ट्रॉली भर पत्थर, DCP पर कुल्हाड़ी से अटैक, लोगों पर तलवारों से हमले, 5 FIR और 50 गिरफ्तार… नागपुर हिंसा के बारे में क्या बोले सीएम फडणवीस

सीएम फडणवीस ने विधानसभा में दी पूरी जानकारी

नागपुर हिंसा के बारे में क्या बोले सीएम फडणवीस

नागपुर हिंसा के बारे में क्या बोले सीएम फडणवीस

औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र में सोमवार को हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। नागपुर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने गोबर के कंडों से भरा हरे रंग का कपड़ा जलाया, जिसे उन्होंने औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र बताया। इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद देर शाम महाल इलाके में हिंसा भड़क उठी। अचानक हुई इस हिंसा में पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया और सड़क पर खड़ी कई गाड़ियों में आग लगा दी।

स्थिति उस वक्त और गंभीर हो गई जब पुलिस पर भी हमला किया गया। हिंसा के दौरान DCP निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला हुआ, जिसमें वे घायल हो गए। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। रात करीब 10:30 से 11:30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में भी झड़पें हुईं।

मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में हुई इस हिंसा को लेकर बयान दिया। उन्होंने साफ कहा कि यह घटना एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा लगती है और कोई भी कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फडणवीस ने बताया कि अब तक 5 FIR दर्ज की गई हैं, 31 पुलिसकर्मी और 7 नागरिक घायल हुए हैं। इसके अलावा, हिंसा में कुल 33 पुलिसकर्मी जख्मी हुए, जिनमें 3 DCP स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं। दंगाइयों ने 12 दोपहिया वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया।

नागपुर हिंसा की एक-एक डिटेल

महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में भड़की हिंसा को लेकर कड़ा रुख अपनाया और इसे पूर्व नियोजित साजिश करार दिया। उन्होंने साफ कहा कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और नागपुर में शांति बहाल रखना सरकार की प्राथमिकता है।

सीएम फडणवीस ने विधानसभा में दी पूरी जानकारी:
  • 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें तीन डीसीपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
  • 12 दोपहिया वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त किए गए।
  • दंगाइयों ने एक क्रेन और दो जेसीबी समेत चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
  • तलवार से भी लोगों पर हमले किए गए।
  • एक DCP पर कुल्हाड़ी से हमला हुआ, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
  • इस हमले में 5 आम नागरिक भी जख्मी हुए।

फडणवीस ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद एक अफवाह फैलाई गई, जिसने हालात को और बिगाड़ दिया। शाम होते-होते अफवाह ने आग पकड़ ली। कहा गया कि एक प्रतीकात्मक कब्र पर रखी गई चादर में धार्मिक प्रतीक था। इसी को आधार बनाकर कट्टरपंथी भीड़ ने तोड़फोड़ और हमले शुरू कर दिए। मुख्यमंत्री ने इसे पूरी तरह सुनियोजित हिंसा बताया और कहा कि दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

नागपुर में भारी सुरक्षा बल तैनात

मुख्यमंत्री ने बताया कि हिंसा की गंभीरता को देखते हुए 11 पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। हालात काबू में रखने के लिए SRPF की 5 टुकड़ियां तैनात की गई हैं। पुलिस अब तक 5 केस दर्ज कर चुकी है, और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

फडणवीस ने साफ कहा कि महाराष्ट्र में दंगाइयों और समाज में अशांति फैलाने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। सरकार इस तरह की सुनियोजित हिंसा को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी, और इसमें शामिल हर व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई होगी।

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