बड़ी सैन्य कार्रवाई की तैयारी!! इज़रायली सैन्य विमान के बाद अब अमेरिकी वायुसेना का विमान जयपुर एयरबेस पर उतरा

जयपुर एयरबेस पर उतरा अमेरिकी वायुसेना का विमान (Image Source: @ankitrawal1182)

जयपुर एयरबेस पर उतरा अमेरिकी वायुसेना का विमान (Image Source: @ankitrawal1182)

पहलगाम में हुए निर्मम आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आम नागरिकों से लेकर उच्च स्तर की सैन्य और राजनीतिक व्यवस्था तक, हर कोई इस बर्बरता से आक्रोशित है। जिस तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, उससे संकेत मिल रहे हैं कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा जल्द ही पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई हो सकती है। इसी बीच सोशल मीडिया पर ऐसी चर्चाएं तेज़ हैं कि भारत में अचानक अंतरराष्ट्रीय सैन्य गतिविधियों में उभार देखा जा रहा है। सबसे पहले इज़रायली सेना का एक विमान भारतीय धरती पर उतरा, और अब अमेरिका की वायुसेना का एक विमान जयपुर एयरबेस पर लैंड करते देखा गया है। ये घटनाएं महज़ संयोग हैं या रणनीतिक तैयारी इस पर अटकलें तेज हो गई हैं। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ चुकी हैं, वहीं राजनीतिक गलियारों में भी हलचल बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी वायुसेना का यह विमान C-17 ग्लोबमास्टर या उससे मिलता-जुलता एक विशाल सैन्य ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हो सकता है। यह विमान राजस्थान के जयपुर एयरबेस पर शाम लगभग 6:30 बजे उतरा, जिसके बाद वहां सैन्य गतिविधियों में उल्लेखनीय तेजी दर्ज की गई।

इज़रायली सैन्य विमान की भारत में मौजूदगी की खबर कुछ ही घंटे पहले सामने आई थी, जिसने इस पूरी स्थिति को और रहस्यमयी बना दिया है। अमेरिका और इज़रायल दोनों देशों का भारत के साथ सैन्य सहयोग पहले से गहरा रहा है, लेकिन एक ही दिन में इन दोनों शक्तियों की ऐसी सक्रियता कई रणनीतिक सवाल खड़े कर रही है।

क्या बोली भारत सरकार 

विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और इज़रायल की सैन्य मौजूदगी भारत में महज़ सामान्य कूटनीतिक आदान-प्रदान नहीं, बल्कि एक बड़े रणनीतिक ऑपरेशन का संकेत हो सकती है। संभावना जताई जा रही है कि यह भारत, अमेरिका और इज़रायल के बीच चल रहे त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यास, सुरक्षा सहयोग या खुफिया जानकारियों के साझा ऑपरेशन का हिस्सा हो सकता है।

हालांकि जिस तरह जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं बढ़ रही हैं और सीमा पर तनाव का माहौल है, ऐसे में यह भी मुमकिन है कि इन गतिविधियों के पीछे कोई खास मिशन छिपा हो। फिर भी भारत सरकार या रक्षा मंत्रालय की तरफ से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि इन विमानों में क्या आया है। फिलहाल स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है। लेकिन अगर यह ऑपरेशन किसी बड़े खुफिया मिशन या रणनीतिक साझेदारी का हिस्सा है, तो संभव है कि आने वाले कुछ घंटों में बड़ा खुलासा हो और भारत की ओर से पाकिस्तान के लिए कोई स्पष्ट संदेश भी।

भारत को इज़रायल से मिले प्रिसिशन गाइडेड मिसाइल

रक्षा मोर्चे पर एक अहम और रणनीतिक विकास के तहत, भारत को इज़रायल से हाल ही में अत्याधुनिक ‘प्रिसिशन गाइडेड मिसाइल’ की आपूर्ति की गई है। बीते 24 घंटे के भीतर भारतीय कूटनीतिक सूत्रों ने इस डील की पुष्टि की है, जो भारत-इज़रायल रक्षा संबंधों में एक और मील का पत्थर माना जा रहा है। इस वक्त जब भारत अपनी सेनाओं को अत्याधुनिक हथियारों और तकनीकों से लैस करने की मुहिम पर है, इज़रायल का यह सहयोग निर्णायक माना जा रहा है। इन मिसाइलों की आपूर्ति ऐसे समय में हुई है जब देश की सीमाओं पर तनाव चरम पर है और अंदरूनी सुरक्षा चुनौतियाँ लगातार बढ़ रही हैं।

इज़रायल लंबे समय से भारत का भरोसेमंद रक्षा साझेदार रहा है चाहे वह ड्रोन तकनीक हो, एंटी-टैंक सिस्टम या साइबर डिफेंस, दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग लगातार मजबूत होता गया है। अब ये अत्याधुनिक गाइडेड मिसाइल सिस्टम सीधे भारत के सैन्य शक्ति में इजाफा करेंगे।

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