जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा 26 निर्दोष लोगों की हत्या किए जाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की है। अमित शाह ने इस बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने और उनकी जल्द-से-जल्द पाकिस्तान वापसी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा है। अमित शाह के साथ इस चर्चा के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अचानक एक इमरजेंसी उच्चस्तरीय बैठक मीटिंग बुला ली है। इस बैठक में कानून-व्यवस्था को लेकर चर्चा की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मुख्य प्रधान सचिव, मुख्य सचिव, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, एडीजीपी और सीआईडी के अधिकारी इस बैठक का हिस्सा होंगे। इस बैठक में कानून-व्यवस्था को पुख्ता करने के को लेकर चर्चा की जाएगी। साथ ही, इस बैठक में भारत छोड़ने के आदेश के बावजूद या बिना वैध वीजा के छिपे पाकिस्तानियों की पहचान की रणनीति भी बनाई जाएगी। इससे पहले शुक्रवार को हिसार से एक पाकिस्तानी परिवार को दिल्ली कैंप में भेजा गया था। इसके पहले शुक्रवार दोपहर को चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी ने इमरजेंसी मीटिंग की थी जिसमें दंगे रोकने और लॉ एंड ऑर्डर बनाने को लेकर चर्चा की गई थी। गौरतलब है कि राज्य के 6 जिलों को संवेदनशील और नूंह को अति संवेदनशील मानते हुए अलर्ट रहने को कहा गया है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले हरियाणा के निवासी और भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की भी आतंकियों ने हत्या कर दी थी। नरवाल का करनाल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी शहीद के परिवार से मिलने के लिए पहुंचे थे जहां नरवाल की बहन ने मुख्यमंत्री से अपनी शहीद भाई के बदले आतंकियों के सिर की मांग कर दी थी। 26 वर्षीय लेफ्टिनेंट विनय नरवाल छह दिन पहले ही शादी के बंधन में बंधे थे और पत्नी के साथ हनीमून के लिए कश्मीर की वादियों में पहुंचे थे।