India Pakistan Tension: भारत पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। पाक आर्मी लगातार LoC और भारतीय सीमा के भीतर ड्रोन हमलों और गोलीबारी को बढ़ा रही है। इसके जवाब में भारतीय सेनाओं ने भी मोर्चा संभाला है। हालांकि, दोनों में से किसी की ओर से अभी तक आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। ऐसे में भारत के भीतर कई ऐसे संकेत नजर आ रहे हैं जो युद्ध की तैयारी की ओर इशारा कर रहे हैं।
22 अप्रैल 2025 को पाकिस्तानी आतंकियों ने पहलगाम पर हमला किया था। इसमें 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने इसका करारा जवाब दिया था। इसके बाद से ही पाकिस्तान हमले किए जा रहा है। 8 मई को जिस तरीके से हमला किया गया। इससे माना जा रहा है कि देश युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। आइये जानें वो कारण जो इस बात के संकेत दे रहे हैं?
युद्ध के 5 संकेत
- सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह की ड्रेस
- आर्मी चीफ को रूल 30 में दिए गए अधिकार
- गृहमंत्री राजनाथ सिंह की बैठक
- शिवराज सिंह और जेपी नड्डा की बैठक
- विदेश मंत्री एस जयशंकर का विदेशों में संपर्क
सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह की ड्रेस
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। इसके बाद 7 मई की शाम को विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी, भारतीय सेना में कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स में विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ आए। इसमें उन्होंने ऑपरेशन की जानकारी दी। इसके बाद भी 7 मई की रात को भी पाकिस्तान की ओर से हमले किए गए। 8 अक्टूबर को एक बार फिर विक्रम मिसरी, सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह के साथ PC करने के लिए आए।

पहले दिन की PC में सेना की दोनो महिला अधिकारी सर्विस ड्रेस में नजर आईं थी। उस दिन उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआती जानकारी दी। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी के बाद 8 मई को दोबारा विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दिन दोनों अधिकारी कॉम्बैट ड्रेस में नजर आईं। कॉम्बैट का मतलब लड़ाई या फिर युद्ध जैसी स्थिति होती है। इसके लिए विशेष यूनिफॉर्म होती है। ऐसे में इन तस्वीर को युद्ध के संकेत की तरह देखा जा रहा है।
आर्मी चीफ को रूल 30 में दिए गए अधिकार
पहले ही 6 मई 2025 को भारत सरकार ने प्रादेशिक सेना नियम-1948 के नियम 33 के अंतर्गत आदेश जारी कर आर्मी प्रमुख की ताकत में इजाफा कर दिया है। यह कदम भारत की बढ़ती सैन्य तैयारियों की ओर इशारा कर रहा है। क्योंकि, यह आदेश ऐसे समय में लागू हुआ है जब भारत पाकिस्तान से मिसाइल और ड्रोन हमलों सहित लगातार सीमा पार से उकसावों का सामना कर रहा है।

प्रादेशिक सेना नियम-1948 के नियम 33 के अंतर्गत अधिकार मिलने के बाद 14 प्रादेशिक सेना की इन्फैंट्री बटालियनों को एक्टिव कर दिया गया है। इसके बाद सेना अध्यक्ष को इस बात का अधिकार मिल गया है कि वो देश की सेवा, सेना की सहायता या किसी भी आपात स्थिति में इन इन्फेंट्री के वॉलेंटियर जवानों को बुला सकते हैं। वो सेना की जरूरत के हिसाब से उनकी तैनाती भी कर सकते हैं।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह की बैठक
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना प्रमुखों के साथ सीडीएस अनिल चौहान की एक तस्वीर ने पाकिस्तान में खलबली मचा दी है। दरअसल, पाकिस्तान ने गुरुवार रात सीमा पर रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन से हमले का प्रयास किया था। सतर्क भारतीय सुरक्षा बलों ने उनके सभी प्रयासों को विफल कर दिया।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की गई इस तस्वीर में राजनाथ सिंह और तीनों सेना प्रमुखों को सहज और मुस्कुराते हुए दिखाया गया है। यह तस्वीर सीमा पर दुश्मन की हर हरकत को नाकाम करने के बाद, शांतिपूर्वक बैठकर आगे की रणनीति बनाने का प्रतीक है। किसी के चेहरे पर न तो चिंता है और न ही तनाव। यह भारत की ताकत को दर्शाता है – पहले पूरी तैयारी, फिर दुश्मन पर निर्णायक हमला, और उसके बाद करारा जवाब।
शिवराज सिंह और जेपी नड्डा की बैठक
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पाकिस्तान पर भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद बुलाई थी। इसके बाद उन्होंने अपने मंत्रालय की जानकारी मीडिया के सामने रखी। शिवराज सिंह ने कहा कि देश में चावल-गेहूं के भंडार भरे हैं। दालों का भी बफर स्टॉक है और किसी चीज की कोई कमी नहीं है। समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने बताया कि खाद्यान्न की कोई कमी नहीं आएगी। इसमें उन्होंने अपने भंडारण के बारे में जानकारी दी।

शुक्रवार को जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल्स और मेडिकल फैसिलिटी सभी स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्रालय के कंट्रोल सेंटर से पूरी निगरानी की जा रही है। बैठक में देशभर के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की गई है। इसके बाद भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट स्थित सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को सतर्क रखा गया है और यहां के अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दिया गया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर का विदेशों में संपर्क
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही विदेश मंत्री एस जयशंकर लगातार बड़ी विदेशी ताकतों के संपर्क में है। 6-7 मई की रात को जब ऑपरेशन सिंदूर किया गया तो उसकी अगली सुबह एस जयशंकर ने उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन के अपने समकक्ष से बात की और ऑपरेशन की जानकारी दी। इसके बाद से वो लगातार दुनिया के नेताओं और अधिकारियों से बात कर रहे हैं।

विदेश मंत्री की ये एक्टिविटी बताती है कि भारत लगातार वैश्विक समाज में अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए काम कर रहा है। दुनिया को ये बताया जा रहा है कि किस तरह से पाकिस्तान सिविलियन एरिया में अटैक कर रहा है। इसके बाद भारत किस तरह से अपना बचाव कर रहा है। इससे साफ होता है कि भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। भारत दुनिया में ये संदेश दे रहा है कि हम हमले नहीं कर रहे हैं। हम केवल अपना बचाव कर रहे हैं और आगे करते रहेंगे।
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कुल मिलाकर एक साफ है कि भारत किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। सीमावर्ती राज्यों के कई जिलों स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। बॉर्डर एरिया को खाली करा लिए गया है। पंजाब, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, गुजरात में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री, कृषि मंत्री की समीक्षा बता रही है कि देश को हर मोर्चे में तैयार है। अगर युद्ध होता है तो भारत कहीं से भी पीछे नहीं हटने वाला है।