महिलाओं के खिलाफ दरिंदगी की सारी हदें पार होती जा रही, अस्पताल में भर्ती महिलाएं भी जिहादियों के वहशीपन से नहीं बच पा रही हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली के जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में 23 वर्षीय युवती को इलाज के लिए भर्ती किया गया था। युवती को मानसिक रूप से अस्वस्थ माना जा रहा था और शनिवार को उसे सोनिया विहार इलाके से बरामद कर अस्पताल की मिनी आईसीयू में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती इस युवती को भी मोहम्मद फैज ने अपनी दरिंदगी पूरी करने का मौका मान लिया। रविवार को युवती देर रात टॉयलेट के लिए बाहर निकली थी और इसी दौरान मोहम्मद फैज उसे OPD ब्लॉक की ओर ले गया और वहां ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
इलाज के दौरान हुई मौत
अगले दिन जब अस्पताल का स्टाफ और अन्य लोग पहुंचे तो युवती करीब-करीब बेहोशी की हालत में मिली। घटना के सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया और पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद युवती को तुरंत जीटीबी अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह का खुलासा हो सकेगा। वहीं, मृतका की पहचान के प्रयास जारी हैं।
CCTV से हुई आरोपी की पहचान
घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अस्पताल परिसर के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज में दिखा कि आरोपी फैज, जो खुद भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती था, युवती को OPD ब्लॉक की ओर ले जाता है। 23 वर्षीय मोहम्मद फैज कच्ची खजूरी इलाके का निवासी है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी ने युवती को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाकर उसके साथ यौन शोषण किया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और अब हर एंगल से मामले की पड़ताल की जा रही है।
अस्पताल की भूमिका पर उठे सवाल
न्यू उस्मानपुर थाना पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस की कोशिश है कि पीड़िता की पहचान सुनिश्चित की जाए और उसके परिवार या किसी जानकार तक पहुंचा जाए। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि अस्पताल परिसर में ऐसी गंभीर लापरवाही कैसे हुई और सुरक्षा प्रबंध इतने कमजोर क्यों थे कि एक भर्ती मरीज द्वारा ही ऐसी घिनौनी घटना को अंजाम दिया गया। इस वारदात ने अस्पतालों में भर्ती मानसिक रूप से अस्थिर मरीजों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस प्रशासन का कहना है कि दोषी को सख्त सजा दिलाने के लिए हर जरूरी कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।