TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    एटम बम के बाद अब हाइड्रोजन बम चलाएंगे राहुल गांधी, जानें कांग्रेस नेता ने क्यों कही ये बात

    एटम बम के बाद अब हाइड्रोजन बम चलाएंगे राहुल गांधी, जानें कांग्रेस नेता ने क्यों कही ये बात

    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    TMC का SSC घोटाला: भ्रष्टाचार, महिला अपमान और बंगाल की युवा पीढ़ी के साथ विश्वासघात

    TMC का SSC घोटाला: भ्रष्टाचार, महिला अपमान और बंगाल की युवा पीढ़ी के साथ विश्वासघात

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    तियानजिन से भारत का आत्मविश्वासी स्वर: पीएम मोदी ने पुतिन संग कार की सवारी कर दुनिया को दिया कड़ा संदेश

    तियानजिन से भारत का आत्मविश्वासी स्वर: पीएम मोदी ने पुतिन संग कार की सवारी कर दुनिया को दिया कड़ा संदेश

    विदेशी एजेंडा फिर फेल—भारत की ऊर्जा नीति 140 करोड़ भारतीयों के लिए

    पीटर नवारो साहब- भारत की ऊर्जा नीति ‘ब्राह्मणों’ के लिए नहीं बल्कि 140 करोड़ हिंदुस्तानियों के हितों के लिए है, इसे अमेरिका जितना जल्दी समझ ले उतना अच्छा

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग हाथ मिलाते हुए

    धन्यवाद, मिस्टर ट्रम्प – ‘कूटनीति’ का ये सबक याद दिलाने के लिए कि स्थायी सिर्फ़ स्वार्थ होता है, और अब भारत वही कर रहा है

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    तियानजिन से भारत का आत्मविश्वासी स्वर: पीएम मोदी ने पुतिन संग कार की सवारी कर दुनिया को दिया कड़ा संदेश

    तियानजिन से भारत का आत्मविश्वासी स्वर: पीएम मोदी ने पुतिन संग कार की सवारी कर दुनिया को दिया कड़ा संदेश

    विदेशी एजेंडा फिर फेल—भारत की ऊर्जा नीति 140 करोड़ भारतीयों के लिए

    पीटर नवारो साहब- भारत की ऊर्जा नीति ‘ब्राह्मणों’ के लिए नहीं बल्कि 140 करोड़ हिंदुस्तानियों के हितों के लिए है, इसे अमेरिका जितना जल्दी समझ ले उतना अच्छा

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    भारत के अलावा किन-किन देशों में होती है गणेश जी की पूजा और क्या है मान्यताएं?

    भारत के अलावा किन-किन देशों में होती है गणेश जी की पूजा और क्या है मान्यताएं?

    एक जंग में फ्रांस मेडागास्कर के राजा का सिर काट कर अपने देश ले गए थे, अब 128 साल बाद लौटाईं तीन खोपड़ियां

    एक जंग में फ्रांस मेडागास्कर के राजा का सिर काट कर अपने देश ले गए थे, अब 128 साल बाद लौटाईं तीन खोपड़ियां

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    एटम बम के बाद अब हाइड्रोजन बम चलाएंगे राहुल गांधी, जानें कांग्रेस नेता ने क्यों कही ये बात

    एटम बम के बाद अब हाइड्रोजन बम चलाएंगे राहुल गांधी, जानें कांग्रेस नेता ने क्यों कही ये बात

    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    TMC का SSC घोटाला: भ्रष्टाचार, महिला अपमान और बंगाल की युवा पीढ़ी के साथ विश्वासघात

    TMC का SSC घोटाला: भ्रष्टाचार, महिला अपमान और बंगाल की युवा पीढ़ी के साथ विश्वासघात

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    तियानजिन से भारत का आत्मविश्वासी स्वर: पीएम मोदी ने पुतिन संग कार की सवारी कर दुनिया को दिया कड़ा संदेश

    तियानजिन से भारत का आत्मविश्वासी स्वर: पीएम मोदी ने पुतिन संग कार की सवारी कर दुनिया को दिया कड़ा संदेश

