जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता संजय झा, जो इन दिनों एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दक्षिण कोरिया के दौरे पर हैं, ने बुधवार को सोल में एक अनोखी और दिलचस्प मुलाकात की। उन्होंने वहां रहने वाले चर्चित यूट्यूबर येचन सी ली नी चार्ली से भेंट की, जिन्हें लोग प्यार से ‘कोरियाई बिहारी’ के नाम से जानते हैं। इस मुलाकात को खास बताते हुए संजय झा ने इसकी झलक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने एक वीडियो के साथ लिखा, “सोल में ‘कोरियाई बिहारी’ चार्ली से मिलकर बेहद खुशी हुई।
उनका ठेठ बिहारी अंदाज़ विदेश में भी अपनी जड़ें नहीं भूला है। बचपन में अपने माता-पिता के साथ पटना आकर पले-बढ़े चार्ली अब कोरिया में रहते हुए भी बिहार की मिट्टी से जुड़े हुए हैं।” इस मुलाकात में सिर्फ एक यूट्यूबर और एक नेता का आमना-सामना नहीं था, बल्कि यह बिहार की सांस्कृतिक आत्मा और वैश्विक पहचान के संगम जैसा क्षण था। संजय झा की यह पहल उस सोच को दर्शाती है, जहां राजनीति सिर्फ सत्ता की नहीं, बल्कि पहचान और जुड़ाव की भी बात करती है।
चार्ली ने भी शेयर किया वीडियो
इस आत्मीय और जीवंत मुलाकात में केवल राजनीतिक विमर्श ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक अपनापन और साझा अनुभवों की गर्माहट भी देखने को मिली। जब चार्ली से बातचीत शुरू हुई, तो उनका ठेठ बिहारी अंदाज़ हर किसी को instantly familiar और अपनेपन से भर गया। चार्ली ने इस मुलाकात को खास बताते हुए एक वीडियो साझा किया और कहा, “आज हमको इंडियन पार्लियामेंट के सदस्यों से मिलने के लिए बुलाया गया है। हमको ‘नर्बसनेस’ हो रहा था कि ये हमसे क्यों मिलना चाहते हैं?” उनकी इस सहजता में बिहार के गले लगते अंदाज़ की साफ़ झलक थी।
इस अनौपचारिक बातचीत में यूट्यूबर चार्ली ने जदयू नेता संजय झा से सवाल किया कि कोरिया आकर कैसा लग रहा है? इस पर संजय झा ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “अच्छा लग रहा है, मैं पहली बार कोरिया आया हूं। दक्षिण कोरिया सुरक्षा परिषद में है, हम लोग बताने आए हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है। वह आज हमारे घर में आया है, 9/11 को अमेरिका में जो किया वो सबको पता है। यह आतंकवाद कहीं भी आ सकता है।” इसके बाद संजय झा ने ओसामा बिन लादेन पर दो टूक टिप्पणी करते हुए कहा, “सबसे बड़ा आतंकी ओसामा बिन लादेन था। उसको कहीं और नहीं, पाकिस्तान में जगह मिली।”
हालांकि बातचीत का सबसे रोचक हिस्सा वह पल रहा जब विषय हल्का हुआ और बिहारी खाने की बात छिड़ गई। संजय झा ने चार्ली से मैथिली में पूछा, “मधुबनी गेल रहली है?” इस पर चार्ली तपाक से बोले, “हां गेल रहली है, दही चूड़ा मेरा फेबरेट है सर।” इस पर संजय झा ने हँसते हुए कहा, “चेहरा तो नहीं लग रहा, लेकिन टोन तो पूरा बिहार वाला है।” इस पूरी मुलाकात में वह भावनात्मक जुड़ाव भी दिखा, जो प्रवासी भारतीयों और देश के बीच की दूरी को पाटता है। जदयू नेता संजय झा की अगुवाई वाले इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद प्रदान बरुआ, बृज लाल, डॉ. हेमांग जोशी और अपराजिता सारंगी, तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी, सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास और पूर्व राजदूत मोहन कुमार भी शामिल थे।