छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में आज सुबह से गोलियों की गूंज सुनाई दे रही है। बीजापुर के अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी है। डीआरजी के जवानों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 20 नक्सलियों को मार गिराया है। सूत्रों के मुताबिक, यह संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि ऑपरेशन पूरे इलाके में फैल चुका है। नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा से आए डीआरजी के जवान माड़ के दुर्गम इलाके में लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं। बताया जा रहा है कि कई वांछित नक्सली कमांडरों को घेर लिया गया है। सुबह से जारी इस कार्रवाई में हर पल ज़मीन पर मौजूद जवानों के साहस, रणनीति और समर्पण की असली परीक्षा हो रही है।
मुख्यमंत्री ने जवानों के साहस को किया सलाम
छत्तीसगढ़ के बीजापुर और नारायणपुर जिलों के अबूझमाड़ इलाके में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान को लेकर राज्य सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ऑपरेशन में शामिल सुरक्षाबलों के पराक्रम और संयम की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा, “हमारे बहादुर जवान बीते तीन दिनों से कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में भी पूरी निष्ठा और अद्वितीय साहस के साथ डटे हुए हैं। यह लड़ाई सिर्फ नक्सलियों के खिलाफ नहीं, बल्कि शांति और विकास के पक्ष में है। राज्य उन्हें नमन करता है।”
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस मुठभेड़ में मारे गए 20 नक्सलियों में कई बड़े कमांडर और वांछित नाम शामिल हैं। वहीं, यह भी बताया जा रहा है कि शीर्ष नक्सली नेता नंबला केशव राव उर्फ बसव राजूभी इस कार्रवाई में मारा गया है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है। तलाशी अभियान अब भी जारी है और सुरक्षाबलों द्वारा जब्त किए गए हथियारों और अन्य सामान की जानकारी बाद में साझा की जाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने यह भी कहा कि राज्य सरकार बस्तर और आसपास के क्षेत्रों को शांति, समृद्धि और पर्यटन के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “नक्सलवाद अपने अंतिम चरण में है, और आने वाला समय विकास का होगा।” जंगलों में चल रहे इस अभियान को सरकार ने सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की दिशा में उठाया गया निर्णायक कदम बताया है।