    विदेशी एजेंडा फिर फेल—भारत की ऊर्जा नीति 140 करोड़ भारतीयों के लिए

    पीटर नवारो साहब- भारत की ऊर्जा नीति ‘ब्राह्मणों’ के लिए नहीं बल्कि 140 करोड़ हिंदुस्तानियों के हितों के लिए है, इसे अमेरिका जितना जल्दी समझ ले उतना अच्छा

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग हाथ मिलाते हुए

    धन्यवाद, मिस्टर ट्रम्प – ‘कूटनीति’ का ये सबक याद दिलाने के लिए कि स्थायी सिर्फ़ स्वार्थ होता है, और अब भारत वही कर रहा है

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

    तियानजिन से भारत का आत्मविश्वासी स्वर: पीएम मोदी ने पुतिन संग कार की सवारी कर दुनिया को दिया कड़ा संदेश

    तियानजिन से भारत का आत्मविश्वासी स्वर: पीएम मोदी ने पुतिन संग कार की सवारी कर दुनिया को दिया कड़ा संदेश

    विदेशी एजेंडा फिर फेल—भारत की ऊर्जा नीति 140 करोड़ भारतीयों के लिए

    पीटर नवारो साहब- भारत की ऊर्जा नीति ‘ब्राह्मणों’ के लिए नहीं बल्कि 140 करोड़ हिंदुस्तानियों के हितों के लिए है, इसे अमेरिका जितना जल्दी समझ ले उतना अच्छा

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    भारत के अलावा किन-किन देशों में होती है गणेश जी की पूजा और क्या है मान्यताएं?

    भारत के अलावा किन-किन देशों में होती है गणेश जी की पूजा और क्या है मान्यताएं?

    एक जंग में फ्रांस मेडागास्कर के राजा का सिर काट कर अपने देश ले गए थे, अब 128 साल बाद लौटाईं तीन खोपड़ियां

    एक जंग में फ्रांस मेडागास्कर के राजा का सिर काट कर अपने देश ले गए थे, अब 128 साल बाद लौटाईं तीन खोपड़ियां

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अजीत डोभाल और ईरान के सिक्योरिटी चीफ के बीच INSTC को लेकर हुई चर्चा, जानें क्यों अहम है INSTC और कैसे भारत की अर्थव्यवस्था को मिलेगी रफ़्तार

भारत की आर्थिक शक्ति का आधार

himanshumishra द्वारा himanshumishra
19 May 2025
in चर्चित
जानें क्यों अहम है INSTC

जानें क्यों अहम है INSTC

Share on FacebookShare on X

 

भारत और ईरान दो ऐतिहासिक सभ्यताएं अब भविष्य की रणनीति में एक साथ खड़े नज़र आ रहे हैं। इसी कड़ी में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रविवार को ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव डॉ. अली अकबर अहमदियान से टेलीफोन पर महत्वपूर्ण बातचीत की। इस संवाद ने न सिर्फ दोनों देशों के बीच विश्वास को और मज़बूत किया है, बल्कि चाबहार पोर्ट और INSTC (इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर) जैसे अहम प्रोजेक्ट्स को एक नई दिशा देने का भी संकेत दिया है।

संबंधितपोस्ट

पुतिन की भारत यात्रा तय, ट्रंप के रूसी तेल पर टैरिफ हमले का जवाब?

ट्रंप की नाराजगी से नहीं डरेगा भारत, रूस पहुंचे अजित डोभाल, पुतिन से हो सकती है बड़ी डील

कैसे मोसाद की ‘ब्लैक लेडी’ ने खामेनेई तक बनाई पहुंच, इज़रायल को दिए न्यूक्लियर ठिकानों के पते

