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वॉशिंगटन। अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की ‘असफल और शर्मनाक वापसी’ की व्यापक समीक्षा का आदेश दिया है। इसके तहत पेंटागन में एक विशेष समीक्षा पैनल गठित किया गया है, जिसका नेतृत्व पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता और वरिष्ठ सलाहकार सीन पार्नेल करेंगे।
गौरतलब है कि अगस्त 2021 में तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडन और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के नेतृत्व में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना और राजनयिक अधिकारियों की वापसी कराई गई थी और इसके चलते करीब 20 वर्षों की सैन्य उपस्थिति का अंत हुआ था। इस दौरान 26 अगस्त 2021 को काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एबे गेट पर हुए आत्मघाती हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों और 170 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद बड़े स्तर पर अमेरिकी सैन्य वापसी को लेकर बहस शुरू हो गई थी और बाइडन के इस फैसले पर सवाल उठाए गए थे।
हेगसेथ ने एक मेमोरेंडम में कहा कि यह समीक्षा न केवल अमेरिकी लोगों और सैनिकों के बीच विश्वास बहाल करने के लिए आवश्यक है, बल्कि वापसी के दौरान हुए जानी और उपकरणों के नुकसान को ध्यान में रखते हुए भी उचित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि रक्षा विभाग का यह दायित्व है कि वह पूरे ऑपरेशन की निष्पक्ष और सच्चाई पर आधारित जांच करे।
उन्होंने कहा, “बाइडन प्रशासन की तीन वर्ष पूर्व की गई इस विफल वापसी के कारण काबुल में आत्मघाती हमले जैसी दुखद घटना हुई। राष्ट्रपति ट्रंप ने इस वापसी को लेकर जवाबदेही सुनिश्चित करने का वादा किया था और मैं उस वादे को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।” हेगसेथ ने पैनल के प्रमुख सीन पार्नेल की पृष्ठभूमि को इस जिम्मेदारी के लिए उपयुक्त बताया। पार्नेल ने अफगानिस्तान में 485 दिन की सैन्य सेवा दी है। युद्ध में वह घायल भी हुए थे और उनकी प्लाटून के 85 प्रतिशत सैनिक भी घायल हुए थे। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपने कई साथियों को खोया।
इस समीक्षा पैनल में लेफ्टिनेंट कर्नल स्टुअर्ट शेलर, जिन्होंने अफगानिस्तान से वापसी पर खुलकर अपनी राय रखी थी और जेरी डनलेवी, जिन्होंने हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, शामिल किए गए हैं। रक्षा सचिव ने कहा कि यह टीम तथ्यों की जांच, स्रोतों का विश्लेषण, गवाहों से साक्षात्कार और निर्णय प्रक्रिया की समीक्षा करेगी ताकि यह स्पष्ट हो सके कि किन कारणों से अमेरिका के सबसे काले सैन्य क्षणों में से एक घटित हुआ। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद पैनल अमेरिकी जनता को इसकी रिपोर्ट और संभावित कार्रवाइयों की जानकारी देगा।
पहले भी अमेरिका ने की हैं जांच
बाइडेन प्रशासन ने 2023 में अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी की समीक्षा करते हुए एक आधिकारिक रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि अमेरिका के शीर्ष खुफिया अधिकारियों ने तालिबान के काबुल पर दोबारा कब्ज़ा जमाने की गति का सटीक पूर्वानुमान लगाने में विफलता दिखाई। इस मुद्दे पर अमेरिकी कांग्रेस की हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के रिपब्लिकन सदस्यों ने अपनी स्वतंत्र जांच शुरू की, जबकि अमेरिकी सेना ने भी इस पूरे घटनाक्रम पर कम से कम दो अलग-अलग रिपोर्टें तैयार कीं।
हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी की रिपोर्ट कहा गया कि बाइडेन प्रशासन ने जमीनी हालात की तुलना में इस सैन्य वापसी की ‘छवि’ (optics) को अधिक महत्व दिया था। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि समय पर और प्रभावी निकासी योजनाएं न होने के कारण काबुल हवाई अड्डे पर एक अत्यंत असुरक्षित और अराजक स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे अमेरिकी सैन्य कर्मियों और स्टेट डिपार्टमेंट के अधिकारियों की जान को गंभीर खतरा पैदा हो गया।
2021 में यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर रहे रिटायर्ड मरीन जनरल केनेथ एफ. मैकेंज़ी जूनियर ने 2024 में कहा कि एबी गेट पर अमेरिकी सैनिकों की मौत की पूरी जिम्मेदारी वह खुद लेते हैं। मार्च 2024 में हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी को उन्होंने बताया, “मैं उस समय का प्रमुख कमांडर था और एबी गेट पर जो हुआ उसकी पूरी सैन्य जिम्मेदारी मेरी है।”
सेना से रिटायर हो चुके जनरल मार्क मिली, जो उस समय ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन थे, ने भी उसी सुनवाई में कहा कि निकासी (evacuation) पहले शुरू होनी चाहिए थी और वापसी में जो गलतियाँ हुईं, उनके पीछे कई कारण थे। मैकेंज़ी और मिली दोनों ने सांसदों को बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन को सलाह दी थी कि सभी सैनिकों को न हटाया जाए, कुछ को अफगानिस्तान में बने रहना चाहिए।