बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में एक और बड़ा हमला हुआ है। मार्गट चौकी के पास पाकिस्तानी सेना के वाहन के पास आईईडी ब्लास्ट हुआ, जिसमें कम से कम 4 अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की जान चली गई। इसके अलावा तीन अन्य जवान घायल हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह हमला बलूच विद्रोहियों द्वारा किया गया माना जा रहा है, जिन्होंने पाकिस्तान की सेना के खिलाफ अपने हमलों को और तेज कर दिया है। हालांकि, अभी तक किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

पुलिसकर्मियों को बनाया गया था निशाना
इस साल की शुरुआत से ही बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना को घातक हमलों का निशाना बनाया है, जिसके चलते बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सैनिक अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं।
इसी तरह का एक और हमला 15 अप्रैल को मस्तुंग शहर में हुआ था, जब बलूच विद्रोहियों ने पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया। एक खड़ी मोटरसाइकिल में बम लगाया गया था, और जैसे ही एक बस में 40 पुलिसकर्मी सफर कर रहे थे, धमाका हो गया। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।
100 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का किया था दावा
इसके अलावां बलूच लिबेरेशन आर्मी ने इस साल मार्च में भी सबसे बड़ा हमला किया था, जब उसने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को अगवा कर लिया था। इस ट्रेन में 400 से अधिक लोग सवार थे। पाकिस्तानी सेना ने तीसरे दिन ट्रेन को छुड़ाने का दावा किया था। लेकिन, बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सेना के इन दावों को गलत ठहराया और 100 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा किया। बलूच विद्रोहियों ने कहा कि इस हमले में बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को ट्रेन से जाने दिया गया था, जबकि बंधक बनाए गए ज्यादातर लोग पाकिस्तानी सैनिक थे।