पहले ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद पाकिस्तान के साथ तनाव में दुनिया ने भारत का लोहा माना। हालांकि, इसके बाद भी दुनिया के कई संस्थान और देश भारत की जीत को नकारते रहे। जब उनकी आंखों के सामने सबूत आए तो उन्होंने वक्त रहते पलटी मार ली। इसके बाद भी कोलंबिया ने पाकिस्तान में मौतों को लेकर संवेदना जताई थी। खैर अब इस मामले में भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है। शशि थरूर के बयान के बाद कोलंबिया ने भी अब पलटी मार ली है। उसने पाकिस्तान की मौतों पर संवेदना जताने वाले बयान को वापस ले लिया है। ये ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत है।
बता दें भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान परस्त आतंकवाद को बेनकाब करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बनाए थे। उन्हें दुनिया भर के देशों में दौरों पर भेजा गया है। जहां सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भारत का पक्ष रख रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान को बेनकाब करने का काम कर रहा है।
ये भी पढ़ें: ‘ऑपरेशन शील्ड’: पाकिस्तान की सीमा से सटे कई राज्यों में आज होगी मॉक ड्रिल
क्या बोला था कोलंबिया?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में हुई मौतों को लेकर कोलंबिया का बयान आया था। उसने ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद हुए तनाव में पाकिस्तान में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया था। इसके बाद भारत ने उसके बयान पर निराशा जाहिर की थी। क्योंकि, कोलंबिया के बयान में आतंकवाद को नजरअंदाज कर दिया गया था।
भारत ने जताई थी निराशा
कांग्रेस नेता शशि थरूर के नेतृत्व वाला प्रतिनिधि मंडल कोलंबिया पहुंचा था। यहां उन्होंने भारतीय समुदाय से मुलाकात की थी। इसके साथ ही उन्होंने कोलंबिया के प्रारंभिक रुख पर निराशा जताई थी। थरूर ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि आतंकवादी और निर्दोष नागरिकों के बीच कोई समानता संभव हो सकती है। हमारे देश में हमला करने वालों और देश की रक्षा करने वालों में को समानता संभव नहीं है।
उन्होने कहा कि हम कोलंबिया सरकार से की प्रतिक्रिया से थोड़े निराश हुए हैं। हम आत्मरक्षा के अपने अधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। और अगर इस किसी को भी कोई गलतफहमी है तो हम दूर करने के लिए तैयार हैं। हमें कोलंबिया से पाकिस्तान और पीओके में भारत की कार्रवाई के बारे में विस्तृत जानकारी शेयर करने में खुशी होगी।
वापस लिया बयान
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने कोलंबिया के उप विदेश मंत्री रोजा योलांडा विलाविसेंशियो से मुलाकात की थी। इस दौरान भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद कोलंबिया भारत की स्थिति को समझते हुए अपना शोक बयान वापस लिया है। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास असल स्थिति की स्पष्ट जानकारी हो गई है। हम भारत के साथ बात करने के लिए आगे बढ़ेंगे। हम आधिकारिक तौर पर अपना पहले का बयान वापस लेते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने भारत के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन करने के लिए बयान जारी करने का आश्वासन दिया है।
भारत की रणनीतिक जीत
यह दौरा भारत विदेश नीति और कूटनीति का बड़ी जीत है। पिछले कुछ समय में भारत ने अपने हितों की रक्षा करते हुए वैश्विक समर्थन भी हासिल किया है। कोलंबिया का बयान वापस लेना इस बात का सबूत है कि भारत प्रतिक्रिया देने के स्थान पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नीतिगत स्पष्टता और कूटनीतिक मजबूती दिखाता है। भाजपा नेता तरनजीत सिंह संधू ने कोलंबिया के रुख को सकारात्मक बताया है। भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि थरूर ने भारत की नीति को स्पष्ट रूप से रखा है।