नई दिल्ली: साउथ इंडियन एक्टर मोहनलाल ने हाल में ही रिलीज हुई अपनी फिल्म ‘एम्पुरान’ (Empuraan) के विवादित सीन लेकर माफी मांगी है। फिल्म में दिखाए गए कुछ सीन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई थी। साथ ही फिल्म निर्माताओं पर हिंदू धर्म को जानबूझ कर विलेन दिखाने का आरोप लगाया था। इसके बाद अब एक्टर मोहनलाल ने माफी मांगी है।
दरअसल, मोहनलाल ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है। इस पोस्ट में उन्होंने कहा है, “मैं समझता हूं कि ‘लूसिफर’ फ़्रेंचाइज की अगली फिल्म ‘एम्पुरान’ में दिखाए गए कुछ सामाजिक-राजनीतिक विषयों ने मेरे कुछ प्रशंसकों को मानसिक तौर पर पीड़ा दी है। ऐसे में एक कलाकार के रूप में यह सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है कि मेरी कोई भी फिल्म किसी भी राजनीतिक आंदोलन, विचारधारा या धार्मिक समूह के प्रति घृणा न रखे।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं और एम्पुरान की पूरी टीम हमारे प्रिय दर्शकों को हुई परेशानी के लिए खेद व्यक्त करती है। हम अपनी सामूहिक जिम्मेदारी को स्वीकार करते हैं और हमने फिल्म से आपत्तिजनक कंटेंट को हटाने का फैसला किया है। पिछले चार दशकों में मैंने फिल्मी जीवन आप ही लोगों के बीच जिया है। आपका प्यार और विश्वास मेरी ताकत है। मेरा मानना है कि मैं इसके बिना नहीं रह सकता।”
शुक्रवार (21 मार्च, 2025) को रिलीज हुई मोहनलाल की फिल्म ‘एम्पुरान’ में साल 2002 के गुजरात दंगों को दिखाया गया है। लेकिन जिस गोधरा कांड की वजह से ये दंगे भड़के थे, उनका जिक्र तक नहीं किया गया था। यही नहीं फिल्म में सभी निगेटिव किरदार भी हिंदू दिखाए गए थे, जबकि कोर्ट से भी यह साबित हो चुका है कि ट्रेन में आग लगाने वाले लोग इस्लामवादी थे।
इसके चलते ही RSS समेत अन्य हिंदूवादी संगठनों ने इस फिल्म की आलोचना की ठि। वहीं केरल भाजपा के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि वह फिल्म नहीं देखेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने फिल्म पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा है, “मैंने लूसिफर देखी थी और इसे पसंद भी किया था। मैं एंपुरान को देखने के लिए उत्सुक था क्योंकि यह एक अगली कड़ी थी। लेकिन अब मुझे पता चला है कि निर्माताओं ने 17 कट लगाए हैं और फिल्म फिर से सेंसरशिप से गुजर रही है।”
चंद्रशेखर ने यह भी कहा, “एक फिल्म को एक फिल्म के रूप में देखा जाना चाहिए। इसे इतिहास के रूप में नहीं देखा जा सकता है। कोई भी फिल्म जो सच्चाई की जगह कुछ और दिखाने की कोशिश करती है, वह बर्बाद हो जाती है।”