वक्फ एक्ट को लेकर देश का माहौल लगातार अशांत होता जा रहा है। पश्चिम बंगाल पहले ही हिंसा की चपेट में है, जहां अब तक 3 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 500 से ज्यादा हिंदू परिवारों को अपने घरों से पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है। अब इसी वक्फ एक्ट के खिलाफ कर्नाटक के दावणगेरे से कांग्रेस नेता और पूर्व नगर पार्षद अहमद कबीर खान ने एक भड़काऊ वीडियो जारी कर पूरे देश के मुसलामानों को भड़काने की कोशिश की है। इस वीडियो में अहमद कबीर खान ने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे वक्फ एक्ट के विरोध में सड़कों पर उतरें, सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुँचाएं और जरूरत पड़े तो इसके लिए जान देने से भी पीछे न हटें। कर्नाटक पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अहमद कबीर खान को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
कर्नाटक के दावणगेरे से कांग्रेस के नेता और पूर्व नगर पार्षद अहमद कबीर खान का एक भड़काऊ वीडियो सामने आने के बाद माहौल गरमा गया है। ये वीडियो हाल ही में पास हुए वक्फ विधेयक 2025 के विरोध में जारी किया गया था।
कर्नाटक कांग्रेस नेता कबीर खान वक्फ कानून के खिलाफ मुसलमानों को साम्प्रदायिक दंगों के लिए भड़काते हुए 👇
“अब शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने से कुछ नहीं होगा। ट्रेनें जलाओ, बसें जलाओ, लोगों को मारो, सर फोड़ों , और भारत को जलाओ”
ऐसे विक्षिप्त नराधम की जगह जेल में होनी चाहिए।… pic.twitter.com/E3Afq2nPUt
— अखण्ड भारत संकल्प (@Akhand_Bharat_S) April 15, 2025
वीडियो में कबीर खान मुस्लिम युवाओं से सीधे तौर पर सड़कों पर उतरने, सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुँचाने और यहां तक कि कानून का विरोध करते हुए ‘जान देने’ तक की अपील करते नजर आए। उन्होंने कहा, ‘बसों और ट्रेनों को जला दो… कुछ लोग कुर्बानी दें… हर शहर में 8-10 लोगों की मौत होनी चाहिए… सिर्फ़ याचिकाओं से कुछ नहीं होगा, अब विनाश ही रास्ता है।’
8 अप्रैल 2025 को यह वीडियो वायरल हुआ, जिसमें साफ देखा-सुना जा सकता है कि खान बार-बार भीड़ को हिंसक तरीके से आगे बढ़ने की बात कर रहे हैं। वे कहते हैं कि सिर्फ़ पोस्टर उठाने या याचिकाएं देने से कुछ हासिल नहीं होगा, अब अगर असर चाहिए तो ‘कुर्बानी देने होगी’, और ‘मामले दर्ज हों, मौतें हों’।वीडियो के वायरल होते ही कबीर खान ने अपना मोबाइल बंद कर लिया और गायब हो गया। लेकिन कर्नाटक पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली कि वो राजस्थान के अजमेर में छिपा हुआ है। अजमेर की एसपी वंदिता राणा के नेतृत्व में पुलिस ने आजाद नगर इलाके से उसे गिरफ्तार किया और अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।