पाकिस्तान में आतंकी और सेना का गठजोड़ किसी से छिपा नहीं है। बीते दिनों जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान और PoK में आतंकियों को निशाना बनाया तो उनकी मौत पर पाकिस्तानी सेना के अधिकारी मातम करते नज़र आ रहे थे। पहलगाम आतंकी हमले से पहले भी पाकिस्तान की सेना के प्रमुख असीम मुनीर का एक कट्टरपंथी भाषण खूब वायरल हुआ था। अब पाकिस्तानी सेना के प्रोपेगेंडा विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स के DG लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने पाकिस्तान के एक विश्वविद्यालय में भाषण के दौरान भारत के खिलाफ वैसा ही ज़हर उगला है जैसा आतंकी उगलते हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने सिंधु जल संधि पर भारत के फैसले को लेकर धमकी भरे अंदाज़ में बयान दिया है, “अगर आप हमारा पानी रोकेंगे, तो हम आपकी सांसें रोक देंगे।” यह बयान हूबहू लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हाफिज सईद की भाषा जैसा है, जो पहले भी इसी तरह भारत को धमका चुका है। हाफिज सईद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह भी वैसी ही धमकी देता नजर आता है जैसी भाषा चौधरी ने इस्तेमाल की। चौधरी का यह बयान उस समय आया है जब भारत ने 23 अप्रैल को सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था। भारत ने यह कार्रवाई पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों द्वारा पहलगाम हमला किए जाने के बाद की थी।
दूसरी और पाकिस्तान के साथ PoK को लेकर बातचीत के मामले पर भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को दो टूक कहा कि पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत केवल अवैध रूप से कब्जाए गए जम्मू-कश्मीर क्षेत्र को खाली कराने पर केंद्रित होगी। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत केवल वांछित आतंकवादियों के प्रत्यर्पण जैसे ठोस मामलों पर चर्चा को तैयार है। सिंधु जल संधि पर भी उन्होंने दोहराया कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और स्थायी कदम नहीं उठाता, तब तक समझौता बहाल नहीं होगा। प्रधानमंत्री मोदी के शब्दों को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।”