उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में मुस्लिम महिला ने घर वापसी कर के सत्य सनातन स्वीकार किया है। यहाँ दिल्ली के सीलमपुर की रहने वाली रहीमा को नया नाम रिद्धि मिला है। रिद्धि ने वैदिक विधि विधान से अपना शुद्धिकरण करवाया। उनका अगत्स्य मुनि आश्रम में विधि-विधान से हिन्दू प्रेमी दीपक के साथ विवाह सम्पन्न हुआ।शनिवार (1 मार्च 2025) को सम्पन्न हुए इस विवाह के बाद रहीमा ने जय श्री राम का उद्घोष किया।
बताते चलें कि पहला मामला रहीमा का है। रहीमा मूल रूप से दिल्ली के सीलमपुर थानाक्षेत्र की रहने वाली हैं। रहीमा दिल्ली में नौकरी करती हैं। यहीं पर उनके साथ दीपक भी काम करता था। रहीमा को दीपक का बात-व्यवहार बेहद पसंद आया। दोनों की बातचीत शुरू हुई जो कुछ ही दिनों में प्यार में बदल गई। आखिरकार दीपक और रहीमा ने शादी करने का फैसला किया। रहीमा के इस फैसले का उसके घर वालों ने विरोध करना शुरू कर दिया।
रहीमा पर तमाम तरह की पाबंदियाँ लगा दी गईं। उस से फोन आदि भी छीन लिए गए। रहीमा तमाम पाबंदियों के बावजूद जैसे-तैसे दीपक के सम्पर्क में रही। आखिरकार परिजनों को मनाने की तमाम कोशिशें नाकाम होने के बाद रहीमा दीपक के पास बरेली पहुँच गई। यहाँ दीपक ने हिन्दू संगठनों से सम्पर्क साधा। सभी एक साथ अगत्स्य मुनि आश्रम गए। यहाँ पंडित के के शंखधर ने दोनों का वैदिक विधि-विधान से विवाह सम्पन्न करवाया।
रहीमा ने गंगाजल और गोमूत्र से आचमन किया। उनका शुद्धिकरण हुआ और अब वो रिद्धि नाम से जानी जाएँगी। विवाह के बाद बेहद खुश रहीमा ने जय श्री राम का उद्घोष किया। रहीमा ने यह भी कहा कि उनको अपने परिजनों से खतरा है। साथ ही नव दम्पति ने पुलिस से सुरक्षा की अपील की है। इस मौके पर घराती और बाराती का रोल हिन्दू संगठनों ने निभाया। सभी ने प्रेमी जोड़े को सदा खुश रहने का आशीर्वाद दिया। विवाह के बाद रहीमा अपने पति के साथ ससुराल चली गईं।