ट्रंप से लड़ाई के बीच एलन मस्क को लेकर भारत का बड़ा एलान

एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच जारी है 'जंग'

एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच जारी है 'जंग'

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के बीच चल रही ‘जंग’ के बीच भारत में इंटरनेट और संचार सेवाओं को लेकर एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क की कंपनी स्टारलिंक (Starlink) को भारत में सैटेलाइट आधारित कम्युनिकेशन (Satcom) सेवाएं प्रदान करने के लिए सरकार की ओर से हरी झंडी मिल गई है। PTI ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से पुष्टि की है कि भारत के दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications – DoT) ने स्टारलिंक को आवश्यक लाइसेंस प्रदान कर दिया है। इसके साथ ही Starlink भारत में सैटेलाइट संचार सेवाएं देने वाली तीसरी कंपनी बन गई है

एलन मस्क और Airtel व Jio की साझेदारी

स्टारलिंक 2022 से भारत में व्यावसायिक रूप से काम करने के लिए लाइसेंस का इंतज़ार कर रहा है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं सहित कई कारणों से इसमें देरी हुई है। अमेज़न का कुइपर अभी भी अपने भारतीय लाइसेंस का इंतज़ार कर रहा है। मार्च में, भारतीय टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने एलन मस्क की स्पेसएक्स के साथ साझेदारी की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य भारत में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा को लाना था। यह समझौता इस शर्त पर आधारित था कि स्पेसएक्स को भारत में स्टारलिंक की सैटेलाइट-आधारित संचार सेवाएं प्रदान करने के लिए आवश्यक प्राधिकरण मिल जाए।

इसके कुछ समय बाद, मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने भी स्टारलिंक इंटरनेट सेवाएं भारत में लाने के लिए स्पेसएक्स के साथ एक समझौता किया। यह कदम कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि दोनों अरबपति कुछ समय से इस मुद्दे पर मतभेद में थे कि भारत में स्पेक्ट्रम का आवंटन किस प्रकार किया जाना चाहिए

क्या है Satcom लाइसेंस?

Satcom (Satellite Communication) लाइसेंस वह अनुमति है जिसके तहत कंपनियां भारत के भीतर सैटेलाइट के ज़रिए इंटरनेट और संचार सेवाएं मुहैया करा सकती हैं। यह खास तौर पर उन क्षेत्रों में बेहद कारगर होता है जहां परंपरागत फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क या मोबाइल टावर नहीं पहुंच सकते हैं, जैसे पहाड़ी, सुदूरवर्ती, या ट्राइबल इलाके।

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