिंसा से आज़ादी नहीं मिल सकती।

जब INA में शामिल हुई सरस्वती राजमणि?

जनवरी 1944 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने पैसा इकट्ठा करने और स्वयंसेवकों की भर्ती के लिए रंगून का दौरा किया। उन्होंने वहां एक शिविर लगाया जिसमें लोग पैसा, ज़ेवर दान कर रहे थे। उस समय राजमणि की उम्र केवल 16 साल थी और वे नेताजी के विचारों से बहुत प्रभावित रहती थीं। उन्हें पता चला कि नेताजी आएं हैं तो राजमणि ने एक थैले में अपने सोने-चांदी के जेवरातों को भरकर दान में दे दिया।

अगले दिन नेताजी राजमणि के गहने लौटाने उनके घर पहुंच गए। जब नेताजी ने गहने लौटाने चाहे तो पहले तो राजमणि ने इनकार किया लेकिन जब नेताजी ने समझाने की कोशिश की तो उन्होंने शर्त रख दी कि ‘अगर आप मुझे INA में शामिल करेंगे, तो मैं गहने वापस लूंगी’। नेताजी ने राजमणि की शर्त मान ली और राजमणि की बुद्धिमत्ता से प्रभावित होकर उन्हें सरस्वती राजामणि नाम दिया।

जासूस कैसे बनीं राजमणि?

इतिहासकर प्रोफेसर कपिल कुमार ने अपनी पुस्तक ‘नेताजी, आज़ाद हिन्द सरकार और फौज भ्रांतियों से यथार्थ की ओर 1942-47‘ में लिखा है, “पहले प्रशिक्षण के दौरान राजमणि ने बतौर नर्स एक हॉस्पिटल में काम करना शुरू किया था।उन्होंने लिखा, “यहां उन्होंने यह पाया कि आजाद हिंद फौज का एक सैनिक, जो हॉस्पिटल में भर्ती था, एक ब्रिटिश मुखाबिर से कुछ जानकारियां साझा कर रहा था। यह बात उन्होंने नेताजी को बता दी। उस गद्दार के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद नेताजी ने सरस्वती के जासूसी और बुद्धिमत्तापूर्ण कौशल को देखकर उन्हें जासूस के रूप में नियुक्त कर दिया।”

सरस्वती के साथ उनकी 4 सहेलियों को INA के लिए जासूस बनाया गया था और ये रानी झांसी रेजिमेंट में शामिल थीं। उन्हें कई तरह के प्रशिक्षण और बंदूक चलाने की ट्रनिंग दी गई और रंगून से करीब 700 किलोमीटर दूर मेम्यो भेज दिया गया। राजमणि के बालों में लड़कों की तरह काट दिया गया और वे वेश बदलकर अंग्रेज़ अधिकारियों के घर में छोटे-मोटे काम करने चली जातीं। वे अंग्रेज़ों की बातों को सुनतीं और कई बार कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ भी उनके हाथ लग जाते। यह जानकारी फिर मुखबिर के ज़रिए नेताजी तक पहुंचा दी जाती थी। इसी दौरान एक दिन सरस्वती की सहेली दुर्गा को अंग्रेजों ने रंगे हाथों पकड़ लिया और उसे कैद कर लिया।

जब अंग्रेज़ों के कैंप में घुस गईं राजमणि

जासूसी के लिए भेजी गईं इन लड़कियों को निर्देश दिया गया था कि अगर कोई एक पकड़ भी लिया जाए तो दूसरा वहां से बच निकले। अंग्रेज़ों से सीधा लोहा लेना इस बच्चों के वश से बाहर की बात लग रही थी लेकिन राजमणि की बहादुरी उन्हें किसी भी बाधा से नहीं रोक सकती थी। प्रोफेसर कपिल लिखते हैं, “सरस्वती इन निर्देशों को दरकिनार करते हुए दुर्गा को बचाने के लिए नृत्यांगना के वेश में ब्रिटिश शिविर में घुस गई। उसने ब्रिटिश अधिकारी को नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया और दुर्गा के साथ भाग निकली। लेकिन इस दौरान में उनके बायें पैर में गोली लग गई।”

राजमणि ने 2005 के एक इंटरव्यू में बताया था, “मैं खून से लथपथ पैर के साथ भागी और हम दोनों एक पेड़ पर चढ़ गए (राजमणि और दुर्गा) और तीन दिन तक वहीं बैठे रहे। चौथे दिन ही हम नीचे उतरे। नेताजी हमारी बहादुरी से इतने खुश हुए कि उन्होंने हमें सलाम किया और बधाई दी। मुझे खुद जापानी सम्राट ने पदक दिया था।”

पेंशन के लिए लगाए दफ्तरों के चक्कर

दूसरे विश्व युद्ध में जापान की हार और 1945 में नेताजी बोस के कथित निधन के बाद INA के अन्य सैनिकों की तरह राजमणि का परिवार भी भारत आ गया। राजमणि भारत तो आ गईं लेकिन यहां उनकी असली चुनौती शुरू हुई। बर्मा में बेची गई अपनी संपत्ति के सहारे राजमणि चेन्नई में आकर गुज़र बसर करने लगीं। वे अपनी पेंशन के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटती रहीं और आज़ादी के 24 साल बाद जाकर उन्हें पेंशन मिलनी शुरू हुई। 2000 के आस-पास वह एक कमरे के टूटे-फूटे मकान में रह रहीं थी और 2005 में तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई में पीटर्स रोड पर स्थित एक मकान उन्हें आवंटित किया और वित्तीय सहायता भी दी। जनवरी 2018 में राजमणि का निधन हो गया।

स्रोत: सरस्वती राजमणि, सुभाष चंद्र बोस, बर्मा, जासूस, detective, Saraswati Rajamani, Subhash Chandra Bose, Burma,
Tags: BurmadetectiveMahatma GandhiSaraswati RajamaniSubhash Chandra Boseजासूसबर्मामहात्मा गाँधीसरस्वती राजमणिसुभाष चंद्र बोस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

मोहम्मद शमी की बहन-जीजा मजदूर, मनरेगा से पूरे परिवार ने ली लाखों की मजदूरी; इंजीनियर-वकील सब शामिल

अगली पोस्ट

चिपको आंदोलन: गौरा देवी का साहसिक नेतृत्व और पर्यावरण संरक्षण की ऐतिहासिक गाथा

संबंधित पोस्ट

मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?
इतिहास

मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

10 September 2025

लगभग चार हजार साल पहले मोहनजोदड़ो में मिली पत्थर की एक छोटी सी मूर्ति को लोग “पुजारी-राजा” (Priest King) कहते हैं। ये मूर्ति वर्ष 1925-26...

नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?
इतिहास

नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

10 September 2025

नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर बैन लगते ही हालात बेकाबू हो गए। लोग, खासकर युवा पीढ़ी, गुस्से में सड़कों पर उतर आई और हर...

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व
इतिहास

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

10 September 2025

कानपुर के बाहरी इलाके की गलियों में पुलिस की टुकड़ी एक मिशनरी संगठन के ठिकानों पर पहुंची। गरीब और कमजोर हिंदू परिवारों को झूठे वादों...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited