वानखेड़े के एक खास कोने में अब केवल दर्शक नहीं बैठेंगे। वहां बैठेगा इतिहास और ‘हिटमैन’ का वो सपना जो एक चालू गली के मोड़ से निकलकर क्रिकेट शिखर में दर्ज हुआ। मैदान में चौके-छक्के तो बहुत लगे पर शुक्रवार को तालियों की गूंज दिलों की दीवार तक पहुंच गई। वानखेड़े का मैदान भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा। क्योंकि, यहां एक युग का सम्मान हुआ और उसके सितारे को सलामी मिली। इस रोज रनों की बरसात के साथ अपनी कप्तानी में भारत को शिखर तक ले जाने वाले रोहित शर्मा के नाम पर वानखेड़े स्टैंड का अनावरण हुआ। इस दौरान मां-बाप की आंखों में खुशी के आंसू छलक गए। पत्नी की भावुक मुस्कान के बाद खुद रोहित का भी गला भर आना।
क्रिकेट के मैदान पर संघर्षों से तपकर चमके ‘हिटमैन’ के लिए यह पल किसी ‘ड्रीम कम ट्रू’ से बढ़कर था। जिस मैदान पर उन्होंने चौके-छक्के मारकर तालियां बटोरीं उसी मैदान पर उनके नाम का स्टैंड बनाया गया है। यह सिर्फ एक स्टैंड का अनावरण नहीं था। ये एक खिलाड़ी के डेडिकेशन और जुनून का सम्मान था। वानखेड़े का यह नजारा हर क्रिकेट प्रेमी के दिल को छू गया।
माता पिता ने किया आधिकारिक उद्घाटन
मुंबई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। यहां भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा के सम्मान में एक स्टैंड का नामकरण किया गया। यह पल रोहित और उनके परिवार के लिए बेहद भावुक था। 16 मई को हुए इस अनावरण कार्यक्रम में रोहित शर्मा अपनी माता पूर्णिमा, पिता गुरुनाथ और पत्नी रितिका के साथ उपस्थित थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में रोहित के माता-पिता ने संयुक्त रूप से बटन दबाकर ‘रोहित शर्मा स्टैंड’ का आधिकारिक उद्घाटन किया।
हर दिल हुआ क्लीन बोल्ड
आयोजन में न कोई टॉस था और न ही कोई आउट हुआ। मगर भावनाओं की पिच पर हर दिल क्लीन बोल्ड हो गया। जैसे ही रोहित शर्मा के माता-पिता ने बटन दबाया आतिशबाजी होने लगी। इस दौरान हवा में सिर्फ रंग नहीं उड़े बल्कि, यहां एक बेटे के संघर्ष का परचम और मां की दुआओं का असर आसमान में नजर आने लगा। इस मौके पर रोहित के माता-पिता की आंखें नम थीं। उनका पत्नी रितिका भी भावुक दिखाई दीं।
अब और खास होगा वानखेड़े का मैच
इस मौके को रोहित शर्मा अपने जीवन का एक अविश्वसनीय क्षण बताया। उन्होंने कहा कि बचपन में मुंबई और भारत के लिए खेलने का सपना देखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए इस तरह का सम्मान अकल्पनीय होता है। उन्होंने अपने माता-पिता और परिवार के त्याग और समर्थन को याद करते हुए उनके प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। रोहित ने यह भी साझा किया कि जब वह 21 मई को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस के लिए खेलेंगे तो अपने नाम के स्टैंड को देखना एक अलग ही अनुभव होगा।
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राहुल द्रविड़ ने की जमकर तारीफ
राहुल द्रविड़ ने रोहित की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि रोहित ने भारतीय क्रिकेट में जो अमूल्य योगदान दिया, यह सम्मान उसका सच्चा प्रतिफल है। राहुल ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि रोहित, लगता है तुमने वानखेड़े के स्टैंड्स में इतने सारे छक्के जड़े कि अब एक स्टैंड को तुम्हारे नाम पर ही रखना पड़ा। बधाई हो! वानखेड़े दुनिया के बेहतरीन स्टेडियमों में शुमार है। मुझे यकीन है कि तुमने यहां खेलकर खूब आनंद लिया। भारतीय क्रिकेट और मुंबई के लिए तुम्हारी मेहनत और समर्पण ने तुम्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। ये सम्मान तुम्हारे योगदान का एक शानदार इनाम है।
शुक्रगुजार हूं…!- रोहित शर्मा
2007 से भारतीय टीम का हिस्सा रहे रोहित के लिए वानखेड़े हमेशा से खास रहा है। इस समारोह में बोलते हुए रोहित ने सभी का आभार जताया और कहा कि इस मैदान से जुड़ी यादें इस सम्मान को और भी खास बनाती हैं। उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले उन सभी का शुक्रगुज़ार हूं जिन्होंने इस आयोजन को इतना यादगार बनाया। आज का दिन मेरे लिए अविश्वसनीय है। बचपन में मैं सिर्फ मुंबई और भारत के लिए खेलने का सपना देखता था। कोई खिलाड़ी ऐसी उपलब्धियों के बारे में नहीं सोचता। मेरे लिए ये हमेशा देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की बात थी। इस सफर में कई पड़ाव आए, कई यादें बनीं। वानखेड़े जैसे ऐतिहासिक स्टेडियम में मेरी इतनी सारी यादें जुड़ी हैं। यहां मेरा नाम देखना मेरे लिए बेहद खास है।