और लोड करें

बातचीत के दौरान अजीत डोभाल ने ईरान की क्षेत्रीय भूमिका को सकारात्मक बताते हुए भारत की इस बात में गहरी दिलचस्पी जताई कि दोनों देश मिलकर इन रणनीतिक प्रोजेक्ट्स को और गति दें। उन्होंने ईरान के अब तक दिए सहयोग के लिए आभार भी व्यक्त किया। यह स्पष्ट है कि भारत अब केवल सीमाओं के भीतर नहीं, बल्कि वैश्विक व्यापार मार्गों में भी अपनी जगह मज़बूत करना चाहता है। चाबहार और INSTC इस दिशा में भारत के लिए कूटनीति और व्यापार दोनों का प्रवेशद्वार बन सकते हैं। ऐसे में ज़रूरी हो जाता है यह समझना कि INSTC भारत के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है, और यह आर्थिक दृष्टि से देश के लिए कितना बड़ा अवसर बन सकता है। तो आइये समझते हैं….

क्या है INSTC

अजीत डोभाल और ईरान के सिक्योरिटी चीफ के बीच INSTC को लेकर हुई चर्चा के बाद यह कॉरिडोर एक बार फिर चर्चा में है। इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) एक बार फिर वैश्विक चर्चाओं में है । यह 7,200 किलोमीटर लंबा बहु-आयामी ट्रांजिट रूट है, जो भारतीय महासागर और फारस की खाड़ी को ईरान के ज़रिए कैस्पियन सागर से जोड़ता है और फिर रूस के सेंट पीटर्सबर्ग के माध्यम से उत्तरी यूरोप तक पहुंच बनाता है।

INSTC की नींव 12 सितंबर, 2000 को सेंट पीटर्सबर्ग में भारत, रूस और ईरान द्वारा रखी गई थी। यह समझौता यूरो-एशियन ट्रांसपोर्ट कॉन्फ्रेंस के दौरान हुआ था, जिसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच व्यापार और संपर्क को सुदृढ़ करना है। यह कॉरिडोर समुद्री, रेल और सड़क मार्गों को जोड़ता है, और भारत की वैकल्पिक भू-आर्थिक रणनीति में एक निर्णायक भूमिका निभा सकता है।

वर्तमान में INSTC के 13 सदस्य देश हैं – भारत, ईरान, रूस, अज़रबैजान, आर्मेनिया, कज़ाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्की, यूक्रेन, बेलारूस, ओमान और सीरिया। बुल्गारिया इस समूह में पर्यवेक्षक देश (Observer) के रूप में शामिल है।

इस कॉरिडोर में तीन प्रमुख मार्ग शामिल हैं —

सेंट्रल कॉरिडोर: यह मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट से शुरू होता है और ईरान के बंदर-अब्बास पोर्ट तक पहुंचता है, जो स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़ के पास स्थित है।
वेस्टर्न कॉरिडोर: यह ईरान और अज़रबैजान के रेलवे नेटवर्क को भारत के बंदरगाहों से समुद्री मार्ग के ज़रिए जोड़ता है।
ईस्टर्न कॉरिडोर: यह रूस को भारत से जोड़ता है, जिसमें कज़ाखस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान जैसे देश शामिल हैं।

इस मार्ग पर व्यापारिक गतिविधियां ईरान के नौशहर, अमीराबाद और बंदर-ए-अंज़ली जैसे पोर्ट्स से होती हुई रूस के ओल्या और एस्ट्राखान पोर्ट्स तक जाती हैं। INSTC को पारंपरिक सूएज़ नहर मार्ग के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। Geopolitical Monitor की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह कॉरिडोर मालवाहन समय को लगभग 40% तक घटा सकता है और भाड़ा लागत में 30% की कमी ला सकता है जो भारत जैसे उभरते हुए वैश्विक व्यापारिक शक्ति के लिए एक आर्थिक गेमचेंजर साबित हो सकता है। इसलिए जब अजीत डोभाल और ईरानी सुरक्षा प्रमुख के बीच इस कॉरिडोर को लेकर बातचीत होती है, तो वह केवल कूटनीतिक औपचारिकता नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक स्वतंत्रता और आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर एक निर्णायक कदम होती है। INSTC भारत को एशिया, यूरोप और मध्य एशिया से जोड़ने वाला एक वैकल्पिक और विश्वसनीय रास्ता बन सकता है जो ना सिर्फ भूराजनीतिक दबावों से मुक्त है, बल्कि नई आर्थिक दिशा भी तय कर सकता है।

