2020 में अमेरिका के मिनियापोलिस से भयावह तस्वीर सामने आई थी। यहां एक श्वेत पुलिसकर्मी डेरेक शॉविन ने अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन को 9 मिनट तक अपने घुटने से दबाए रखा था। कुछ ही समय में फ्लॉयड की मौत हो गई थी। आज भी इस मामले को नस्लीय अन्याय और पुलिस बर्बरता के उदाहरण के तौर पर देखा जाता है। अब ऐसा ही एक और मामला ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड से आया है। हालांकि, इस पर एक भारतीय को निशाना बनाया गया है। 3 जून 2025 में भारतीय मूल के 42 वर्षीय गौरव कुंडी को पुलिस ने बर्बर तरीके से पीटा था। इससे उनके दिमाग में गहरी चोट आई थी। गुरुवार 12 जून को गौरव की मौत हो गई है। इससे अब ऑस्ट्रेलिया में भी भारतीयों के साथ भेदभाव और बर्बरता का मामला सामने आया है।
बता दें पुलिस ने गौरव कुंडी को पहले तो बुरी तरह पीटा और फिर उनकी गर्दन पर घुटना रखकर उन्हें दबा दिया था। यह घटना तब हुई जब पुलिस ने रॉयस्टन पार्क के पायनेहैम रोड पर गौरव को गिरफ्तार करने का प्रयास किया। इसके बाद से ही मामला सुर्खियों में था। इसका काफी विरोध भी हुआ था।
क्या हुआ था गौरव के साथ?
गौरव कुंडी और उनकी पत्नी अमृतपाल कौर सड़क पर किसी बात पर बहस कर रहे थे। वहां से गुजर रही पुलिस ने इसे घरेलू हिंसा का मामला समझ लिया। बिना कुछ पूछताछ किए वो जबरन गौरव का गिरफ्तार करने की कोशिश करने लगी। हालांकि, अमृतपाल कौर ने कहा कि वो केवल ऊंची आवाज में बात कर रहे थे। उन्होंने मेरे साथ कोई हिंसा नहीं की थी। इसके बावजूद भी पुलिस ने गलत समझा गौरव के साथ जबरदस्ती करने लगे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें पकड़कर उनकी जमकर पिटाई की और बाद में गर्दन पर घुटना रखकर दबा दिया। इससे गौरव गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
पुलिस कर रही है बचाव
गौरव कुंडी की दुखद मौत ने एक बार फिर पुलिस बल प्रयोग की सीमाओं और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई पुलिस आयुक्त ग्रांट स्टीवंस ने ABC रेडियो को बताया कि आंतरिक जांच चल रही है। पुलिस की नीतियों, प्रक्रियाओं और घटनाओं पर प्रतिक्रिया से संबंधित प्रशिक्षण की समीक्षा की जाएगी। हालांकि, उन्होंने बचाव में यह भी कहा कि घटना स्थल पर किसी पुलिस टेज़र का इस्तेमाल किया गया।
अमेरिका में साल 2020 में हुई थी ऐसी हत्या
मई 2020 में अमेरिका के मिनियापोलिस में अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोप लगाया गया था कि उसने 20 डॉलर का नकली नोट इस्तेमाल किया है। गिरफ्तारी के दौरान श्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन ने फ्लॉयड की गर्दन को करीब 9 मिनट तक अपने घुटनों से दबाकर रखा था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कुछ दिनों में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हो गई थी। इस घटना ने पूरे अमेरिका और दुनिया भर में नस्लीय अन्याय और पुलिस बर्बरता को उजागर किया था। हालांकि, बाद में डेरेक चाउविन को हत्या का दोषी पाए जाने पर जेल भेज दिया गया था।