भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार शाम 5:30 बजे लगातार तीसरे दिन प्रेस ब्रीफिंग की। इस अहम ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी मौजूद रहीं। तीनों अधिकारियों की संयुक्त मौजूदगी से यह स्पष्ट संकेत मिला कि सरकार हालात को कितनी गंभीरता से ले रही है। इससे पहले 7 और 8 मई को भी सरकार की ओर से ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विस्तृत जानकारी दी जा चुकी है। आज की प्रेस वार्ता भारत की कूटनीतिक रणनीति और सैन्य तैयारियों को लेकर एक और निर्णायक बयान थी, जो यह दर्शाती है कि देश हर मोर्चे पर चौकस और संगठित है। ऐसे मं आइये बताते हैं की क्या रही इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के प्रमुख बिंदु:
प्रेस ब्रीफिंग से 10 बड़ी बातें
- पाकिस्तानी सेना ने भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन किया
कर्नल सोफिया कुरैशी ने पुष्टि की कि 7-8 मई की रात पाकिस्तान की ओर से पूरे पश्चिमी मोर्चे पर एक के बाद एक वायुसीमा उल्लंघन किए गए। इनका मकसद भारतीय सैन्य ढांचों को निशाना बनाना था। - ड्रोन हमलों का बड़ा नेटवर्क बेनकाब
भारतीय वायुसीमा में एक ही रात में 36 से ज्यादा स्थानों पर 300 से 400 ड्रोन घुसपैठ की कोशिश करते पाए गए। भारतीय सेना ने इनमें से कई ड्रोन को ज़मीन पर ढेर कर दिया वह भी आधुनिक “काइनेटिक” और “नॉन-काइनेटिक” दोनों तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए। - घुसपैठ का मकसद: जासूसी और परीक्षण
विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक संगठित प्रयास था भारत के एयर डिफेंस सिस्टम की ताकत को परखने और गुप्त सूचनाएं एकत्रित करने के लिए। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि इन ड्रोन में से कई तुर्की में बने “Asisguard Songar” मॉडल के थे। - LoC पर भारी गोलाबारी
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर अकारण फायरिंग की, जिसमें कुछ भारतीय जवान घायल हो गए। खास बात यह रही कि पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन हमले करने से पहले अपना एयरस्पेस भी बंद नहीं किया। - भारत ने दिखाया संयम, पर नहीं छोड़ी सतर्कता
पंजाब क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाते हुए भारत ने अस्थायी तौर पर नागरिक विमानों के लिए एयरस्पेस बंद किया, लेकिन पाकिस्तान ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया। इसके बावजूद भारतीय वायुसेना ने वैश्विक नागरिक उड्डयन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अत्यंत संतुलनपूर्ण व्यवहार दिखाया। - पाकिस्तान की सीधी उकसावे की नीति
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने स्पष्ट रूप से कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय शहरों, नागरिक ढांचों और कुछ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय सेना ने हर हमले का सख्ती से जवाब दिया। - पाकिस्तान का झूठ और भ्रामक बयानबाज़ी
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने धार्मिक स्थलों को निशाना नहीं बनाया, जबकि सबूत बताते हैं कि पूंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया गया था। उल्टा, पाकिस्तान ने इसे भारत की साजिश बताकर वैश्विक समुदाय को भ्रमित करने की कोशिश की। - हमलों को धार्मिक रंग देने की कोशिश
पाकिस्तान ने ननकाना साहिब पर ड्रोन हमला होने का झूठा दावा कर इसे धार्मिक मुद्दा बनाने का प्रयास किया — ठीक वैसे ही जैसे हाल ही में पहलगाम हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सहानुभूति बटोरने की साजिश रची गई थी। - गुरुद्वारे पर हमले में सिख समुदाय को नुकसान
पूंछ में गुरुद्वारे पर हुए हमले में कुछ निर्दोष सिख श्रद्धालु मारे गए। पाकिस्तान का यह दावा कि वे खुद अपने धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं — पूरी तरह कपोल-कल्पित और शर्मनाक है। - मंदिर और गुरूद्वारे को बना रहा निशाना
विदेश सचिव ने बताया की पकिस्तान न केवल निर्दोष नागरिकों को मार रहा है बल्कि गुरुद्वारे, चर्चेस और मंदिरों को भी निशाना बना रहा है।