INSTC में भारत की भूमिका

इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) के प्रति भारत की गंभीरता कोई नई नहीं है, लेकिन हाल के वर्षों में इस प्रोजेक्ट को जो नया बल मिला है, वह इसे भारत की भू-राजनीतिक रणनीति का एक केंद्रीय स्तंभ बना देता है।

The Print की रिपोर्ट के अनुसार, INSTC की क्षमता को परखने के लिए भारत की ओर से दो महत्वपूर्ण ड्राई रन आयोजित किए गए एक 2014 में और दूसरा 2017 में। 2014 की ड्राई रन भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा संचालित की गई थी, जिसमें माल को मुंबई से ईरान के बंदर-अब्बास बंदरगाह तक समुद्र मार्ग से, फिर तेहरान से बंदर-अंज़ली तक रेल मार्ग से, और उसके बाद वहां से रूस के एस्ट्राखान बंदरगाह तक समुद्री मार्ग से पहुँचाया गया।

फ्रेट फॉरवर्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FFFAI) के पूर्व अध्यक्ष शंकर शिंदे, जिन्होंने भारत की ओर से इस पहल का नेतृत्व किया था, ने स्पष्ट रूप से कहा कि INSTC लागत और समय दोनों के मामले में सूएज़ मार्ग से बेहतर है। हालांकि, जब 2019 में ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लगाए गए, तो भारतीय कंपनियों ने INSTC के प्रयोग को लेकर सतर्कता अपनाई। लेकिन जब रूस पर पश्चिमी प्रतिबंध लगे, तो भारत और रूस के बीच व्यापार में तेजी आई और INSTC को लेकर रुचि फिर से जागृत हुई। 2023 में, भारत ने ईरान और आर्मेनिया के साथ मिलकर INSTC को नई गति देने का निर्णय लिया।

ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत INSTC को चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के मध्य एशिया में बढ़ते प्रभाव के जवाब में एक रणनीतिक संतुलन के रूप में देखता है। INSTC के एक अहम हिस्से के रूप में भारत ने ईरान के चाबहार बंदरगाह में व्यापक निवेश किया है, जो भारत की मध्य एशियाई रणनीति में एक जीवंत संपर्क केंद्र बन चुका है। मई 2024 में भारत और ईरान के बीच एक ऐतिहासिक समझौते के तहत भारतीय पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (IPGL) और ईरान की पोर्ट एंड मेरीटाइम ऑर्गनाइज़ेशन के बीच 10 साल की चाबहार ऑपरेटिंग डील पर हस्ताक्षर हुए। इस डील के तहत IPGL करीब 120 मिलियन डॉलर का सीधा निवेश करेगा, जबकि 250 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त निवेश कर्ज के रूप में जुटाया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (INSTC) के उद्देश्य

अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्यों पर आधारित है:
पारगमन समय में कमी: गलियारा भारत, ईरान और रूस के बीच माल परिवहन के समय को काफी हद तक कम करने का लक्ष्य रखता है।

व्यापार में वृद्धि: INSTC सदस्य देशों के बीच अधिक कुशल परिवहन मार्ग प्रदान करके व्यापार को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।

आर्थिक विकास: माल की त्वरित आवाजाही के माध्यम से, गलियारा भाग लेने वाले देशों में आर्थिक विकास और प्रगति में योगदान देता है।

कनेक्टिविटी: INSTC दक्षिण एशिया, मध्य एशिया और यूरोप के देशों के बीच कनेक्टिविटी और सहयोग को बढ़ावा देता है।

