पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने चुप्पी नहीं, एक ठोस और निर्णायक जवाब दिया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एयर स्ट्राइक की है। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए कायराना हमले के जवाब में की गई, जिसमें कई निर्दोष लोग मारे गए थे। भारतीय वायुसेना की इस सटीक स्ट्राइक ने आतंक के आकाओं की नींव हिला दी है। इस ऐतिहासिक कार्रवाई की जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिस्री, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। प्रेस वार्ता की शुरुआत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमलों के वीडियो से की गई, जिसने अंतरराष्ट्रीय मीडिया को भी झकझोर दिया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई इस एयर स्ट्राइक में कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को करारा झटका लगा है। संगठन के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और उसके चार खासमखास सहयोगी इस हमले में मारे गए हैं। खुद मसूद अजहर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “मेरे परिवार के 10 लोग इस भारतीय हमले में मारे गए हैं…अच्छा होता कि इस हमले में मै भी मारा जाता।”
क्या बोला मसूद अजहर?
डेली उर्दू की रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर ने बयान जारी करते हुए बताया कि भारत द्वारा बहावलपुर की सुभान अल्लाह जामा मस्जिद पर की गई स्ट्राइक में उसके परिवार के 10 सदस्य और 4 करीबी सहयोगी मारे गए हैं। बयान में स्पष्ट किया गया कि मृतकों में मसूद अजहर की बड़ी बहन और उसका पति, अजहर का भतीजा और उसकी पत्नी, एक अन्य भतीजी और उसके परिवार के पांच मासूम बच्चे शामिल हैं।
बयान में आगे कहा गया कि इस हमले में मसूद अजहर का एक नजदीकी सहयोगी, उसकी मां और दो अन्य साथी भी ढेर हो गए। आतंकी अजहर ने बौखलाहट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, “इस अत्याचार ने सभी नियमों की धज्जियां उड़ा दी हैं। अब किसी को भी रहम की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।”