प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों दो दिवसीय दौरे पर गुजरात पहुंचे हुए हैं। पीएम मोदी ने गुजरात में हज़ारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषणों में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी ज़िक्र किया है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद किए गए इस ऑपरेशन को लेकर पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को खूब खरी-खरी सुनाई है। आतंकवाद के खिलाफ पीएम मोदी के लगातार कड़े प्रहारों से पाकिस्तान में बौखलाहट साफ नज़र आने लगी है। पीएम मोदी के बयानों पर पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धातों का हवाला देने लगा है। इस खबर में समझते हैं कि पीएम मोदी का बयान क्या था और पाकिस्तान ने उस पर क्या कहा है?
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
गुजरात के भुज में सोमवार (26 मई) को प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद पर पाकिस्तान को ना केवल कड़ा बल्कि स्पष्ट संदेश दिया था। पीएम मोदी ने भारत द्वारा की पाकिस्तान के एयरबेस पर की गई स्ट्राइक को लेकर कहा, “पाकिस्तान के एयरबेस आज भी ICU में पड़े हैं। पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में सफेंद झंडा दिखाना शुरू कर दिया था।” उन्होंने कहा, “हमने आतंकवाद के ठिकानों को तोड़ना था, मारना था सबक सिखाना था उसके बाद तुम्हें (पाकिस्तान) चुप रहने की ज़रूरत थी। लेकिन तुमने गलती की तो तुम्हें सजा भी भुगतनी पड़ी।”
इस दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान से कुछ कड़े सवाल भी पूछे। पीएम मोदी ने कहा, “भारत की लड़ाई सीमा पार पल रहे आतंकवाद से है। जो आज इस आतंकवाद का पालन-पोषण कर रहा है उससे हमारी दुश्मनी है। मैं पाकिस्तान के लोगों को भी कहना चाहता हूं कि क्या पाया आपने? हिंदुस्तान दुनिया की चौथी बड़ी इकॉनमी बन गया और तुम्हारा हाल क्या है? तुम्हारे बच्चों के भविष्य को बर्बाद किसने किया, तुम्हें दर-दर भटकने के लिए मजबूर किसने क्या, आतंकवाद के आकाओं ने।”
पीएम ने आगे कहा, “आतंकवाद पाकिस्तान की सेना और सरकार के लिए पैसा कमाने का जरिया बन गया है। पाकिस्तान के युवकों को तय करना होगा, पाकिस्तान के बच्चों को तय करना होगा कि क्या यह रास्ता उनके लिए ठीक है? क्या उनका भला हो रहा है? सत्ता के लिए जो ये खेल खेले जा रहे हैं क्या उससे पाकिस्तान के बच्चों की जिंदगी बनेगी। मैं पाकिस्तान के बच्चों को कहना चाहता हूं कि आपके हुक्मरान और आपकी सेना, आतंकवाद के समय में पल रही है, वो आपके जीवन में खतरे पैदा कर रही है, आपके भविष्य को नष्ट कर रही है, आपको अंधेरे में धकेल रही है।”
पीएम मोदी ने कहा था, “पाकिस्तान को आतंक की बीमारी से मुक्त करने के लिए पाकिस्तान की अवाम को आगे आना होगा।” उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान के नौजवानों को आगे आना होगा, सुख-चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही।”
#WATCH | Bhuj, Gujarat: “… sukh chain ki zindagi jiyo, roti khao, warna meri goli to hai hi…,” says PM Narendra Modi.
He further says, “The people of Pakistan need to come forward to get their country rid of terrorism. Their youth will have to come forward…'” pic.twitter.com/v84WxNjTGP
— ANI (@ANI) May 26, 2025
पाकिस्तान ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को आईना दिखाया तो पाकिस्तान इससे भी बौखला गया। पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ पीएम मोदी का बयान इतना नागवार गुज़रा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस पर बयान जारी किया है। आतंकवाद की फसल बोने वाले पाकिस्तान ने इस बयान में कहा है, “प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणियों में हिंसा का घृणा-प्रेरित आह्वान न केवल इसकी विषय-वस्तु के लिए बल्कि पहले से ही अस्थिर क्षेत्र में स्थापित की गई खतरनाक मिसाल के लिए भी बेहद परेशान करने वाला है।”
🔊PR NO.1️⃣5️⃣0️⃣/2️⃣0️⃣2️⃣5️⃣
Statement by the Ministry of Foreign Affairs on the Recent Remarks by the Prime Minister of India. pic.twitter.com/csrvgNHLZc
— Ministry of Foreign Affairs – Pakistan (@ForeignOfficePk) May 26, 2025
दुनियाभर के आतंकियों की फैक्ट्री बने पाकिस्तान को अब शांति और UN की याद आ रही है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है, “इस तरह के बयान संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल सिद्धांतों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन करते हैं, जो सदस्य देशों को विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने और अन्य राज्यों की संप्रभुता या राजनीतिक स्वतंत्रता के खिलाफ बल के प्रयोग या धमकी से दूर रहने के लिए बाध्य करता है।”
पाकिस्तान ने अपने बयान में अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी से भारत के बयानों पर ध्यान देने को कहा है। पीएम मोदी ने इससे पहले भी पाकिस्तान को तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ने की सलाह दी थी लेकिन पाक ने हमेशा से आतंकवाद का पालन-पोषण करना ही अपनी नीति बनाया हुआ है। इस समय ना केवल आर्थिक तौर पर पाकिस्तान की कमर टूटी हुई है बल्कि देश के भीतर उपद्रव से गृह युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। बलूचिस्तान से लेकर सिंध तक, हर प्रदेश पाकिस्तान से स्वायत्ता की मांग कर रहा है। अब भी पाकिस्तान को अपने भीतर देखने और सुधार करने के बजाय भारत के प्रधानमंत्री के बयानों में ही हिंसा की बात नज़र आ रही है।