भारत के लिए INSTC का महत्व 

अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (INSTC) भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मध्य एशिया और यूरेशियन बाजारों तक पहुंचने के लिए एक वैकल्पिक व्यापार मार्ग प्रदान करता है। यह गलियारा भारत की पारंपरिक समुद्री मार्गों पर निर्भरता को कम करता है और व्यापार एवं आर्थिक सहयोग के नए अवसर खोलता है। INSTC भारत को मध्य एशिया के ऊर्जा-समृद्ध क्षेत्रों, जैसे कजाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान, तक पहुंच प्रदान करता है, जिससे ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाकर भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही, यह एकल आपूर्तिकर्ता पर निर्भरता को कम करता है। गलियारा माल की तेज और लागत-प्रभावी आवाजाही को सुगम बनाता है, जिससे व्यापार को बढ़ावा मिलता है।

यह भारतीय व्यवसायों को निर्यात और आयात के लिए छोटा और अधिक कुशल मार्ग प्रदान करता है, जिससे बाजार पहुंच का विस्तार होता है। INSTC भारत को यूरोप से जोड़ता है और व्यापार के लिए एक स्थलीय मार्ग प्रदान करता है, जिससे दोनों क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ती है। यह कनेक्टिविटी आर्थिक संबंधों को मजबूत करती है, निवेश को प्रोत्साहित करती है और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है। इसके अलावा, INSTC भाग लेने वाले देशों के बीच क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है, जिससे राजनयिक और आर्थिक संबंध मजबूत होते हैं। यह परिवहन और व्यापार से संबंधित मुद्दों पर संवाद और सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करता है, जो क्षेत्रीय स्थिरता और विकास में योगदान देता है।

स्रोत: अजीत डोवाल, ईरान, INSTC, चाहबार पोर्ट, अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा, Ajit Doval, Iran, INSTC, Chabahar Port, International North-South Transport Corridor
Tags: Ajit DovalChabahar PortINSTCInternational North-South Transport CorridorIranअजीत डोवालअंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियाराईरानचाहबार पोर्ट
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कर्नल सोफिया केस में सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह को लगाई फटकार, ठुकराई माफी और कहा: ‘हमें आपकी माफ़ी नहीं चाहिए’

अगली पोस्ट

अजेय और अडिग भारत का उदय, पश्चिम की मान्यताओं को चुनौती

संबंधित पोस्ट

SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!
अर्थव्यवस्था

SCO समिट में मोदी की कूटनीति: भारत बना RIC का ‘पावर सेंटर’!

1 September 2025

तियानजिन (चीन) में हुए SCO समिट में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक ही कार में सवार होकर मीटिंग स्थल...

विदेशी एजेंडा फिर फेल—भारत की ऊर्जा नीति 140 करोड़ भारतीयों के लिए
अर्थव्यवस्था

पीटर नवारो साहब- भारत की ऊर्जा नीति ‘ब्राह्मणों’ के लिए नहीं बल्कि 140 करोड़ हिंदुस्तानियों के हितों के लिए है, इसे अमेरिका जितना जल्दी समझ ले उतना अच्छा

1 September 2025

अमेरिकी अर्थशास्त्री और ट्रंप प्रशासन के पूर्व सलाहकार पीटर नवारो ने हाल ही में दावा किया कि रूस से तेल व्यापार कर भारत के ब्राह्मण...

बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी
इतिहास

बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

1 September 2025

आज जब दुनिया मानवाधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता और लोकतंत्र की बातें करती है, तब बांग्लादेश की ज़मीन पर हो रहे अत्याचारों पर सबने चुप्पी साध रखी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Ganesha’s Empire Beyond Bharat: The Forgotten History of Sanatan Dharma in Asia

Ganesha’s Empire Beyond Bharat: The Forgotten History of Sanatan Dharma in Asia

00:07:16

The Truth Behind Infiltration, Political Appeasement, and the Battle for Identity.

00:06:28

USA’s Real Problem With India is Not Russian oil ! America’s Double Standard Exposed yet Again.

00:06:12

Why Experts Say US President Donald Trump’s Behavior Signals Something Serious?

00:07:25

The Myth of Mother Teresa: Peeling Back the Veil of a Manufactured Saint

00:07:13
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited