पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को निशाने बनाते हुए एयर स्ट्राइक की थीं। भारत ने इस मिशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया है और इन हमलों में कम-से-कम 100 आतंकियों के मारे जाने का अनुमान है। हालांकि, सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी तक जारी है और लगातार पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन को भारत के लिए गर्व की बात बताया है और विपक्षी नेताओं ने भी सेना के शौर्य की प्रशंसा की है। सेना की इस कार्रवाई को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी सैन्य बलों को बधाई दी है।
RSS ने क्या कहा?
RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की ओर से इसे लेकर बयान जारी किया है। RSS ने अपने बयान में कहा है, “पहलगाम की कायरतापूर्ण आतंकवादी घटना के पश्चात पाक प्रायोजित आतंकवादियों एवं उनके समर्थक पारितंत्र पर की जा रही निर्णायक कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारत सरकार के नेतृत्व और सैन्यबलों का अभिनंदन।” संघ ने आगे कहा, “हिंदू यात्रियों के नृशंस हत्याकांड में आहत परिवारों को एवं समस्त देश को न्याय दिलाने हेतु हो रही इस कार्रवाई ने समूचे देश के स्वाभिमान एवं हिम्मत को बढ़ाया है। हमारा यह भी मानना है कि पाकिस्तान में आतंकियों, उनका ढांचा एवं सहयोगी तंत्र पर की जा रही सैनिक कार्रवाई देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक एवं अपरिहार्य कदम है।”
‘राष्ट्र विरोधी शक्तियों के षड्यंत्र को सफल न होने दें’
संघ ने अपने बयान में आगे कहा है कि राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में संपूर्ण देश तन-मन-धन से देश की सरकार एवं सैन्य बलों के साथ खड़ा है। बयान में कहा गया है, “पाकिस्तानी सेना द्वारा भारत की सीमा पर धार्मिक स्थलों एवं नागरिक बस्ती क्षेत्र पर किए जा रहे हमलों की हम निंदा करते हैं और जो इन हमलों का शिकार हुए, उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस चुनौतीपूर्ण अवसर पर समस्त देशवासियों से आह्वान करता है कि शासन एवं प्रशासन द्वारा दी जा रही सभी सूचनाओं का पूर्णतः अनुपालन सुनिश्चित करे।”
RSS ने कहा, “इसके साथ-साथ इस अवसर पर हम सबको अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वहन करते हुए यह भी सावधानी रखनी है कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों के सामाजिक एकता एवं समरसता को भंग करने के किसी भी षड्यंत्र को सफल न होने दें। समस्त देशवासियों से अनुरोध है कि अपनी देशभक्ति का परिचय देते हुए सेना एवं नागरी प्रशासन के लिए जहां भी, जैसी भी आवश्यकता हो, हरसंभव सहयोग के लिए तत्पर रहे और राष्ट्रीय एकता तथा सुरक्षा को बनाए रखने के सभी प्रयासों को बल प्रदान करे।”