बिहार एक बार फिर अपनी अनोखी घटनाओं को लेकर चर्चा में है। कभी यहां चूहे बांध चट कर जाते हैं, कभी पुल या तालाब चोरी हो जाते हैं। ताज़ा मामला पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया से सामने आया है, जहां पुलिस ने शराब तस्करी के आरोप में किसी व्यक्ति को नहीं, बल्कि एक घोड़े को हिरासत में लिया है। नौतन थाना क्षेत्र की यह घटना तब सामने आई जब एक घोड़े की पीठ पर लदी शराब की पेटियां बरामद की गईं। जबकि तस्कर मौके से फरार हो गया। फिलहाल घोड़े को थाने में बांध दिया गया है और मामले की जांच जारी है।
तस्कर तो फरार लेकिन घोड़े को थाने ले आई पुलिस
बिहार की ज़मीन अजीबोगरीब घटनाओं की गवाह रही है कभी पुल गायब हो जाता है, कभी तालाब चोरी हो जाता है। लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है, वह न केवल हैरान करता है बल्कि सिस्टम की जमीनी हकीकत को भी बयां करता है। पश्चिम चंपारण के बेतिया जिले के नौतन थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक घोड़े को हिरासत में लिया है। वजह? घोड़ा शराब की तस्करी में शामिल था या यूँ कहें, इस्तेमाल किया गया था।
घटना बैरा परसौनी गांव के पास की है। पुलिस को सूचना मिली कि भारी मात्रा में विदेशी शराब को एक घोड़े की पीठ पर लादकर ले जाया जा रहा है। तत्काल थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इलाके की घेराबंदी की। थोड़ी ही देर में एक घोड़ा दिखाई दिया, जिसकी पीठ पर चार बड़े कार्टन बंधे थे। जब उन्हें खोला गया, तो उनमें विदेशी शराब की बोतलें थीं। तस्कर का कहीं अता-पता नहीं था वह पुलिस को चकमा देकर भाग चुका था। अब वही घोड़ा, जो शायद खुद भी नहीं जानता कि वो किस काम में घसीटा गया, थाने में खड़ा है। पुलिस के रिकॉर्ड में यह मामला दर्ज हो चुका है और सोशल मीडिया पर यह तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं। लोग इस घोड़े को ‘शराब तस्कर’ बताकर व्यंग्य कर रहे हैं, तो कुछ इसे कानून व्यवस्था की विडंबना के रूप में देख रहे हैं।
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि घोड़ा किसका है, उसे कैसे और किसने प्रशिक्षित किया, और तस्करी के पीछे किसका हाथ है। गांव में पूछताछ की जा रही है और मामले की तह तक पहुंचने के प्रयास जारी हैं। बिहार की शराबबंदी नीति को लेकर कई बार सवाल उठते रहे हैं। यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि जब तस्करी करने वाले जानवरों तक को मोहरा बना लें, तो असली जड़ तक पहुंचना और ज़रूरी हो जाता है।