प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

बोईंग शेयर क्रैश

बोईंग शेयर क्रैश

लंदन के लिए उड़ान भर रहे इस विमान के अहमदाबाद के मेघाणी नगर इलाके में क्रैश होते ही, बोइंग कंपनी के शेयर प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 8% से अधिक टूट गए। यह पहली बार है जब बोइंग के ड्रीमलाइनर 787 फ्लीट का कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए रवाना हो रही थी, गुरुवार को हादसे का शिकार हो गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 10 क्रू मेंबर और 3 नवजात शिशु भी शामिल थे। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है, और क्रैश साइट के आसपास की सभी सड़कें बंद कर दी गई हैं। दोपहर 3:30 बजे तक बोइंग का शेयर 8.03% गिरकर $197.41 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि एक दिन पहले बुधवार को यह 0.80% की गिरावट के साथ $214 पर बंद हुआ था। यानी स्टॉक में यह लगातार दूसरे दिन गिरावट रही।

उल्लेखनीय है कि 2024 के मध्य में, अमेरिका के एविएशन रेगुलेटर्स ने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की जांच के आदेश दिए थे, जब मार्च 2024 में एक फ्लाइट में मिड-एयर प्लंज की घटना सामने आई थी। इसके अलावा बोइंग के विमानों का दुर्घटनाओं से पुराना नाता रहा है। हाल ही की बात करें तो दिसंबर 2024 में दक्षिण कोरिया की जेजू एयर फ्लाइट लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गई थी, जिसमें 179 लोगों की जान चली गई। उस हादसे में इस्तेमाल हुआ विमान बोइंग 737-800 मॉडल था।

बोइंग हादसे पर बोइंग कंपनी का बयान और बढ़ती चिंता

बोइंग ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि वह “प्रारंभिक रिपोर्ट्स से अवगत है और अधिक जानकारी इकट्ठा करने की प्रक्रिया में है।” यह दुर्घटना उस समय हुई है जब अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग हाल के वर्षों में सामने आई सुरक्षा विवादों के बाद एक बार फिर से अपनी छवि सुधारने और यात्रियों का विश्वास वापस जीतने की कोशिश कर रही है। कंपनी नए सीईओ केली ऑर्थबर्ग के नेतृत्व में उत्पादन बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रही है।

IG ग्रुप के विश्लेषक क्रिस बोशांप ने इस हादसे को लेकर कहा, “यह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है जो बोइंग के विमान और कंपनी से जुड़ी बीते वर्षों की समस्याओं की यादें ताजा कर देती है।”

इस घटना ने बोइंग की सेफ्टी रिकॉर्ड को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर इसके वाइड-बॉडी 787 ड्रीमलाइनर को लेकर। यह हादसा बोइंग के लिए एक और झटका है, जिसकी तुलना अब फिर से 737 मैक्स के लंबे समय तक चले संकट से की जा रही है।

क्रैश की खबर सामने आने के बाद प्री-मार्केट ट्रेडिंग में बोइंग के शेयर लगभग 8% गिरकर $196.52 तक पहुंच गए।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस हादसे की पूरी जांच शुरू कर दी है। DGCA के अनुसार, दुर्घटना का कारण पता लगाने के लिए फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। DGCA ने यह भी पुष्टि की है कि विमान ने टेकऑफ के कुछ समय बाद डिस्ट्रेस कॉल किया था, लेकिन जल्द ही उसका संपर्क पूरी तरह टूट गया।

शेयर बाजार के लिए लाल घंटी

बृहस्पतिवार का दिन शेयर बाजार के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। वैश्विक अनिश्चितताओं खासकर मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव और F&O साप्ताहिक एक्सपायरी से पहले निवेशकों की सतर्कता के कारण बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। आईटी सेक्टर की अगुवाई में बिकवाली तेज हुई, जिससे प्रमुख सूचकांक इंट्राडे ट्रेड में लगभग 1% तक टूट गए।

बीएसई सेंसेक्स 900 अंकों की गिरावट के साथ 2:06 PM पर दिन के निचले स्तर 81,605.82 तक पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी करीब 250 अंक लुढ़ककर 24,900 के नीचे आ गया। इस गिरावट के चलते बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण ₹4.19 लाख करोड़ घटकर ₹451 लाख करोड़ रह गया, जो लगभग हर सेक्टर में बिकवाली को दर्शाता है।

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